Alamgir Alam News: झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेटरी को ED ने किया गिरफ्तार, ₹35 करोड़ कैश बरामद, जानिए कौन हैं आलमगीर आलम?

Alamgir Alam News: झारखंड की सरकार में मंत्री आलमगीर आलम बड़ी मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके निजी सचिव संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है।

Update: 2024-05-07 06:59 GMT

Alamgir Alam News: झारखंड की सरकार में मंत्री आलमगीर आलम बड़ी मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके निजी सचिव संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है। जहांगीर के घर से करीब 32.20 करोड़ रुपये की नगदी बरामद हुई है। ED आज दोनों को कोर्ट में पेश कर सकती है। बता दें कि ED ने कल जहांगीर के आवास पर छापा मारा था, जिसके बाद नोटों की गिनती देर रात तक जारी थी।

6 मई को ED ने रांची में 9 जगहों पर छापेमारी की थी। 16 घंटे तक जहांगीर के ठिकाने पर छापेमारी की गई, जिसमें कुल 32.20 करोड़ रुपये बरामद हुए। पीपी कंपाउंड में बिल्डर मुन्ना सिंह के ठिकानों पर छापा मारा गया था, जिसमें 3 करोड़ रुपये बरामद होने की सूचना है। ED ने नोटों की गिनती क लिए 8 मशीनों को काम पर लगाया, जिसमें से एक खराब भी हो गई।

आलम ने मामले से झाड़ा पल्ला

मंत्री आलम ने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने बताया कि उन्हें टीवी के जरिए इस घटना की जानकारी मिली है। आलम ने कहा, "मैं टीवी देख रहा हूं और इसमें बताया जा रहा है कि यह परिसर सरकार की तरफ से मुझे मुहैया कराए गए निजी सचिव से संबंधित है। संजीव लाल सरकारी मुलाजिम हैं और पहले भी 2-2 मंत्रियों के सचिव रह चुके हैं। मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर पाऊंगा।"

क्या है मामला?

दरअसल, यह छापेमारी ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले से जुड़ी है, जिसे ED ने पिछले साल गिरफ्तार किया था। वीरेंद्र के यहां छापे में करीब 150 करोड़ रुपये की संपत्ति और 2 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए गए थे। वीरेंद्र से 2 दिन पूछताछ भी हुई थी, जिसमें उन्होंने कई बड़े नामों का खुलासा किया था।

जानिए कौन हैं आलमगीर आलम?

झारखंड में आलम कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में शामिल हैं। वह पाकुड़ विधानसभा से 4 बार कांग्रेस विधायक रहे हैं। आलम 2000 में पहली बार विधायक बने थे। 2006 से 2009 तक आलम झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रहे। 2019 के विधानसभा चुनाव जीतने पर उनको हेमंत सोरेन की सरकार में संसदीय कार्य मंत्री और ग्रामीण विकास विभाग का कार्यभार मिला। उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरूआत 1978 में गृह पंचायत महराजपुर से सरपंच का चुनाव जीतकर की थी।

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