Baloda Bazar News: आग में झुलसकर महिला की मौत..ठंड से बचने जलाया था अलाव, झोपड़ी भी जलकर हो गई राख
Alav Se Jhopdi Me Lagi Aag: बलौदा बाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां एक महिला को ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा लेना उस वक्त महंगा पड़ गया, जब उसकी झोपड़ी में आग (Alav Se Jhopdi Me Lagi Aag) लग गई और उस आग में झुलसकर उसकी मौत भी हो गई। इधर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
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Alav Se Jhopdi Me Lagi Aag: बलौदा बाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां एक महिला को ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा लेना उस वक्त महंगा पड़ गया, जब उसकी झोपड़ी में आग (Alav Se Jhopdi Me Lagi Aag) लग गई और उस आग में झुलसकर उसकी मौत भी हो गई। इधर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
आग की चपेट में आकर महिला की मौत
यह पूरा मामला सुहेला थाना क्षेत्र का है। यहां एक महिला ने ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लिया था, लेकिन महिला के सोते ही अलाव ने पूरे झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। जिसकी चपेट में आकर महिला की भी मौत हो गई। वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरु कर दी है।
अलाव के कारण झोपड़ी जलकर राख
जानकारी के मुताबिक, मृतका की पहचान आशा बाई के रूप में हुई है, जो कबाड़ बिनने का काम करती थी और सुहेला गांव में सड़क किनारे झोपड़ी बनाकर रहती थी। बुधवार की रात ठंड से बचने के लिए उसने अपने झोपड़ी में अलाव जलाया था। उसके सोते ही अलाव ने पूरे झोपड़ी को अपने चपेट में ले लिया। आग की चपेट में आकर उसकी भी जलकर मौत हो गई।
आगे की कार्रवाई में जुटी पुलिस
गुरूवार सुबह जब लोगों ने झोपड़ी में आग के बाद धुआं निकलते देखा, तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसके आधा जले शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही आगे की कार्रवाई में जुट गई है और इस मामले में लोगों से पूछताछ कर रही है।
अलाव से कंबल में लगी आग
बता दें कि इससे पहले कोरबा जिले से भी एक दर्दनाक हादसा सामने आया था। जहां अलाव के कारण कंबल में आग लग गई थी और बुजुर्ग जल गया था. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इलाज के दौरान हुई मौत
यह घटना करतला थाना क्षेत्र के बड़मार ग्राम की है. मृतक की पहचान बड़मार के रहने वाले मंशीदास महंत (72 वर्ष) के रूप में हुई है. 17 नवंबर की शाम मंशीदास महंत अपने परिवार के साथ अलाव में आग सेक रहे थे. आग सेकने के बाद परिवार के सभी सदस्य सोने चले गए थे. मंशीदास महंत वही चटाई बिछाकर और कंबल ओढ़कर सो गया. इसी बीच कंबल में आग लग गयी और बुजुर्ग जल गया. बुजुर्ग की चीख पुकार सुनकर परिवार के अन्य सदस्य बाहर आये. लेकिन तब तक बुजुर्ग 80 प्रतिशत जल चुके थे. वह पूरी तरह आग से घिरे हुए थे. परिजनों ने चादर की मदद से किसी तरह आग बुझाई. जिसके बाद तत्काल अस्पताल ले जाया गया. जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.