Bilaspur News: नायब तहसीलदार से थाने में मारपीट का आरोप, SP ने जांच कर प्रतिवेदन पेश करने के दिए निर्देश...

Bilaspur News: नायब तहसीलदार ने सरकंडा टीआई और सरकंडा पुलिस पर देर रात थाने में दुर्व्यवहार और मारपीट का आरोप लगाया है। भाई पर झूठा एफआईआर दर्ज करने की भी शिकायत की है। बिलासपुर कलेक्टर के फोन करने पर आधी रात छोड़ने की बात शिकायत में बताई है। बिलासपुर एसपी ने एडिशनल एसपी को 3 दिनों में जांच कर प्रतिवेदन पेश करने के निर्देश दिए हैं।

Update: 2024-11-19 08:57 GMT

Bilaspur News बिलासपुर। बस्तर जिले के करपावंड में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार पुष्पेंद्र मिश्रा और उनके भाई ने सरकंडा थाना पुलिस पर थाने में देर रात गाली गलौज, जान से मारने की धमकी, झूठे केस में फंसाने की धमकी के आरोप लगाए है। नायब तहसीलदार ने अपनी शिकायत में बताया है कि भाई के द्वारा आधी रात बिलासपुर कलेक्टर साहब को फोन करने के बाद कलेक्टर साहब के कहने के बाद थाने से छोड़ा गया।

थाने से छोड़ने के बाद पुलिस ने नायब तहसीलदार के भाई पर शासकीय कार्य में बाधा का अपराध भी दर्ज करवाया है। मामले में पुलिस ने नायब तहसीलदार और भाई पर नशे में थाने में दुर्व्यवहार और धमकी देने का आरोप लगाया है। मामले में मिली शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को जांच के लिए निर्देशित किया है।

बस्तर जिले के करपावंड में प्रभारी तहसीलदार के पद पर पदस्थ नायब तहसीलदार पुष्पेंद्र मिश्रा ने अपनी शिकायत में बताया है कि 17 नवंबर को देर रात 1:35 पर हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन से स्टेशन में उतरने के बाद अपने भाई और पिता के साथ बाइक घर जा रहा था। वह सरकंडा में डीएलएस कॉलेज के पीछे बगदाई मंदिर के पास रहते है। तब डीएलएस हनुमान मंदिर के पास दो आरक्षकों ने उन्हें रोका। वहां अंधेरा होने की वजह से वह 5 मीटर दूर रुके। इतने में दोनों आरक्षकों ने आकर उनसे अश्लील गाली-गलौज करते हुए कहा कि जब हमने तुमसे रुकने के लिए कहा है तो तुम रुके क्यों नहीं।

नायब तहसीलदार ने अपना परिचय देते हुए बताया कि आप लोगों के कहने के आधार पर ही हम लोग रुके है। नायब तहसीलदार के मुताबिक दोनों पुलिसकर्मी शराब के नशे में प्रतीत हो रहे थे। उन्होंने परीक्षा देने के बाद भी डायल112 को बुला लिया। पिता और भाई को घर भेजने के बाद पुष्पेंद्र मिश्रा को गाड़ी में बिठाकर थाने ले आए। गाड़ी में तीन पुलिस कर्मी थे तीनों ने उन्हें धमकियां देना शुरू कर दी। नायब तहसीलदार ने अपना परिचय देते हुए कहा कि उनसे उचित व्यवहार करें तब पुलिस कर्मियों ने कहा कि ज्यादा बड़ा मजिस्ट्रेट हो गया है तेरे जैसे को हमने ठीक कर दिया है चल तेरी मजिस्ट्रेट निकालते हैं। तीनों ने कोट पहन रखा था इस कारण उनका बैच में नाम नहीं देख पाए। नायब तहसीलदार के मुताबिक तीनों नशे में लग रहे थे।

सरकंडा थाना लाने के बाद पुलिस वालो ने आईडी मांगा। फिजिकली आईडी नहीं होने के चलते अधिकारी ने मोबाइल पर अपना आईडी दिखाया। जिससे उन्होंने कुछ नोट किया। फिर चश्मा पहने एक पुलिस वाले ने उनसे अल्कोहल मीटर में फूंकने के लिए कहा। जिसमें दो बार फुकने पर कुछ नहीं निकला। फिर पुलिस वाले ने खुद फूंका उसके बाद फूंकने के लिए कहा। फिर उसे चेक कर धाम करते हुए और गाली देते हुए कहा कि शराब पी के आया है, ज्यादा घमंड है तुझे अभी शराब का केस बनाता हूं। फिर मुलाहिजा रिपोर्ट भरने लगे। मेरे द्वारा पढ़ने के लिए मांगने पर नहीं दिया गया। पढ़ कर सुना दो बोलने पर भी नहीं दिया गया। तब नायब तहसीलदार ने रात्रि 2:39 में सरकंडा टीआई तोपसिंह नवरंग को फोन लगाया और अपना परिचय देते हुए बिना अपराध के थाना लाने का कारण पूछा। जिस पर टीआई ने थाना आकर बताने की बात कही।

नया तहसीलदार ने बताया कि टीआई ने थाना आने के साथ ही उनसे गाली गलौज और दुर्व्यवहार करते हुए मजिस्ट्रेटी निकाल देने की धमकी दी और उन्हें धक्का देते हुए गाड़ी में भरकर सिम्स ले जाने लगे। इसी समय उनके पिता का फोन आया तब टीआई ने फोन छीन कर जब्त करवा दिया। सिम्स में ड्यूटी में तैनात डॉक्टर को पुलिस वालो ने मेरे शराब के नशे में होने की बात कहते हुए मुलाहिजा करने को कहा। नायब तहसीलदार ने पुलिस वालों को कहा कि पहले मेरे घर वालों को बुला दो उनके सामने मुलाहिजा करना वरना आप लोग मुझे झूठे केस में फंसा दोगे। फिर एक पुलिस वाले को नायब तहसीलदार के पास खड़े कर दो पुलिस वाले अंदर चले गए और डॉक्टर से बात की। फिर बिना मुलाहिजा करवाए सिम्स ले आए।

भाई ने कलेक्टर को किया काल

जब नायब तहसीलदार को पुलिस वाले थाने वापस लेकर आए तब तक नया तहसीलदार के पिता और भाई उनके वापस न लौटने पर थाने पहुंच गए थे। भाई से भी टीआई ने गाली गलौज की। भाई ने कहा कि हम लोग सभ्य परिवार से हैं,अपराधी नहीं है। बिना गलती के आप लोग थाने में बैठा कर रखे है। भाई ने रात 3.23 मिनट में बिलासपुर कलेक्टर साहब को फोन कर इसकी जानकारी दी। कलेक्टर ने टीआई से बात कराने के लिए कहा। टीआई और कलेक्टर की बात हुई। फिर फोन रखने के बाद टीआई ने कहा कि मेरे अधिकारी एसपी हैं। मैं सिर्फ ही कहना मानूंगा,तेरे कलेक्टर को बोल मेरे एसपी से बात करने लगे। इसके बाद फिर से मेरे भाई को गाली गलौज करने लगे। मेरे भाई ने जब इसका वीडियो बनाना चाहा तो थाना प्रभारी के कहने पर चार– पांच आरक्षक भाई के साथ अश्लील गाली गलौज करते हुए हाथ मरोड़ कर मारपीट करते हुए मोबाइल छीन लिया और मोबाइल में जितने भी वीडियो एवं अन्य शासकीय दस्तावेज थे सबको डिलीट कर दिया। फिर सुबह लगभग 4:21 में हम लोगों को घर जाने को बोलकर मोबाइल वापस कर दिया। नायब तहसीलदार ने इसकी शिकायत डीजीपी,आईजी,एसपी से कर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने पुलिस द्वारा किसी केस में झूठा फसा देने की आशंका भी व्यक्त की है।

मामले में सरकंडा पुलिस का कहना है कि पेट्रोलिंग के दौरान रात को सामान्य रूप से आने– जाने का कारण पूछा गया था। जिस पर नायब तहसीलदार और उनके भाई ने शराब के नशे में पेट्रोलिंग पार्टी से दुर्व्यवहार और गाली– गलौज करते हुए धमकी देने का आरोप लगाया है। इसके बाद थाने में भी उत्पात मचाने और धमकी देने का आरोप भी नायब तहसीलदार और भाई पर लगाया गया है। पुलिस ने मुलाहिजा के लिए सिम्स ले जाने पर नायब तहसीलदार द्वारा मुलाहिजा के लिए डॉक्टर को भी क्वापरेट नहीं करने की बात कही है। पुलिस के अनुसार एमएलसी रिपोर्ट में भी डॉक्टर ने नायब तहसीलदार के द्वारा एमएलसी में सहयोग नहीं करने की बात लिखी है। भाई के खिलाफ अपराध दर्ज होने पर क्षुब्ध होने की बात सरकंडा टीआई तोप सिंह नवरंग ने मीडिया को बताई साथ ही यह भी कहा कि गाली गलौज और झूठे केस में फंसाने की बात निराधार है।

दूसरी तरफ नायब तहसीलदार ने आरोप लगाया है कि जब उसके द्वारा हंगामा मचाया गया तो उसके खिलाफ अपराध दर्ज क्यों नहीं किया गया बल्कि उसके भाई के खिलाफ क्यों कर दिया गया। साथ ही थाने से उनको छोड़ने के उपरांत बाद में मेरी शिकायत से बचने के लिए झूठा एफआईआर दर्ज करने की बात कही। वही सरकंडा पुलिस ने नायब तहसीलदार के खिलाफ प्रतिवेदन बस्तर कलेक्टर को भेजने की बात कही है।

शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने एडिशनल एसपी उदयन बेहार को 72 घंटे में मामले की जांच कर प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए है।

Tags:    

Similar News