Krishi Sakhi Yojana 2024: जानें क्या है कृषि सखी योजना, ट्रेनिंग के साथ-साथ होगी कमाई, सालाना इतनी इनकम

ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए कृषि सखी योजना का शुभारंभ 15 जून 2024 को किया गया है। इसके तहत आधुनिक कृषि तकनीक और बेहतर खेती के तरीकों को लेकर 90 हजार महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी।

Update: 2024-06-20 11:46 GMT

रायपुर। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए कृषि सखी योजना का शुभारंभ 15 जून 2024 को किया गया है। इसके तहत आधुनिक कृषि तकनीक और बेहतर खेती के तरीकों को लेकर 90 हजार महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। 15 जून 2024 को वाराणसी में इस योजना की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि सखियों को सर्टिफिकेट भी दिए।

इस योजना के माध्यम से देश की ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। इस योजना के जरिए ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को कृषि से जुड़े विभिन्न कामों जैसे मृदा परीक्षण, बीज प्रसंस्करण, जैविक खाद निर्माण, फसल संरक्षण कटाई के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे न केवल महिलाएं किसानों की मदद करेंगी बल्कि खुद भी ट्रेनिंग में मिली जानकारी का इस्तेमाल कर कमाई कर सकने में सक्षम होंगी।


30 अगस्त 2023 को MoU पर किए गए थे हस्ताक्षर

खेती में महिलाओं की अहम भूमिका और योगदान को महसूस करते हुए और ग्रामीण महिलाओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 30 अगस्त 2023 को एक MoU पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत कृषि सखी सर्टिफिकेशन कार्यक्रम एक अच्छी पहल है।

पहले चरण में देश के 12 राज्यों में योजना को किया जा रहा लागू

पहले चरण में देश के 12 राज्यों में इस योजना को लागू किया जाएगा। इसके पहले चरण में 90 हजार महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभाग द्वारा दी जाएगी। फिलहाल जिन राज्यों में योजना को लागू किया जा रहा है उनमें गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा, राजस्थान, मेघालय, आंध्र प्रदेश और झारखंड हैं।


अब तक कृषि सखी कार्यक्रम के तहत 34 हजार से अधिक कृषि सखियों को पैरा एक्सटेंशन कर्मचारी के रूप में प्रमाणित किया जा चुका है। इसकी वजह ये है कि महिलाओं को खेती की अच्छी समझ होती है। कृषि पैरा एक्सटेंशन में शामिल होने के बाद महिलाओं को 56 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसमें उन्हें भूमि की तैयारी से लेकर फसल काटने तक इकोलॉजिकल प्रैक्टिस कराई जाएगी।

कृषि सखी योजना 2024 के लिए पात्रता

  • भारत का नागरिक होना जरूरी।
  • निम्न आय वर्ग की महिलाएं ही इस योजना के लिए पात्र होंगी।
  • आवेदक महिला की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए।
  • कृषि सखी योजना के लिए ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं ही पात्र होंगी।
  • फिलहाल देश के 12 राज्यों की महिलाओं को ही योजना का लाभ मिल सकेगा। 

Krishi Sakhi Yojana का लाभ लेने के लिए ये डॉक्यूमेंट्स आपके पास होने जरूरी हैं।

  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक
  • आय प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पहचान पत्र

कृषि सखी योजना 2024 के लिए इस तरह से करें अप्लाई

  • अपने नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय में जाएं।
  • योजना का एप्लीकेशन फॉर्म लेकर उसमें पूछी गई सभी जानकारियों को सावधानीपूर्वक भरें।
  • जो भी दस्तावेज मांगे गए हैं, उन्हें एप्लीकेशन फॉर्म के साथ अटैच करें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म को जहां से आपने लिया था, उन्हीं कर्मचारी के पास जमा कर दें।
  • आवेदन फॉर्म जमा करने के बाद रसीद लेना न भूलें। रसीद को अपने पास संभालकर रखें।
  • संबंधित अधिकारी आपके एप्लीकेशन फॉर्म की जांच करेंगे और इसके सही पाए जाने पर आपको कृषि सखी के रूप में सिलेक्ट कर लिया जाएगा।

कृषि सखियों को दिया जा रहा इन चीजों का प्रशिक्षण

  • भूमि की तैयारी से लेकर फसल काटने तक का अभ्यास
  • किसान फील्ड स्कूलों का आयोजन
  • बीज बैंक की स्थापना और इसका मैनेजमेंट
  • एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Agriculture System)
  • मृदा स्वास्थ्य, मृदा और नमी संरक्षण प्रथाएं
  • पशुधन प्रबंधन
  • बायो इनपुट की तैयारी, इस्तेमाल और बायो इनपुट दुकानों की स्थापना
  • बुनियादी संचार कौशल

ट्रेनिंग के बाद कृषि सखियों के लिए रोजगार

ट्रेनिंग के बाद कृषि सखियां एक दक्षता परीक्षा देंगी। इसमें जो सखियां पास होंगी, उन्हें पैरा-विस्तार कार्यकर्ता के रूप में सर्टिफाइड किया जाएगा। इससे वे निर्धारित संसाधन शुल्क पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की गतिविधियां संचालित करने में सक्षम होंगी। औसत कृषि सखी एक साल में 60 हजार से 80 हजार रुपये तक कमा सकती हैं।

कृषि सखी योजना की खास बात

  • किसानों की मदद के लिए ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को कृषि सखी के रूप में किया जा रहा तैयार।
  • कृषि सखी कर सकती हैं 60 से 80 हजार रुपए तक की सालाना आय।
  • कृषि सखी को हर महीने संसाधन शुल्क भी दिया जाएगा।
  • पहले चरण में लगभग 90,000 महिलाओं को ट्रेनिंग।
  • किसान फील्ड स्कूलों का आयोजन।
  • बीज बैंक की स्थापना और मैनेजमेंट के बारे में दी जाएगी जानकारी।
  • मिट्टी के स्वास्थ्य के बारे में दी जाएगी जानकारी।
  • बायो इनपुट की तैयारी, उपयोग और बायो इनपुट दुकानों की स्थापना और बुनियादी संचार कौशल के बारे में बताया जाएगा।
  • खेती में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

अब तक 70 हजार में से 34 हजार कृषि सखियों को पैरा-विस्तार कार्यकर्ता के रूप में प्रमाणित किया जा चुका है।

लखपति योजना से कनेक्शन

कृषि सखी कार्यक्रम का संबंध भारत सरकार की लखपति दीदी योजना से है। इसमें कहा गया था कि कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ लखपति दीदी बनाई जाएंगी। इसकी शुरुआत कृषि सखी कार्यक्रम से हो रही है। इस कार्यक्रम के तहत कृषि सखी सर्टिफिकेशन के साथ ही कृषि सखियों को कृषि पैरा-एक्सटेंशन सहायक बनाया जाएगा, जो मूल रूप से लखपति दीदी योजना के उद्देश्यों को पूरा करेगी।

अभी कृषि सखियां इस तरह से काम कर रही हैं

कृषि और किसान कल्‍याण मंत्रालय ने बताया है कि वर्तमान में एक कार्यक्रम के तहत 30 कृषि सखियां पूर्वोत्तर में काम कर रही हैं। वे लोकल रिसोर्स पर्सन के तौर पर काम करती हैं। उनकी जिम्‍मेदारी हर महीने में एक बार खेत में जाकर कृषि गतिविधियों की निगरानी करते हुए किसानों की चुनौतियों को समझना है। इसके बाद वे किसानों को ट्रेनिंग देने के साथ ही कई तरह की गतिविधियां करती हैं। उन्‍हें हर महीने 4 हजार 500 रुपए का संसाधन शुल्क भी मिल रहा है।

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