Khushwant Saheb Profile Hindi: छत्तीसगढ़ के नए मंत्री खुशवंत साहेब का प्रोफाइल, जानिए राजनीति, संघर्ष और मंत्री पद तक का सफर
Khushwant Saheb Profile Hindi: भाजपा विधायक खुशवंत साहेब रायपुर जिले की आरंग विधानसभा सीट से 2023 विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। 2023 में ही वे पहली बार विधानसभा चुनाव भी लड़े।
Khushwant Saheb Profile Hindi: भाजपा विधायक खुशवंत साहेब रायपुर जिले की आरंग विधानसभा सीट से 2023 विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। 2023 में ही वे पहली बार विधानसभा चुनाव भी लड़े। उन्होंने सिटिंग विधायक कांग्रेस के दिग्गज मंत्री शिवकुमार डहरिया को 16538 वोटों से चुनाव हराया था। खुशवंत साहेब चुनाव से तीन माह पहले ही कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे।
- जन्मतिथि (DOB):– 27 मार्च 1989
- पिता ( Father's Name):– गुरु बलदास गुरु गोसाई
- शिक्षा( Education):– इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट में की डिग्री
- पता ( Adress):– ग्राम भंडारपुरी थाना खरोरा जिला रायपुर
- व्यवसाय (Profession):– कृषि एवं ट्रांसपोर्टिंग
- कुल संपत्ति (Networth):– दो करोड़ 8 लाख रुपए।
खुशवंत साहेब का राजनीतिक सफर
सिर्फ 37 साल की उम्र में पहली बार चुनाव लड़कर जीत हासिल करना कोई मामूली बात नहीं है। 27 मार्च 1989 को जन्मे खुशवंत साहेब का पूरा नाम गुरु खुशवंत दास साहेब गुरु गोसाई है। वे सतनामी समाज के धर्मगुरु बलदास गुरु गोसाई के पुत्र हैं। राजनीति में उनका आगमन उस वक्त हुआ जब उन्होंने चुनाव से महज तीन महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा।
चुनावी नतीजों ने सबको चौंका दिया था। भाजपा नेता खुशवंत साहेब को 94,039 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मंत्री शिवकुमार डहरिया को सिर्फ 77,501 वोट ही मिल पाए। यानी खुशवंत ने 16,538 वोटों से यह चुनाव जीता।
खुशवंत साहेब की शिक्षा
खुशवंत साहेब ने मैट्स यूनिवर्सिटी, आरंग (रायपुर) से वर्ष 2017 में एमटेक की डिग्री हासिल की। राजनीति में आने से पहले वे कृषि और ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े रहे। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार उनकी कुल संपत्ति लगभग 2 करोड़ 8 लाख रुपए है।
खुशवंत दास साहेब का परिवार सतनामी समाज से गहराई से जुड़ा हुआ है। उनके पिता बलदास साहेब का राजनीतिक अनुभव भी लंबा रहा है। उन्होंने 2013 के चुनाव में भाजपा के लिए जमकर काम किया था। हालांकि 2018 से पहले वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे, लेकिन उपेक्षा के आरोपों के चलते फिर 2023 में भाजपा का रुख कर लिया।
आरंग विधानसभा सीट पर सतनामी समाज की बड़ी आबादी है। यही कारण रहा कि खुशवंत साहेब को समाज का अपार समर्थन मिला। साथ ही उनकी युवा छवि और सक्रियता ने उन्हें चुनाव में बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई।