Share Market News: ईरान-इजरायल जंग में कूदा अमेरिका, धराशायी हुआ शेयर बाजार, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

Share Market News: इजरायल और ईरान के बीच चल रही जंग में अब अमेरिका भी खुलकर शामिल हो गया है। अमेरिकी हमले के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं, जिसका सीधा असर वैश्विक अर्थव्यवस्था और बाजारों पर दिखाई दे रहा है। आज सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। सेंसेक्स 800 अंक टूटकर 81,500 पर आ गया, जबकि निफ्टी भी 300 अंकों की गिरावट के साथ 24,830 के स्तर पर पहुंच गया।

Update: 2025-06-23 08:19 GMT

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Share Market News: इजरायल और ईरान के बीच चल रही जंग में अब अमेरिका भी खुलकर शामिल हो गया है। अमेरिकी हमले के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं, जिसका सीधा असर वैश्विक अर्थव्यवस्था और बाजारों पर दिखाई दे रहा है। आज सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। सेंसेक्स 800 अंक टूटकर 81,500 पर आ गया, जबकि निफ्टी भी 300 अंकों की गिरावट के साथ 24,830 के स्तर पर पहुंच गया।

स्ट्रेट ऑफ होर्मुज पर निर्णय-

हमले के जवाब में ईरानी संसद ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। यह समुद्री मार्ग दुनियाभर के 25 फीसदी तेल व्यापार का मुख्य जरिया है। ऐसे में इस रास्ते के बंद होने से वैश्विक स्तर पर तेल संकट गहराने की आशंका है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं, जो भारत जैसे आयात-निर्भर देशों की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं।

भारत को हो सकता है बड़ा नुकसान-

भारत अपने कुल तेल आयात का दो-तिहाई हिस्सा और एलपीजी का लगभग आधा हिस्सा इसी जलडमरूमध्य से होकर प्राप्त करता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर यह मार्ग बंद हुआ, तो भारत को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है। कच्चे तेल की कीमत में हर 10 डॉलर की बढ़त से भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को 0.5% तक नुकसान हो सकता है। साथ ही, महंगाई भी बढ़ेगी।

ग्लोबल मार्केट में भी बिकवाली का दौर-

अमेरिकी हमले के असर से एशियाई शेयर बाजार भी हिल गए हैं। जापान का निक्केई 227 अंक फिसलकर 38,175 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि कोरिया का कोस्पी 21 अंक की गिरावट के साथ 3000 पर ट्रेड कर रहा है। हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स भी 25 अंक नीचे लुढ़क गया है।

एक्सपर्ट्स की चेतावनी –

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब तक निवेशकों ने पश्चिम एशिया के तनाव को नजरअंदाज कर शेयर बाजार में भरोसा जताया था, लेकिन जैसे-जैसे हालात गंभीर होते जा रहे हैं, बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है। विशेषज्ञों ने निवेशकों को सलाह दी है कि मौजूदा स्थिति में सतर्कता बनाए रखें। अगर तनाव और बढ़ा तो इसका असर न केवल बाजार पर, बल्कि आम लोगों की जेब पर भी पड़ेगा।

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