Pappu Yadav (Rajesh Ranjan) Biography Hindi: बिहार के जननेता पप्पू यादव फिर बने सांसद, पढ़िए पप्पू यादव का जीवन परिचय, जानिए कौन हैं पप्पू यादव?

Pappu Yadav (Rajesh Ranjan) Biography Hindi: राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव का जन्म 24 दिसंबर 1967 को बिहार के मधेपुरा जिले के खुर्दा करवेली गाँव में हुआ था।

Update: 2024-08-08 02:30 GMT

Pappu Yadav (Rajesh Ranjan) Biography Hindi: राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव का जन्म 24 दिसंबर 1967 को बिहार के मधेपुरा जिले के खुर्दा करवेली गाँव में हुआ था। एक ज़मींदार परिवार में जन्मे पप्पू यादव की प्रारंभिक शिक्षा आनंद पल्ली स्थित आनंद मार्ग स्कूल में हुई। उन्होंने बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा से राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और इग्नू से आपदा प्रबंधन और मानवाधिकार में डिप्लोमा किया। बचपन में उनके दादा ने उन्हें 'पप्पू' नाम दिया, जो आगे चलकर उनकी पहचान बन गया।

प्रारंभिक राजनीतिक जीवन

पप्पू यादव का राजनीतिक सफर 1990 में शुरू हुआ जब वे सिंहेश्वर, मधेपुरा से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए। 1991 में, उन्होंने पूर्णिया से 10वीं लोकसभा के लिए चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वे कई बार आरजेडी, समाजवादी पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के सदस्य रहे और विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से लोकसभा में चुने गए।

प्रमुख राजनीतिक उपलब्धियाँ

1991, 1996, 1999, 2004 और 2014 में, पप्पू यादव ने बिहार के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से लोकसभा चुनाव जीता। 2014 के आम चुनावों में, उन्होंने शरद यादव को हराया था। उनकी पत्नी रंजीत रंजन सुपौल से सांसद थीं, लेकिन 2019 के आम चुनाव में जेडी (यू) से हार गईं। पप्पू यादव को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। 2015 में, उन्होंने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) बनाई, लेकिन 2024 के आम चुनाव से पहले इसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय कर दिया।

जन अधिकार पार्टी और कांग्रेस में विलय

जन अधिकार पार्टी की स्थापना के बाद, पप्पू यादव ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में 40 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन पार्टी को सफलता नहीं मिली। इसके बावजूद, पप्पू यादव ने अपनी राजनीतिक यात्रा जारी रखी और 20 मार्च 2024 को अपनी पार्टी का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय कर दिया। यह कदम उनके राजनीतिक जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।

विवाद 

पप्पू यादव का राजनीतिक जीवन विवादों से भी घिरा रहा है। 2008 में उन्हें 1998 के अजीत सरकार हत्याकांड में दोषी ठहराया गया, लेकिन 2013 में पटना उच्च न्यायालय से बरी कर दिया गया। 2021 में, उन्हें 32 साल पुराने अपहरण मामले और कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के आरोप में गिरफ़्तार किया गया। पप्पू यादव ने इन घटनाओं को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया।

सामाजिक योगदान

पप्पू यादव ने अपने राजनीतिक जीवन के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की। उनकी जनहितकारी नीतियों और कार्यों के कारण वे जनता के बीच लोकप्रिय बने रहे।

व्यक्तिगत जीवन

पप्पू यादव का निजी जीवन भी उनके राजनीतिक जीवन की तरह ही सक्रिय और संघर्षपूर्ण रहा है। उनकी पत्नी रंजीत रंजन एक कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद हैं। उनके बेटे सार्थक रंजन एक क्रिकेटर हैं और दिल्ली की टीम के लिए खेलते हैं। पारिवारिक जिम्मेदारियों और राजनीतिक जीवन के बीच संतुलन बनाना उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।

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