राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का जीवन परिचय (जीवनी) : Rajiv Ranjan Singh (Lalan Singh) Biography in Hindi

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Update: 2024-07-10 19:00 GMT

Lalan Singh Biography in Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Election, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Net Worth, Daughter, Children, Politics, Party, Quotes: राजीव रंजन सिंह, जिन्हें ललन सिंह के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म 24 जनवरी 1955 को पटना, बिहार में हुआ था। उनके पिता का नाम ज्वाला प्रसाद सिंह और माता का नाम कौशल्या देवी था। ललन सिंह ने अपनी शिक्षा टीएनबी कॉलेज, भागलपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त की, जहां से उन्होंने कला स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की। अपने कॉलेज के दिनों में, वे कॉलेज छात्र संघ के महासचिव थे और 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व वाले आंदोलनों में भाग लिया।

व्यक्तिगत जीवन

ललन सिंह का विवाह रेणु देवी से हुआ है और उनकी एक बेटी है। उनका परिवार नई दिल्ली में निवास करता है।

राजनीतिक करियर

प्रारंभिक राजनीतिक सफर:

ललन सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से की। 2000 में वे राज्य सभा के सदस्य बने और 2004 से 2009 तक उन्होंने बिहार के बेगूसराय निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद, 2009 से 2014 और फिर 2019 से वे मुंगेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रहे।

बिहार सरकार में भूमिका:

2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद, उन्हें बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया। 2014 से 2019 तक उन्होंने बिहार सरकार में जल संसाधन और योजना एवं विकास मंत्री के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वे 2014 से 2019 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य भी रहे।

केंद्रीय मंत्री के रूप में:

10 जून 2024 को, ललन सिंह ने केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री तथा केंद्रीय पंचायती राज मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। इस भूमिका में वे नरेंद्र मोदी सरकार में सेवा कर रहे हैं।

पार्टी नेतृत्व:

ललन सिंह 31 जुलाई 2021 से 29 दिसंबर 2023 तक जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। इसके पहले वे जेडीयू की बिहार इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

विवाद और चुनौतियाँ

ललन सिंह का राजनीतिक सफर विवादों से अछूता नहीं रहा है। 2010 में, उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत की थी, जिसके बाद वे जेडीयू के असंबद्ध सदस्य बने रहे। बाद में, 2013 में नीतीश कुमार के साथ उनके मेल-मिलाप के बाद, उन्हें फिर से पार्टी में शामिल किया गया और मुंगेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का टिकट दिया गया, लेकिन वे चुनाव हार गए।

2014 में, बिहार विधान परिषद में राज्यपाल के कोटे के तहत नामित होने और जीतन राम मांझी मंत्रिमंडल में सड़क निर्माण विभाग का मंत्री बनाए जाने के बाद, जेडीयू में विद्रोह हुआ। हालांकि, फरवरी 2015 में, जीतन राम मांझी द्वारा उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया, लेकिन नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद, उन्हें फिर से मंत्री पद मिला।

राजीव रंजन सिंह 'ललन सिंह' ने अपने राजनीतिक जीवन में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और कई चुनौतियों का सामना किया है। उनकी राजनीतिक यात्रा ने उन्हें बिहार और राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनके नेतृत्व और योगदान ने भारतीय राजनीति में उनकी एक विशिष्ट पहचान बनाई है।

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