ज्योतिरादित्य सिंधिया की जीवनी : Jyotiraditya Scindia Biography Hindi

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Update: 2024-06-09 08:45 GMT

Jyotiraditya Scindia Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी, 1971 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता माधवराव सिंधिया भारत के पूर्व राजनीतिज्ञ व कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओ में से एक थे. उनके पिता माधवराव सिंधिया 1990 से लेकर 1993 तक भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके थे. 30 सितम्बर, 2001 को उनके पिता माधवराव सिंधिया का एक हवाई दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. उनकी माता का नाम माधवी राजे सिंधिया है.

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12 दिसंबर, 1994 को ज्योतिरादित्य सिंधिया का विवाह प्रियदर्शनी राजे सिंधिया के साथ हुआ. उनके दो बच्चे है. बेटे का नाम महानआर्यमन सिंधिया और बेटी का नाम अनन्या सिंधिया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया हिन्दू धर्म को मानते है. वह जाति से क्षत्रिय है.

  • पूरा नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया
  • जन्म तिथि 01 Jan 1971 (उम्र 53)
  • जन्म स्थान मुंबई (महाराष्ट्र)
  • पार्टी का नाम Bharatiya Janta Party
  • शिक्षा Post Graduate
  • व्यवसाय समाज सेवक
  • पिता का नाम स्वर्गीय श्री माधवराव जे. सिंधिया
  • माता का नाम श्रीमती माधवी राजे सिंधिया
  • जीवनसाथी का नाम श्रीमती प्रियदर्शनी राजे सिंधिया
  • जीवनसाथी का व्यवसाय स्व-अधिकृत
  • संतान 1 पुत्र 1 पुत्री
  • धर्म हिंदू
  • स्थाई पता 1, जय विलास, लश्कर, ग्वालियर, मध्य प्रदेश।
  • वर्तमान पता 27, सफदरजंग रोड, नई दिल्ली - 110 011
  • सम्‍पर्क नंबर 07512321101
  • ई-मेल office.scindi@yahoo.com

ज्योतिरादित्य सिंधिया की शिक्षा

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैम्पियन स्कूल से पूरी की. उसके बाद उन्होंने आगे की पढाई देहरादून की दून बोर्डिंग स्कूल से पूरी की. उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वह यूएसए चले गए. जहाँ से उन्होंने 1993 में हार्वर्ड यनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक (BA ) किया. बाद में 2001 में स्टैनफोर्ड यनिवर्सिटी से Master of Business Administration (MBA) की. (राज्यसभा चुनाव के फॉर्म भरते समय उनके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार)

ज्योतिरादित्य सिंधिया का शुरूआती जीवन

ज्योतिरादित्य सिंधिया राजघराने से आते है इसलिए उनका प्रारंभिक जीवन बहुत ही ठाट बाट से गुजरा. लेकिन इसके साथ ही उनके पिता एक जाने माने कोंग्रेसी नेता भी रह चुके थे इसलिए उनका देश की वर्तमान राजनीति से निकट का सम्बन्ध रहा था और उनका प्रारंभिक जीवन इसी के बीच गुजरा. लेकिन जैसा कई नेता अपने छात्र जीवन में ही राजनीति में कूद जाते है वैसा ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ नहीं हुआ. छात्र जीवन में वह राजनीति से दुरी बनाकर रखा और केवल पढाई पर ध्यान दिया.

ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक करियर

30 सितम्बर, 2001 में हुए पिता की आकस्मिक प्लेन क्रैश के बाद उनकी गुना मध्यप्रदेश का लोकसभा क्षेत्र वाली सीट खाली हो गई थी. अपने पिता की खाली पड़ी सीट पर उन्होंने 2002 से लोकसभा चुनाव लड़ा और उन्हें भारी जीत मिली. इस में जीत का अंतर 4.5 लाख था. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राज सिंह यादव को हराया था. उसके बाद तो ज्योतिरादित्य सिंधिया सक्रिय राजनीति में लोकप्रिय होते चले गएँ. सन 2004 देश में हुए आम चुनाव में उन्होंने फिर वही गुना का पारम्परिक सीट को चुना और वही से ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा. इस बार भी उन्हें विजय मिली.

वैसे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया जिस परिवार से आती है वहां राजनीति में आना एक सामान्य सी बात है. लेकिन इसके बाद भी उन्होंने जनता के बीच अपना व्यक्तिगत संपर्क बनाया. उन्होंने राजा महाराजाओ वाली पारम्परिक सोच से हटकर सादगी को महत्व दिया और फिर जनता को उनकी सादगी पसंद आ गई. इस प्रकार जल्द ही ज्योतिरादित्य सिंधिया एक लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाने लगे.

उसके बाद सन 2009 में होने 15वीं लोकसभा और फिर 2014 में होने वाले 16वीं लोकसभा में वह चुनकर आये. लेकिन 2019 में होने वाले 17वीं लोकसभा चुनाव में वह भारतीय जनता पार्टी के नेता कृष्ण पाल सिंह यादव से गुना लोकसभा सीट हार गए. अब यही से उनके राजनैतिक करियर में बदलाव आया.

चुनाव में हार जीत लगती रहती मगर इस पराजय के बाद उन्हें कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में उनके विरुद्ध सौतेलपन का अहसास हुआ और आगे चलकर बात बिगड़ती चली गई. सूत्रों के अनुसार 2019 में हुए उनकी पराजय के बाद वह मध्यप्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहते थे. मगर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें यह पद नहीं दिया था. बाद में 9 मार्च, 2020 को उन्होने कांग्रेस को छोड़ दिया. लेकिन वह अकेले ही कांग्रेस पार्टी को नहीं छोड़ा था. उनके साथ कई अन्य कोंग्रेसी नेता भी थे, जिन्होंने का साथ देते हुए कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया था. इससे मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई थी और फिर शिवराज सिंह चौहान वाली बीजेपी की सरकार मध्यप्रदेश में बन गई.

कांग्रेस छोड़ने के बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली और वह अब तक बीजेपी में ही. इस समय वह बीजेपी से राज्यसभा सांसद है. वर्तमान में ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र की मोदी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री (Minister of Civil Aviation) के पद पर कार्यरत है. इसके साथ ही श्री सिंधिया मध्यप्रदेश से राज्य सभा सांसद है.

  • 2002, 2004, 2009, 2014 – मध्यप्रदेश के गुना लोकसभा क्षेत्र से लगातार विजय
  • 2008 – संचार और सुचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री का पद ग्रहण
  • 2009 – केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री का पद ग्रहण किया
  • 2012 – केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का पद ग्रहण किया
  • 9 मार्च, 2020 – कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र
  • 11 मार्च, 2020 – बीजेपी ज्वाइन की
  • 19 जून, 2020 – मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होकर सांसद बने


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