सुमेधानन्द सरस्वती की जीवनी : Sumedhanand Saraswati Biography Hindi
Sumedhanand Saraswati Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: स्वामी सुमेधानन्द सरस्वती (स्वामी सुमेधानन्द सरस्वती) राजस्थान के पिपराली गाँव में वैदिक आश्रम के एक प्रतिष्ठित संत हैं साथ ही सुमेधानन्द सरस्वती भाजपा नेता भी हैं।
Sumedhanand Saraswati Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: स्वामी सुमेधानन्द सरस्वती (स्वामी सुमेधानन्द सरस्वती) राजस्थान के पिपराली गाँव में वैदिक आश्रम के एक प्रतिष्ठित संत हैं साथ ही सुमेधानन्द सरस्वती भाजपा नेता भी हैं। 1972 में संस्कृत पढ़ने के लिए घर छोड़ दिया, आगे चलकर सन्यास ग्रहण कर लिया। मई 2014 में 16वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित हुए। 1 सितम्बर 2014 से मानव संसाधन विकास संबंधी स्थायी समिति के सदस्य हैं। 15 सितम्बर 2014 से आचार समिति, परामर्शदात्री समिति, कृषि मंत्रालय, हिन्दी सलाहकार समिति, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सदस्य हैं।
- पूरा नाम सुमेधानंद सरस्वती
- जन्म तिथि 01 Oct 1951 (उम्र 72)
- जन्म स्थान बालंद, रोहतक, हरियाणा
- पार्टी का नाम Bharatiya Janta Party
- शिक्षा Others
- व्यवसाय सामाजिक कार्यकर्ता
- पिता का नाम श्री मायाराम आर्य
- माता का नाम श्रीमती भारती देवी
- स्थाई पता वैदिक आश्रम पिपराली, ग्राम डाक-पिपराली, जिला-सीकर, राजस्थान टेलीः (01572) 226300, 09 9 28470131 (एम)
- वर्तमान पता 163, साउथ एवेन्यू, नई दिल्ली-110011 टेल: (01572) 226300, 09928470131 (M)
- सम्पर्क नंबर 9928470131
- ई-मेल sumedhanand.s@sansad.nic.in
सुमेधानंद सरस्वती का राजनीतिक जीवन
- मई 2014: 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए
- 1 सितंबर 2014 से: सदस्य, मानव संसाधन विकास संबंधी स्थायी समिति
- 15 सितम्बर 2014 से आगे:
- सदस्य, नैतिकता समिति,
- सदस्य, सलाहकार समिति, कृषि मंत्रालय
- सदस्य, हिंदी सलाहकार समिति, मानव संसाधन विकास मंत्रालय
- 23 मई 2019: 17वीं लोकसभा के लिए चुने गए।
- सुमेधानंद सरस्वती का सामाजिक जीवन
- 1975 से कई सामाजिक संगठनों से जुड़े
- स्कूल और कॉलेज के दिनों से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े
- आर्य समाज के विभिन्न संगठनों में राज्य स्तरीय महासचिव और राज्य स्तरीय अध्यक्ष के पद पर रहे
- सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर रहते हुए
- विभिन्न शैक्षिक एवं अन्य संगठनों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना। *स्कूल और कॉलेज के दिनों में नाटक में रुचि थी