CG News: बिलासपुर पुलिस नम्बर-1: चाक़ूबाज़ों पर कार्रवाई करने में बिलासपुर पुलिस सबसे आगे, देखिए कितने को दबोचा
CG News: चाक़ूबाज़ों पर कार्रवाई करने में छत्तीसगढ़ में बिलासपुर पुलिस टॉप पर है। आंकड़े बताते हैं कि पुलिस ने जुलाई तक जिले में बदमाशों से 166 हथियार जब्त किए। इसमें 105 चाकू है। पुलिस ने चाक़ूबाज़ों से घटना या फिर बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले ही चाकू के साथ धर दबोचा है। DGP की मीटिंग में एसएसपी रजनेश सिंह व बिलासपुर पुलिस की इस बात को लेकर तारीफ हुई है। डीजीपी ने एसएसपी की पीठ थपथपाई है।
बिलासपुर। चाक़ूबाज़ों पर कार्रवाई करने और इससे लोगों को बचाने में बिलासपुर पुलिस छत्तीसगढ़ में नंबर वन रही है। जब्त किए गए हथियारों के आंकड़ों से पता चलता है कि समय रहते अगर इन चाक़ूबाज़ों को चाकू के साथ पुलिस नहीं पकड़े रहती तो गंभीर घटना को अंजाम दे ही देते। नशेड़ियों के हाथों के चाकू जैसे घातक हथियार लोगों की कभी भी जान ले सकती है। चाकूबाजी की घटना को देखते हुए बिलासपुर जिले के एसएसपी रजनेश सिंह ने ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखने और सख्त कार्रवाई का निर्देश पुलिस को दिया है। यही कारण है कि घटना को अंजाम देने से पहले ही चाक़ूबाज़ों को चाकू के साथ पुलिस ने धरदबोचा है। डीजीपी मीटिंग में इस बात को लेकर बिलासपुर पुलिस की ना केवल वाहवाही हुई, इसी अंदाज में छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी पुलिसिया कार्रवाई और पुलिसिंग पर आला अफसरों ने जोर दिया है।
बिलासपुर पुलिस की सक्रियता और पैनी निगाहों के चलते अपराध होने से ही पहले ही चाकूबाजों को धर दबोचा है। जुलाई के महीने तक जिले के अलग-अलग जगहों व शहर के अलग-अलग मोहल्लों से 166 हथियार पुलिस ने बदमाशों से जप्त किया है। खास बात ये कि घातक हथियारों में सबसे ज्यादा चाकू है। जाहिर है अपराध से पहले ही पुलिस ने इन चाकुबाजों को गिरफ्तार कर जेल के हवाले कर दिया है। समय रहते पुलिस सक्रिय नहीं होती तो ये चाकुबाज गंभीर अपराध को अंजाम दे ही देते। एसएसपी रजनेश सिंह की सख्ती और तगड़ी पुलिसिंग के चलते ही यह सब संभव हो पाया है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो बिलासपुर में अपराधियों से 166 हथियारों की जब्ती पुलिस ने बनाई है। इसमें 105 चाकू के अलावा 26 तलवार,एक कट्टा व चार पिस्टल शामिल है। खुखरी व चापड़ जैसे 36 घातक हथियार भी है जिसे पुलिस ने आरोपियों से जप्त किया है। जाहिर है ये घातक हथियार जप्त नहीं किए गए होते तो जिले के किसी ना किसी थाने क्षेत्र में बदमाश गंभीर वारदात कर ही देते। चुस्त पुलिसिंग के चलते ही यह सब संभव हो पाया है। 11 चाकुबाजों के खिलाफ पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। 14 प्रकरणों में सामान्य चोट व एक हत्या का मामला शामिल है।
एसएसपी रजनेश सिंह का कहना है कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। चाकुबाज हो या फिर कोई अन्य। कानून से ऊपर कोई नहीं हो सकता। शहर व जिले के थाना प्रभारियों को अपराधियों खासकर चाकूबाजों से सख्ती के साथ निपटने और आम लोगों की सुरक्षा का ख्याल रखने निर्देशित किया गया है।
बता दें, कृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी के दिन डीजीपी अरुण देव गौतम ने प्रदेश के सभी रेंज आईजी की अकस्मात मीटिंग बुलाई। सुबह सभी रेंज आईजी को मैसेज गया कि दोपहर 12 बजे से वीडियो कांफ्रेसिंग के द्वारा डीजीपी मीटिंग लेंगे। 3 घंटे चली बैठक में चाकूबाजी की घटनाओं को रोकने डीजीपी ने निर्देश दिए।
दोपहर 12 बजे से डीजीपी अरुण देव गौतम की मीटिंग शुरू हुई। मीटिंग में एडीजी इंटेलीजेंस अमित कुमार भी मौजूद थे। कानून व्यवस्था पर बुलाई गई बैठक में प्रमुख मुद्दा प्रदेश से बढ़ रही चाकूबाजी पर रोक लगाने के प्रयासों को लेकर थी। बता दे कि चाकूबाजी की घटनाएं प्रदेश में बढ़ गई है। हाल ही में कवर्धा जिले में तलवार से हमला करने का वीडियो सामने आया है जिसमें पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। कवर्धा के अलावा कोरबा में भी चाकूबाजी की घटना हुई है। धमतरी जिले में बिना किसी विवाद सिर्फ नशे की झोंक में तीन युवाओं की हत्या आरोपियों ने कर दी। मृतकों में एक युवक की शादी एक दिन पहले तय हुई थी जिसकी खुशी में सभी लॉन्ग ड्राइव पर धमतरी गए थे। इस कांड के भी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। स्वतंत्रता दिवस की देर रात रायपुर में आरोपियों ने एक युवक को घर से बाहर निकाल चाकुओं से गोद युवक की हत्या कर दि गई ।
चाकूबाजी की घटनाओं को समय रहते रोकने और चाजूबाज़ों की धरपकड़ में बिलासपुर पुलिस ने बेहतर काम किया है. इसे लेकर डीजीपी ने एसएसपी रजनेश सिंह की पीठ थपथपाई. चाकूबाजी के अलावा जनता के बीच पुलिस की प्रभावी मौजूदगी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। इसके अलावा पुलिस महानिरीक्षकों को निर्देशित किया गया कि उनके रेंज में राजपत्रित अधिकारी भी फील्ड में निकले और जनता के बीच उपस्थिति दर्ज करवाए। बिना परमिट चलने वाली गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई करने, नशे के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए।