नई दिल्ली, 28 नवंबर। यह सप्ताह शेयर बाजार के लिए उतार-चढ़ाव भरा होने की संभावना है लेकिन जल्द ही इसमें तेजी की भी उम्मीद है। एफआईआई पहले ही खरीदार बन चुके हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार का कहना है कि एफआईआई और डीआईआई धन प्रवाह लार्ज-कैप रैली को गति दे सकते हैं।
वैश्विक और घरेलू कारकों की मदद से बाजार की संरचना अनुकूल हो रही है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर इस महीने अब तक एसएंडपी 500 में 8.7 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ अमेरिकी बाजार से प्रतिकूल हवा मिल रही है, जिसे बदले में अमेरिकी बांड यील्ड में गिरावट से समर्थन मिला है।
घरेलू स्तर पर, मैक्रो संकेतक अर्थव्यवस्था में मजबूत विकास गति का संकेत देते हैं। पूंजीगत सामान कंपनियों के लिए रिकॉर्ड ऑर्डर प्रवाह और मजबूत ऋण वृद्धि अर्थव्यवस्था में विकास की गति के मजबूत संकेतक हैं।
अब राज्य चुनाव परिणाम एक अज्ञात कारक है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को आने वाले एग्जिट पोल से चुनाव नतीजों और 2024 के महत्वपूर्ण आम चुनाव पर इसके प्रभाव के संकेत मिलने की संभावना है।
मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 10 अंक गिरकर 65,960 अंक पर है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा शुक्रवार को अडानी-हिंडनबर्ग मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखने के बाद अडानी समूह के शेयरों में 20 फीसदी तक की तेजी आई है।
अदानी टोटल गैस 19 फीसदी ऊपर, अदानी एनर्जी 17 फीसदी ऊपर, अदानी ग्रीन 14 फीसदी ऊपर, अदानी पावर 13 फीसदी ऊपर, अदानी एंटरप्राइजेज 10 फीसदी ऊपर है।