डिप्टी कमिश्नर गिरफ्तार: सरकार को लगाई ढाई करोड़ की चपत, वाणिज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर गिरफ्तार...

Update: 2022-11-24 09:49 GMT

NPG डेस्क: भ्रष्टाचार के मामले में वाणिज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर को गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई उत्तरप्रदेश आर्थिक अपराध अनुसंधान (ईओडब्ल्यू) ने की है। सेल्स टैक्स चोरी के 15 साल पुराने मामले में सेल्स टैक्स विभाग के तत्कालीन सहायक आयुक्त (वर्तमान में उपायुक्त) मुन्नी लाल के खिलाफ ये कार्रवाई हुई है।

दरअसल, ये मामला वर्ष 2005 बिजनौर के यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर हुए 2.43 करोड़ रुपये के गबन का है। ईओडब्ल्यू ने वाणिज्य कर के डिप्टी कमिश्नर मुन्नी लाल को बुधवार रात उनके आवास से गिरफ्तार किया।

जानकारी के अनुसार उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और झारखंड से उत्तराखंड के लिए ले जाए जा रहे लोहे की सिल्लियों और अन्य लौह अयस्कों को उत्तर प्रदेश में ही बेच दिया जाता था और उत्तर-प्रदेश उत्तराखंड चेक पोस्ट भागूवाला पर उत्तराखंड के लिए फर्जी निकासी दिखा दी जाती थी। ऐसे 855 फर्जी ट्रकों की निकासी उत्तराखंड के लिए दिखाई गई जो वास्तव में उत्तराखंड गई ही नहीं। ईओडब्ल्यू शाखा के डीजी राज कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि 2007 में इस संबंध में बिजनौर में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम हुआ था। जिसमें तत्कालीन सहायक आयुक्त मुन्नीलाल, सेल्स टैक्स ऑफिसर मुन्ना सिंह और राम चंद्र, क्लर्क अनिल कुमार व एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस मामले की विवेचना ईओडब्ल्यू शाखा द्वारा की जा रही थी। 

ईओडब्ल्यू के मुताबिक वर्ष 2005-06 में मुन्नी लाल बिजनौर में व्यापार कर चेक पोस्ट भागूवाला में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात थे.

उस दौरान उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और झारखंड से उत्तराखंड के लिए ले जाए जा रहे लोहे की सिल्लियों और अन्य लौह अयस्कों को उत्तर प्रदेश में ही बेच दिया जाता था और उत्तर-प्रदेश उत्तराखंड चेक पोस्ट भागूवाला पर उत्तराखंड के लिए फर्जी निकासी दिखा दी जाती थी। ऐसे 855 फर्जी ट्रकों की निकासी उत्तराखंड के लिए दिखाई गई जो वास्तव में उत्तराखंड गई ही नहीं। ईओडब्ल्यू शाखा के डीजी राज कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि 2007 में इस संबंध में बिजनौर में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम हुआ था। जिसमें तत्कालीन सहायक आयुक्त मुन्नीलाल, सेल्स टैक्स ऑफिसर मुन्ना सिंह और राम चंद्र, क्लर्क अनिल कुमार व एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस मामले की विवेचना ईओडब्ल्यू शाखा द्वारा की जा रही थी। 

मुन्नीलाल सुल्तानपुर जिले के कोतवाली देहात थाने के भर्तीपुर गांव के निवासी हैं। डीजीपी ईओडब्ल्यू आरके विश्वकर्मा ने एसपी हबीबुलहसन के नेतृत्व में टीम गठित कर मुन्नी लाल को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। इनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति लंबे समय से रुकी हुई थी। शासन से मंजूरी मिलते ही ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई की।

गबन के इस मामले में यूपी सरकार को दो करोड़ 43 लाख 93 हजार 437 रुपये की चपत लगी थी। वहीँ इस मामले में वाणिज्यकर विभाग से अभियोजन स्वीकृति लेकर मुन्नी लाल को मंगलवार को गोमतीनगर से गिरफ्तार किया गया।

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