IPS Chavan Kiran Gangaram Biography in Hindi: आईपीएस चव्हाण किरण गंगाराम का जीवन परिचय ( जीवनी) जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस चव्हाण किरण गंगाराम?

IPS Chavan Kiran Gangaram Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: आईपीएस चव्हाण किरण गंगाराम छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः महाराष्ट्र के रहने वाले है। सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने वाले किरण गंगाराम ने तीन बार यूपीएससी निकाली और तीनों बार वे आईपीएस के लिए चयनित हुए। फिक्की द्वारा बेस्ट परफॉर्मिंग ऑफिसर का अवार्ड भी उन्हें दिया जा चुका है।

Update: 2024-07-04 13:25 GMT

IPS Chavan Kiran 

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एनपीजी। चव्हाण किरण गंगाराम छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईपीएस हैं। वे मूलतः महाराष्ट्र के कोल्हापुर के रहने हैं। अपनी स्कूली पढ़ाई सरकारी स्कूलों से पूरी कर इंजीनियरिंग के बाद तीसरे प्रयास में किरण गंगाराम ने 779 वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक की थी। तीसरे प्रयास में आईपीएस बनने के बाद दो और प्रयास चव्हाण किरण गंगाराम ने यूपीएससी के लिए दिए और दोनों ही प्रयासों फिर से आईपीएस के लिए चयनित हुए। फिक्की द्वारा स्मार्ट परफॉर्मिंग ऑफिसर का अवार्ड उन्हें दिया जा चुका है। आइए जानते हैं उनके बारे में...

जन्म और शिक्षा:–

चव्हाण किरण गंगाराम छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। किरण गंगाराम मूलतः महाराष्ट्र के कोल्हापुर के रहने वाले है। उनका जन्म 20 अगस्त 1993 को हुआ है। उनके पिता किसान हैं। किरण गंगाराम के माता-पिता पढ़े-लिखे नहीं है। बचपन में स्कूल से टाइम मिलने पर पिता के साथ खेतों में काम करने वाले किरण गंगाराम ने अपनी दसवीं तक की शिक्षा मराठी माध्यम से पूरी की है। किरण गंगाराम ने सातवीं तक की पढ़ाई कोल्हापुर से ही की। फिर कोंकण जाकर वहां से आठवीं से बारहवीं तक की शिक्षा ली। 11वीं,12वीं उन्होंने भौतिकी, रसायन व गणित विषयों के साथ उत्तीर्ण की।

किरण गंगाराम पांच भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। उनसे बड़ी दो बहने व दो भाई हैं। खराब परिस्थितियों के बाद भी पांच संतानों को किरण गंगाराम के माता-पिता ने पाल–पोसकर बड़ा किया। परिस्थितियों के चलते किरण गंगा राम की दोनों बड़ी बहनें पढ़ाई नहीं कर पाई यहां तक कि उनका सबसे बड़ा भाई भी पढ़ाई नहीं कर पाया। चौथे नंबर के भाई ने अपनी पढ़ाई पूरी की और वह फिलहाल आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर पदस्थ हैं। पांचवें नंबर पर खुद चव्हाण किरण गंगाराम हैं।

कोंकण से स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद किरण गंगा राम ने महाराष्ट्र के पुणे के इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। किरण गंगा राम ने मैकेनिकल ब्रांच से इंजीनियरिंग 2015 में पास आउट किया। उनका टीसीएस में भी कैंपस सलेक्शन हुआ पर उन्होंने ज्वाइन नहीं किया।

यूपीएससी में चयन:–

2015 में इंजीनियरिंग फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा के दो माह बाद ही यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा होने वाली थी। सेल्फ स्टडी कर तैयारी करते हुए 2015 में पहले ही प्रयास में किरण गंगाराम ने प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा निकाल ली और साक्षात्कार तक पहुंच गए। पर अंतिम चयन से वे चूक गए। बिना कोचिंग गए सेल्फ स्टडी से किरण गंगाराम ने यूपीएससी की तैयारी की। हां पर वे बीच-बीच में कोचिंग की टेस्ट सीरीज दिलाकर अपनी तैयारियां परखते थे। पुणे के ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करवाने वाले चौहान सर से भी उन्हें मार्गदर्शन मिला। 2016 में यूपीएससी का दूसरा अटेम्प्ट दिलाया। दूसरे अटेम्प्ट में प्री तो निकला पर मेंस नहीं निकल पाया। 2017 में तीसरे अटेम्प्ट में 779 वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर गंगाराम आईपीएस के लिए चयनित हुए। उन्होंने आईपीएस की ट्रेनिंग ज्वाइन कर ली। आईपीएस 2018 बैच उन्हे एलॉट हुआ।

तीसरे प्रयास में आईपीएस बनने के बावजूद भी चव्हाण किरण गंगाराम ने आईएएस बनने की ख्वाहिश के चलते 2018 और 19 का यूपीएससी भी दिया पर उनका सर्विस अपग्रेड नहीं हो पाया और वे दूसरी और तीसरी बार भी आईपीएस की सेवा के लिए चुने गए। फिर किरण गंगा राम ने इसे ही अपनी डेस्टिनी मान आईपीएस की सेवा आगे कंटिन्यू की। तीन बार आईपीएस निकालने वाले किरण गंगा राम के साथ खास बात यह है कि उनके माता-पिता को आईपीएस के बारे में जानकारी नहीं है। वे सिर्फ इतना ही जानते हैं कि उनका बेटा कोई बड़ी नौकरी करता है।

प्रोफेशनल कैरियर:–

चव्हाण किरण गंगाराम ने 17 दिसंबर 2018 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रशिक्षण अकादमी में ट्रेनिंग खत्म करने के पश्चात उन्हें फील्ड ट्रेनिंग के लिए प्रशिक्षु आईपीएस के तौर पर बिलासपुर जिले में पोस्टिंग मिली। बिलासपुर में वे सीपत थाना प्रभारी रहें। बिलासपुर के बाद में जगदलपुर में नगर पुलिस अधीक्षक रहें। जगदलपुर के बाद एडिशनल एसपी नक्सल ऑपरेशन सुकमा बने। फिर मई 2023 से सुकमा के एसपी हैं।

सुकमा एसपी के ही कार्यकाल के दौरान किरण गंगाराम चव्हाण को नक्सल प्रभावित जिला सुकमा में मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाकर बेहतर कार्य करने पर फिक्की द्वारा किरण गंगाराम को बेस्ट परफॉर्मिंग ऑफिसर का अवार्ड दिया गया हैं। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस वीके विश्वनाथ के हाथों यह अवार्ड किरण गंगाराम को देखकर पुरस्कृत किया गया है।

सुकमा से जगरगुंडा तक सड़क निर्माण का काम एसपी किरण गंगा राम ने करवाया। यहां पक्की सड़क बनवा कर बसों का संचालन शुरू करवाया। साथ ही बंद हो चुके साप्ताहिक बाजार को भी शुरू करवाया। सुकमा से बीजापुर जिला मुख्यालय को जोड़ने के लिए सिलेगर– तर्रेम का काम भी तेजी से जारी है। सुकमा के दोरनापाल से जगरगुंडा तक सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। सिलेगर, पूर्वती और आसपास के क्षेत्र में सड़कों का निर्माण कर गांवों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया जा रहा है। जगरगुंडा– बासागुड़ा तक तेजी से सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। नक्सलियों को सुकमा से खदेड़ने के लिए 3 माह में ही मुलेर, परिया, सालतोंग, मुकराजकोंडा, दुलेड में कैंप शुरू करवाया।

नक्सलियों के हेड क्वार्टर माने जाने वाले पूवर्ती गांव में पहली बार किरण गंगा राम ने जवानों के साथ जाकर पहली बार तिरंगा फहराया। इस गांव को नक्सलियों ने अपना हेड क्वार्टर बना रखा था।

जीवन साथी:–

किरण गंगा राम ने डॉक्टर मेघना से शादी की है। किरण गंगाराम की पत्नी एक डॉक्टर है। सुकमा में पोस्टिंग के दौरान ही दोनों की शादी हुई है।

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