CG Board Exam: कलेक्टर ने शिक्षकों को दी सख्त हिदायत, बोर्ड परीक्षा में सिर्फ दो माह शेष, अनावश्यक अवकाश में न जाएं, दिसम्बर माह में सिर्फ 2 आकस्मिक अवकाश

CG Board Exam: कलेक्टर ने शिक्षकों की बैठक लेकर बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिच्शित करने और बेहतर परीक्षा परिणाम लाने कलेक्टर को निर्देश दिये हैं

Update: 2025-12-08 11:42 GMT

CG Board Exam: गौरेला पेंड्रा मरवाही। जिले के कलेक्टर ने स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने पर नाराजगी व्यक्त की है। कलेक्टर ने शिक्षकों की बैठक के दौरान कहा कि 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में सिर्फ 2 माह रह गए हैं, अनावश्यक रूप से अवकाश पर नहीं जाएं, दिसम्बर माह में सिर्फ 2 आकस्मिक अवकाश की पात्रता होती है।

कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी स्कूलों का लगातार एवं सघन निरीक्षण कर स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति, अध्ययन-अध्यापन, शिक्षकों की पदस्थापना, उनके द्वारा पढ़ाए जाने वाले विषय, पिछले बोर्ड परीक्षा का परिणाम आदि का जांच कर रही है। इसी कड़ी में आज मरवाही विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अण्डी, शासकीय हाई स्कूल सिलपहरी, शासकीय हाई स्कूल धोबहर और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गुदुमदेवरी का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया तथा दर्ज संख्या के अनुरूप विद्यार्थियों की उपस्थिति कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जो बच्चे लगातार अनुपस्थित रहते हैं, उनके अभिभावकों से मिलें, उन्हें समझाएं और उन्हें अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में सिर्फ 2 माह रह गए हैं, अनावश्यक रूप से अवकाश पर नहीं जाएं, दिसम्बर माह में सिर्फ 2 आकस्मिक अवकाश की पात्रता होती है।

कलेक्टर ने पिछले बोर्ड परीक्षा में परिणाम का प्रतिशत कम आने पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक बच्चों का भविष्य गढ़ते हैं, अपने जिम्मेदारी का निर्वहन सही ढंग से करें, एक भी बच्चा अनुत्तीर्ण नहीं होना चाहिए, संस्था का परिणाम ठीक नहीं आने पर विषयवार शिक्षकों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने होशियार बच्चों को और प्रोत्साहित करने तथा कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान केंद्रीत करने कहा। उन्होंने कहा कि बच्चों को रूचिकर ढंग से पढ़ाएं, लगातार अभ्यास कराएं, रटवाने के बजाय समझाकर पढ़ाएं, ब्लूप्रिंट के आधार पर तैयारी कराएं। उन्होंने कहा कि अपना ड्यूटी पूरा करके सिर्फ खानापूर्ति नहीं करना है, समन्वय बनाकर बच्चों का भविष्य संवारें और उन्हें सही दिशा दें। उन्होंने पढ़ाई के दौरान क्लास रूम में मोबाइल की अनुमति नहीं देने प्राचार्यों को निर्देश दिए। कलेक्टर ने बच्चों के क्लास रूम में जाकर उनके अध्ययन-अध्यापन के स्तर की भी परख की। शासकीय हाई स्कूल धोबहर में पिछले वर्ष 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम 96 प्रतिशत आने की जानकारी पर कलेक्टर ने शिक्षकों की सराहना की और उन्हें अगले बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत रिजल्ट लाने कहा। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे भी उपस्थित थे।

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