IPS Kundan Krishnan News: इस दबंग IPS से बड़े-बड़े माफिया कांपते हैं, जेल में उत्पाती कैदियों पर चलवा दी थी गोली, जानिये उनके बारे में
IPS Kundan Krishnan News: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अपने गंगाजल फेम आईपीएस अफसर कुंदन कृष्णन को सेंट्रल डेपुटेशन से वापिस बुला लिया है। कुंदन के नाम से माफिया और अपराध जगत कांपता है।
IPS Kundan Krishnan News: पटना। आईपीएस कुंदन कृष्णन एक बार फिर चर्चा में हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें सेंट्रल डेपुटेशन से वापिस बुला लिया है। मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस के नंबर दो के पद एडीजी पुलिस मुख्यालय बनाया है।
कुंदन बिहार कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह मूलतः नालंदा जिले के रहने वाले हैं। 2021 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीआईएसएफ गए थे। कोलकाता में जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा का जिम्मा आईपीएस कुंदन कृष्णन के नेतृत्व में सीआईएसफ को सौंपा गया था। बिहार में अपराधों पर नियंत्रण हेतु मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डेपुटेशन की अवधि खत्म होने से पहले ही उन्हें बिहार बुलवा लिया है।
जन्म और शिक्षा
कुंदन कुमार का जन्म 8 मार्च 1969 को हुआ है। एमए इतिहास से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के बाद कुंदन कृष्णन ने यूपीएससी क्रैक की है और आईपीएस बने हैं। 4 सितंबर 1994 को उन्होंने आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की है।
प्रोफेशनल कैरियरः
कुंदन कृष्णन कड़क मिजाज के आईपीएस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। वह राजधानी पटना, छपरा समेत कई जिलों के एसपी रहे हैं। बाहुबली आनंद मोहन जेल में रहने के दौरान पेशी में शामिल होने कोर्ट आए थे। कोर्ट से वापस जेल जाने के बावजूद पटना के होटल में रुक गए थे। इस वक्त पटना के एसपी कुंदन कृष्णन थे। आनंद मोहन के हथियारबंद समर्थकों ने न केवल बवाल किया बल्कि पुलिस पार्टी पर हमला भी कर दिया था। इसके बावजूद कुंदन कुमार पीछे नहीं हटे...उन्होंने आनंद मोहन को गिरफ्तार कर लिया था।
छपरा जेल गोलीकांड से चर्चा में
कुंदन कृष्णन के नाम से बिहार के बड़े-बड़े बाहुबली खौफ खाते थे। 2002 में छपरा जिले के एसपी रहने के दौरान छपरा जेल के कैदियों ने बवाल काटते हुए जेल के अधिकारियों, कर्मचारियों को बंधक बना जेल पर कब्जा कर लिया था। सूचना मिलने पर जेल पहुंची फोर्स पर भी कुख्यात कैदियों ने फायरिंग कर दी। कुंदन कृष्णन पीछे नहीं हटे। वे खुद एके-47 लेकर जेल के अंदर घुस गए। उन्होंने स्थिति को नियंतित्र करने गोली चलाने का आदेश दिया। पुलिस की जवाबी कार्यवाही में पांच कैदी मारे गए। इस अभियान में कुंदन कृष्णन का हाथ भी फ्रैक्चर हो गया। यह केस काफी चर्चाओं में रहा था। क्योंकि, चर्चा यह भी कि कुंदन के खौफ से छपरा जिले के बड़े क्रीमिनल जमानत निरस्त कराकर जेल चले गए थे। जेल से वे रंगदारी वसूल रहे थे। साथ ही जेल को भी अपने हिसाब से चलाना चाहते थे। इसको लेकर भिड़ंत हो गई। बताते हैं, पुलिस की गोलीबारी में पांच कैदी मारे गए थे, वे सभी छंटे हुए बदमाश थे।
महत्वपूर्ण पोस्टिंग
कुंदन कृष्णन एडीजी अपर नागरिक सुरक्षा आयुक्त भी रह चुके है। एडीजी पुलिस मुख्यालय भी बिहार में वे रहे हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) में संयुक्त सचिव के पद पर भी रहे हैं। एडीजी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के पद पर 2021 में गए थे। कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद सीआईएसफ को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था। उस वक्त सीआईएसफ की तरफ से सुरक्षा की जवाबदारी कुंदन कृष्णन सम्हाल रहे थे। कुंदन छत्तीसगढ़. में आईबी की पोस्टिंग कर चुके हैं।
चुनाव की तैयारी
अगले साल बिहार में 2025 में चुनाव होने हैं। यहां कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर होता रहा है। जिसके चलते सीएम नीतीश कुमार ने डेपुटेशन की अवधि खत्म होने से पहले ही आईपीएस कुंदन कृष्णन को वापस होम कैडर बुलवा लिया है। उन्हें एडीजी मुख्यालय की जवाबदारी सौंपी गई है।