Satish Golcha IPS Profile: कौन हैं सतीश गोलचा? दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर, दंगों से तिहाड़ तक निभाई अहम जिम्मेदारी, पढ़ें सतीश गोलचा की बायोग्राफी

Satish Golcha IPS Profile: दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवालों के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फैसला लिया है। 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा को दिल्ली पुलिस का नया कमिश्नर बनाया गया है।

Update: 2025-08-21 14:53 GMT

Satish Golcha IPS Profile: राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवालों के बीच सरकार ने आज बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के ठीक एक दिन बाद 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा को दिल्ली का नया पुलिस कमिश्नर बना दिया गया है। अब तक यह जिम्मेदारी एसबीके सिंह के पास अतिरिक्त चार्ज के रूप में थी, लेकिन केवल 21 दिन बाद ही उनसे यह पद ले लिया गया।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था। मोदी सरकार पर कड़े सवाल उठने लगे थे, ऐसे में तुरंत कदम उठाना जरूरी हो गया। यही वजह रही कि दिल्ली पुलिस की कमान अब एक फुल टाइम कमिश्नर को सौंप दी गई। पूरी उम्मीद है कि गोलचा का तजुर्बा और कड़े फैसले लेने की कैपेसिटी इस समय राजधानी को काफी मदद दे सकती है।

आईपीएस सतीश गोलचा का प्रोफ़ाइल

  • बैच और कैडर: 1992 बैच, एजीएमयूटी (Arunachal Pradesh-Goa-Mizoram & Union Territories) कैडर।
  • मुख्य पद: दिल्ली पुलिस में DCP, जॉइंट CP, और स्पेशल CP (Law & Order और Intelligence)।
  • दिल्ली दंगे में भूमिका: साल 2020 में हुए उत्तर-पूर्व दिल्ली दंगों के दौरान वे स्पेशल CP (Law and Order) थे।
  • राज्यों में अनुभव: वे अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) भी रह चुके हैं।
  • तिहाड़ जेल का प्रभार: 2024 में उन्हें DG (Prisons), दिल्ली नियुक्त किया गया।

दिल्ली पुलिस में गोलचा की अब तक की बड़ी भूमिकाएं

  • कई जिलों में डीसीपी रहते हुए कानून-व्यवस्था को मजबूत किया।
  • जॉइंट कमिश्नर के तौर पर दिल्ली पुलिस की रणनीतिक कार्ययोजनाओं में अहम भूमिका निभाई।
  • स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) रहते हुए बड़े दंगों और तनावपूर्ण हालात को संभाला।
  • स्पेशल सीपी (इंटेलिजेंस) के रूप में खुफिया तंत्र को मजबूत किया।
  • डीजी (प्रिज़न्स) रहते हुए तिहाड़ जेल में प्रशासनिक सुधार किए।

सिर्फ 21 दिन के कमिश्नर रहे SBK सिंह

दिल्ली पुलिस कमिश्नर का एडिशनल चार्ज 31 जुलाई को एसबीके सिंह को दिया गया था। लेकिन 21 दिन बाद ही उनसे यह जिम्मेदारी वापस ले ली गई। यह पहली बार नहीं है जब एडिशनल चार्ज जल्दी वापस लिया गया हो। 2021 में भी बालाजी श्रीवास्तव से महज 29 दिन में चार्ज लेकर राकेश अस्थाना को फुल-टाइम कमिश्नर बनाया गया था।

क्यों अहम है यह बदलाव?

CM पर हमला: राजधानी में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला होना सुरक्षा की बड़ी चूक माना जा रहा है।
दिल्ली में बढ़ते अपराध: महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम और संगठित अपराध पर काबू पाना चुनौती।
अनुभव की जरूरत: गोलचा के पास कानून-व्यवस्था और इंटेलिजेंस दोनों का गहरा अनुभव है।
Tags:    

Similar News