PM Mudra Yojana: अपना बिजनेस करने के लिए भारत सरकार देती है 10 लाख रुपए का लोन, जानें अप्लाई करने की योग्यता, शर्तें और फायदे

अगर आप भी अपना बिजनेस करना चाहते हैं, तो प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का फायदा उठाते हुए 10 लाख रुपए का लोन ले सकते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि किन-किन व्यवसायों के लिए आप ये लोन ले सकते हैं और इसकी शर्तें और फायदे क्या हैं?

Update: 2024-06-08 13:12 GMT

रायपुर। भारत सरकार ने अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए एक योजना की शुरुआत की थी, जिसका नाम है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA) लोन स्कीम भारत सरकार की एक पहल है, जो व्यक्तियों, SME और MSME को लोन देती है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना 8 अप्रैल 2015 को तत्कालीन नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की थी।

पीएम मुद्रा योजना के माध्यम से 50 हजार रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक का लोन लिया जा सकता है। सरकार इस योजना के माध्यम से सभी जरूरतमंद लोगों को बैंकों की कुछ आसान सी शर्तों के साथ लोन उपलब्ध करवाती है। पीएम मोदी द्वारा शुरू किए गए प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना 2024 के तहत लोन लेकर आप अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।


MUDRA योजना के तहत 3 लोन योजनाएं ऑफर की जाती हैं, जिनके नाम शिशु, किशोर और तरुण है। मुद्रा लोन लेने के लिए आवेदक को बैंकों या लोन संस्थानों को कोई सिक्योरिटी जमा कराने की जरूरत नहीं होती है। इस लोन का भुगतान 5 साल तक किया जा सकता है।

पीएम मुद्रा लोन योजना के तहत इस तरह से करें ऑनलाइन आवेदन

  • सबसे पहले आप इसके आधिकारिक वेबसाइट https://www.mudra.org.in/ पर जाएं।
  • वेबसाइट के होम पेज पर आपको शिशु, तरुण और किशोर के 3 ऑप्शन दिखाई देंगे।
  • आप जिस भी तरह का लोन लेना चाहते हैं, उस पर क्लिक करें।
  • जैसे ही आप किसी विकल्प पर क्लिक करेंगे आपके सामने उससे संबंधित एप्लीकेशन फॉर्म का लिंक खुलकर आ जाएगा।
  • अब यहां आपको डाउनलोड के विकल्प पर क्लिक कर पीएम मुद्रा लोन योजना का एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करना होगा।
  • आवेदन फॉर्म डाउनलोड करने के बाद आप इसका प्रिंटआउट निकाल लें।
  • इसके बाद आप आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी को ध्यान से पढ़कर सही-सही भर लें।
  • आवेदन फॉर्म रूप से भर लेने के बाद इसमें मांगे गए सभी डॉक्यूमेंट को अटैच कर दें।
  • अब आपको इस एप्लीकेशन फॉर्म को लेकर अपने नजदीकी बैंक में जमा करना होगा।
  • इसके बाद बैंक के कर्मचारियों द्वारा आपके एप्लीकेशन स्वीकृति के बाद आपको पीएम मुद्रा लोन योजना का लाभ दिया जाएगा।

शिशु, तरुण और किशोर के तहत आपको इतना लोन मिलेगा 

  • अगर आप शिशु ऋण के तहत लोन लेना चाहते हैं, तो आपको इसमें 50 हजार तक का लोन दिया जाएगा।
  • अगर आप किशोर ऋण के लिए आवेदन करते हैं, तो इसमें आपको 50 हजार से लेकर 5 लाख तक का लोन मिल जाएगा।
  • अगर आप तरुण ऋण के तहत लोन लेने के लिए आवेदन करते हैं, तो आपको 5 लाख से लेकर 10 लाख रुपए तक का लोन मिल जाएगा।

लोन का प्रकार टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन और ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी है। ब्याज दर आवेदक की प्रोफाइल और बिजनेस संबंधी जरूरतों के मुताबिक लगता है। कोलैटरल/सिक्योरिटी जरूरी नहीं है। भुगतान अवधि 12 महीने से लेकर 5 साल तक है। प्रोसेसिंग फीस शून्य या मंजूर हुई लोन राशि के 0.50%, बैंक/लोन संस्थान पर निर्भर करता है।

मुद्रा लोन के फायदे

  • कौलैटरल- फ्री लोन- बैंकों/एनबीएफसी को कोई कोलैटरल या सिक्योरिटी जमा कराने की जरूरत नहीं।
  • जीरो से नाममात्र प्रोसेसिंग फीस और कम ब्याज दरें।
  • महिला उद्यमियों के लिए ब्याज दरों में छूट।
  • भारत सरकार से क्रेडिट गारंटी योजनाओं के तहत कवर किए गए लोन।
  • ये टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन और ओवरड्राफ्ट सुविधाओं के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • सभी नॉन-फार्म एंटरप्राइजेज यानी स्मॉल या माइक्रो फर्म मुद्रा लोन ले सकते हैं।
  • अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अल्पसंख्यक वर्ग के लोग विशेष ब्याज दरों पर मुद्रा लोन ले सकते हैं।

मुद्रा योजना के अंतर्गत आने वाले बिजनेस

  • कमर्शियल वाहन- मशीनरी और उपकरणों के लिए मुद्रा फाइनेंस का उपयोग ट्रैक्टर, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, ट्रॉली, टिलर, माल परिवहन वाहन, 3-व्हीलर, ई-रिक्शा जैसे कमर्शियल ट्रांसपोर्ट वाहनों को खरीदने के लिए किया जा सकता है।
  • सर्विस सेक्टर- सैलून, जिम, सिलाई की दुकानों, मेडिकल शॉप, रिपेयर शॉप, ड्राई क्लीनिंग और फोटो कॉपी की दुकानों का बिजनेस शुरू करना।
  • फूड एंड टेक्सटाइल प्रोडक्ट सेक्टर- पापड़, अचार, आइसक्रीम, बिस्कुट, जैम, जेली और मिठाई बनाना। खेती से संबंधित उत्पादों के संरक्षण के लिए।
  • दुकानें और सर्विस एंटरप्राइज स्थापित करना, व्यापारिक और व्यावसायिक गतिविधियां, और नॉन-फार्म गतिविधियां जिससे इनकम होती हो।
  • माइक्रो यूनिट्स के लिए इक्विपमेंट फाइनेंस स्कीम- अधिकतम 10 लाख रुपए तक का लोन।
  • कृषि से संबंधित- एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिजनेस सेंटर, फूड एंड एग्रो-प्रोसेसिंग यूनिट, मुर्गी पालन, मछली पालन, मधुमक्खी पालन, छंटाई, पशुधन-पालन, ग्रेडिंग, कृषि-उद्योगों, डेयरी, मत्स्य पालन जैसे बिजनेस।
  • बैंक/एनबीएफसी केवल सर्विसेज, ट्रेडिंग या मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लगे व्यक्तियों, एंटरप्राइजेज या व्यवसाय को मुद्रा लोन देते हैं।

मुद्रा कार्ड के बारे में जानिए

मुद्रा कार्ड एक तरह का डेबिट कार्ड है, जो मुद्रा लोन लेने वालों को उनके बिजनेस और वर्किंग कैपिटल संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए जारी किया जाता है। मुद्रा लोन को मंजूरी मिलने के बाद बैंक/लोन संस्थान उधारकर्ता के लिए एक मुद्रा लोन अकाउंट खोलता है और इसके साथ ही एक डेबिट कार्ड भी जारी करता है। लोन राशि बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है, जिसे उधारकर्ता अपनी बिजनेस संबंधी जरूरतों के मुताबिक कुछ हिस्सों में निकाल भी सकते हैं।

मुद्रा लोन के लिए ये डॉक्यूमेंट्स जरूरी

  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • भरा हुआ एप्लीकेशन फॉर्म
  • आवेदक और सह-आवेदकों के KYC दस्तावेज। जैसे- पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, यूटिलिटी बिल (पानी/बिजली बिल)
  • अगर आवेदक किसी स्पेशल कैटेगरी से यानी एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक है, तो इससे संबंधित सर्टिफिकेट
  • पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
  • बिजनेस किस जगह पर है, उसका पता और कितने साल से चल रहा है
  • शिशु लोन योजना के मामले में जमा किया जाने वाला मुद्रा लोन एप्लीकेशन फॉर्म अलग है
  • किशोर और तरुण लोन योजनाओं के मामले में मुद्रा लोन एप्लीकेशन फॉर्म समान है।
Tags:    

Similar News