IAS Gaurav Singh: रायपुर कलेक्ट्रेट के कॉल सेंटर में एक कॉल या मैसेज से 9000 से अधिक आवेदनों का निबटारा, इन नंबरों पर आप भी ट्राई कीजिए...
IAS Gaurav Singh: रायपुर के कलेक्टर डॉ0 गौरव सिंह ने डिजिटल गवर्नेंस को अपनाते हुए आम लोगों के काम के लिए ऐसा कॉल सेंटर प्रारंभ किया है, जहां एक कॉल या व्हाट्सएप मैसेज करने पर समस्या का समाधान हो जा रहा है। कॉल सेंटर के माध्यम से अभी तक न केवल 9000 से अधिक लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ है, बल्कि 7700 लोगों ने अपना फीडबैक भी दर्ज कराया है। कलेक्टर ने आम लोगों से अपील की है कि इस कॉल सेंटर का लाभ उठावें। इसके लिए कॉल सेंटर का मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है।
IAS Gaurav Singh: रायपुर। रायपुर कलेक्ट्रेट का कॉल सेंटर इतना हिट हो गया है कि कुछ महीने में ही नौ हजार से अधिक शिकायतों का समाधान हो गया है। कॉल सेंटर में रोज 50 से अधिक शिकायतें आ रही और उसका निबटारा किया जा रहा। कॉल सेंटर पर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह खुद निगरानी रखते हैं। उन्होंने इसे टॉप प्रायरिटी देते हुए अपने चेम्बर के बगल में कॉल सेंटर स्थापित कराया है ताकि व्यवस्था चौकस रहे। वे खुद दिन में एकाध बार जाकर कॉल सेंटर का मुआयना कर आते हैं कि वहां बिठाए गए स्टाफ प्रॉपर काम कर रहे हैं या नहीं। यही नहीं, कॉल सेंटर में एक डैशबोर्ड बनवाया गया है, उसमें एक बटन दबाकर कलेक्टर या कॉल सेंटर के नोडल अधिकारी दिन भर की शिकायतों का डिटेल देख लेते हैं।
बता दें, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सभी कलेक्टरों को प्रशासनिक कामों में सुशासन की पहल लाने के निर्देश दिए थे। इसके अनुपालन में कलेक्टर रायपुर डॉ. गौरव सिंह ने रायपुर जिले में एक कॉल सेंटर स्थापित किया है। जिसके माध्यम से व्हाट्सएप मैसेज अथवा फोन कर लोग अपने आवेदन दर्ज करा सकते हैं।
इनके निराकरण के लिए त्वरित कारवाई की जाती है। साथ ही समाधान करने के करने के लिए समय सीमा तय की गई है। अन्य मामले जो विभागीय समन्वय से संबंधित होते हैं, विभागों को प्रेषित कर दिए जाते हैं। कलेक्टर नियमित रूप से समय सीमा की बैठकों में इसकी समीक्षा करते हैं।
अब तक 9000 से अधिक प्रकरण का निराकरण किया जा चुका है। अच्छी बात यह है कि नागरिकों से इनका फीडबैक भी पूछा जा रहा है, जैसा कि कॉरपोरेट गवर्नेंस में होता है।
नागरिकों को इस बात की जानकारी मिलती है कि उनको जो सर्विस मिल रही है वह गुणवत्ता पूर्वक है कि नहीं। वे इसमें फीडबैक अपना दर्ज कराते हैं। जिला शासन की उपलब्धि इस बात में है कि 7700 से अधिक नागरिकों ने फीडबैक में संतोषजनक बताते हुए खुशी जताई। साथ ही नागरिकों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार जताते हुए कहा कि डिजिटल गवर्नेंस को अपनाते हुए से सरकार की यह पहल अनुकरणीय है।
लोग बताते हैं कि केवल एक व्हाट्सएप मैसेज के माध्यम से भी हमारी समस्याओं का समाधान हो रहा है। यह इज ऑफ लिविंग के आधुनिक सिद्धांतों के अनुकूल है।
दिव्यांगजनों के लिए भी व्यवस्था
मूकबधिर एवं श्रवण बाधित दिव्यांगजनों की सुविधा हेतु कॉल सेंटर में साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की विशेष व्यवस्था की गई है। इसके माध्यम से वे बिना किसी कठिनाई के अपनी समस्याएं स्पष्ट रूप से साझा कर सकते हैं। एक्सपर्ट इन समस्याओं को संबंधित विभाग तक पहुँचाकर समाधान सुनिश्चित करते हैं। साथ ही, दिव्यांगजन वीडियो कॉल के जरिए भी साइन लैंग्वेज में संवाद स्थापित कर अपनी परेशानियाँ साझा कर सकते हैं, जिससे उन्हें त्वरित और प्रभावी सहायता प्राप्त हो सके।
नागरिक समस्याओं के तुरंत निराकरण के लिए इस तरह के मॉडल्स का जैसे-जैसे लोकप्रिय होंगे लोगों को अधिक संख्या में लोग इससे जुड़ेंगे, उनकी समस्याओं का समाधान हो सकेगा। केवल एक साल में ही कॉल सेंटर को मिली सफलता बड़ी बात है।
आप भी अपनी समस्याओं और शिकायतों के समाधान हेतु जिला कॉल सेंटर के मोबाइल नंबर 9977222564, 9977222574, 9977222584, 9977222594 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।