IPS Indira Kalyan Elesela: छत्तीसगढ़ के ऐेसे आईपीएस, जिन्हें विवादों के बाद चार बार एसपी से हटाया गया, कांस्टेबल से विवाद के बाद भी हुई थी छुट्टी
IPS Indira Kalyan Elesela: कांकेर में हिंसा और आगजनी की घटना के बाद विष्णुदेव साय सरकार ने जीरो टॉलरेंस दिखाते हुए कल शाम कांकेर के एसपी इंदिरा कल्याण इलेसेला को हटा दिया। इलेसेला को चार बार विवादों के बाद उन्हें हटाया गया। इनमें कांस्टेबल के साथ विवाद भी शामिल है, जिसमें उनकी अभद्र टिप्पणी का ऑडियो वायरल हो गई थी।
IPS Indira Kalyan Elesela: रायपुर। इंदिरा कल्याण इलेसेला 2011 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। बीजेपी सरकार आने के बाद जनवरी 2024 में उन्हें कांकेर का पुलिस अधीक्षक बनाया गया। इलेसेला का विवादों से गहरा नाता है। वे सात जिलों के पुलिस अधीक्षक रहे, उनमें से चार बार विवादों की वजह से उन्हें हटाया गया। रमन सिंह सरकार के दौर में एक बार उन्हें बिगड़े बोल की वजह से विधानसभा सत्र के दौरान सुकमा एसपी से हटाया गया था।
बस्तर के सुकमा एसपी रहते हुए जगदलपुर में आयोजित एक ऑटोमोबाइल कंपनी के उद्घाटन कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण इलेसेला की जुबान बिगड़ गई थी। उन्होंने कहा था कि मानवाधिकार के नाम पर नक्सलियों के समर्थन करने वालों को सड़क पर कुचल देना चाहिए। उनके इस बयान की देश-विदेश में काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
1. विधानसभा से छुट्टी का आदेश
मार्च 2017 के समय विधानसभा का बजट सत्र चल रहा था। इलेसेला का बयान सोशल मीडिया में वायरल होते ही तूफान मच गया। मुख्यमंत्री डॉ0 रमन सिंह ने अपने सचिवालय के अधिकारियों अमन सिंह और सुबोध सिंह से वस्तुस्थिति की जानकारी ली और उसके बाद विधानसभा के ऑफिस से ही एसपी को हटाने का आदेश जारी हो गया था।
2. कांस्टेबल से विवाद
दिसंबर 2018 में भूपेश बघेल की सरकार बनी तो इंदिरा कल्याण इलेसेला की फिर से वापसी हुई। उन्हें बलौदा बाजार जिले का कप्तान बनाया गया। मगर वहां कांस्टेबल से उन्होंने ऐसा बर्ताव कर दिया कि सरकार को न उन्हें हटाना पड़ गया। कांस्टेबल क्वार्टर को लेकर उनसे मिलने गया था। उसने कहा कि मुझे पुराने क्वार्टर में ही रहने दीजिए, मेरी पत्नी वहां से शिफ्थ नहीं होना चाहती तो इलेसेला ने कह दिया, तुम अपनी पत्नी से तालाक ले लो। बात ही बात में वे इसने गुस्से में आ गए थे कि यहां तक बोल डाला, जाओ भूपेश बघेल से मेरी शिकायत कर देना। इसका ऑडियो सोशल मीडिया में ऐसा वायरल हुआ कि कांग्रेस सरकार को न चाहते भी बलौदा बाजार एसपी को हटाना पड़ गया।
3. बिरनपुर सांप्रदायिक हिंसा
बलौदा बाजार से हटाने के बाद कुछ महीने बाद भूपेश सरकार ने इलेसेला को बेमेतरा का पुलिस अधीक्षक बनाया। इलेसेले बेमेतरा गए तो बिरनपुर सांप्रदायिक हिंसा हो गई। उसमें तीन लोग मारे गए। इनमें विधायक ईश्वर साहू के बेटे भी शामिल थे। बिरनपुर हिंसा की अनुगूंज पूरे प्रदेश में हुआ। असल में, छत्तीसगढ़ में पहली बार इस लेवल का धार्मिक विवाद हुआ, जिसमें तीन लोगों की जानें चली गईं। काफी हंगामे के बाद राज्य सरकार ने इलेसेला को बेमेतरा से हटाया मगर एसपी से नहीं जिले से। उन्हें सूरजपुर का एसपी बना दिया।
4. आमाबेड़ा हिंसा
दिसंबर 2023 में बीजेपी की सरकार बनी तो इलेसेला को कांकेर जिले का एसपी बनाया गया। उनके एसपी रहते अंतागढ़ के आमाबेड़ा में बड़ी हिंसा और आगजनी हो गई। क्रिश्यिन और आदिवासी समुदाय के विवाद में एक एडिशनल एसपी समेत कई जवान और आम आदमी जख्मी हुए। उपद्रवियों ने दो चर्चों को भी जला दिया। क्रिश्चियन सरपंच के पिता के शव दफनाने को लेकर उठे विवाद को समय रहते हैंडिल नहीं किया गया। अगर समय रहते वहां चौकसी बढ़ा दी गई होती तो ये घटना नहीं होती। बहरहाल, सरकार ने इस मामले में कल देर शाम पुलिस अधीक्षक इलेसेला को हटा दिया।
कौन हैं इंदिरा कल्याण इलेसेला
इंदिरा कल्याण इलेसेला छत्तीसगढ़ कैडर के 2011 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः आंध्रप्रदेश के रहने वाले है। सीएस के अलावा एमए और एम फिल की पढ़ाई उन्होंने की है। आईपीएस बनने के बाद 9 वें जिले की कप्तानी कर रहें है। इंदिरा कल्याण इलेसेला एसएसपी रैंक के अफसर हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में...
जन्म और शिक्षा
इंदिरा कल्याण इलेसेला आंध्रप्रदेश के रहने वाले है। उनका जन्म 15 जून 1982 को हुआ हैं। इंदिरा कल्याण इलेसेला के पिता रेलवे में क्लर्क थें। इंदिरा के माता पिता के चार पुत्र हैं। जिनमें से इंदिरा एक हैं। उनकी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा विजयवाड़ा से हुईं। फिर उनकी उच्च शिक्षा नागार्जुन यूनिवर्सिटी से हुईं। इलेसेला ने कंपनी सचिव की पढ़ाई की। जिसके बाद एंथ्रोपोलोजी में एमए किया। हैदराबाद यूनिवर्सिटी एंथ्रोपॉलजी में पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया। उन्होंने राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय हैदराबाद से साइबर ला और साइबर फोरेंसिक लॉ की भी पढ़ाई की है।
प्रोफेशनल कैरियर
इंदिरा कल्याण इलेसेला ने 29 अगस्त 2011 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। रायपुर जिले में वे प्रशिक्षु आईपीएस रहे हैं। बीजापुर जिले में पोस्टिंग के दौरान चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में अदम्य साहस का परिचय देने पर उन्हें गैलंट्री अवॉर्ड भी मिल चुका है।
इंदिरा कल्याण इलेसेला बालोद, बेमेतरा, बलौदाबाजार– भाटापारा, नारायणपुर, बीजापुर, सूरजपुर, सुकमा, गौरेला– पेंड्रा– मरवाही जिले के एसपी रहें है। इसके अलावा वें आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के एसपी, 11 वीं वाहनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल जांजगीर– चांपा के कमांडेंट भी रह चुके हैं।