CG प्रोबेशन में ही गदर मचा रहे अफसर, राज्य सेवा और निचले पोस्ट ही नहीं भारतीय सेवा के अफसरों के खिलाफ भी शिकायतें, खुलकर सौदेबाजी...

एंटी करप्शन ब्यूरो ने गरियाबंद में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर करून डहरिया और बिलासपुर में पदस्थ फॉरेस्टर गजेंद्र गौतम को गिरफ्तार किया है।

Update: 2022-11-04 09:54 GMT

रायपुर। नाम करून डहरिया। डिप्टी कलेक्टर 2019 बैच। निवासी कोरबा। अभी प्रोबेशन भी खत्म नहीं हुआ है। 7 माह पहले जनपद सीईओ की जिम्मेदारी मिली और रंगे हाथ एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पामगढ़ एसडीएम रहते हुए भी डहरिया के खिलाफ शिकायत हुई थी। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम जमीन खरीदी के लेनदेन की जानकारी भी जुटा रही है।

ये अकेले अफसर नहीं हैं, बल्कि राज्य सेवा से लेकर निचले पोस्ट और भारतीय सेवा के कुछ अधिकारियों खिलाफ ऐसी शिकायतें हैं। आलम यह है कि खुलकर पैसों की मांग करने से नहीं चूकते। NPG ने अपने चर्चित कॉलम तरकश में भी कई बार इस ओर जिम्मेदारों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी।

कुछ जानकारों का कहना है कि ऐसे कई डिप्टी कलेक्टर जनपद सीईओ की जिम्मेदारी में हैं। इनमें कई के खिलाफ ऐसी शिकायतें हैं। पंचायत विभाग के सीईओ कैडर के अधिकारी भी इस संबंध में अपने अधिकारियों तक बात रख चुके हैं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती। ऐसी स्थिति बाकी कई विभागों में भी है। कई बार प्रोबेशनर होने के कारण सीनियर अधिकारी भी डांट-फटकार के बाद छोड़ देते हैं। इससे सुधार होने के बजाय हौसले और बुलंद हो जाते हैं, जबकि प्रोबेशन का समय अच्छा काम करने और अपनी जगह बनाने का होता है।

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