बिहार में वोटिंग से पहले NDA को बड़ा झटका: बिना लडे ही मढ़ौरा सीट पर मिली हार! हिट विकेट हुईं सीमा सिंह, जानिये क्या है पूरा मामला?
Madhaura Seat Update: मढ़ौरा सीट से लोजपा-आर की प्रत्याशी और भोजपुरी डांसिंग क्वीन सीमा सिंह का नामांकन रद्द। चुनाव से पहले NDA को बड़ा नुकसान, जानिए कौन हैं सीमा सिंह।
Seema Singh nomination cancelled: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही एनडीए को एक अप्रत्याशित झटका लगा है। छपरा जिले की मढ़ौरा विधानसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन रद्द कर दिया गया है। निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार, एक्ट्रेस सीमा सिंह के नामांकन पत्र में दस्तावेज़ों की खामियां पाई गईं जिसके चलते उनका पर्चा अमान्य घोषित कर दिया गया है।
चिराग पासवान की पार्टी ने कुछ दिन पहले ही सीमा सिंह को मढ़ौरा सीट से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन नामांकन रद्द होने के बाद एनडीए यह सीट बिना लड़े ही गंवा बैठा है, विपक्ष ने इसे चिराग कैंप की चूक बताया है।
चुनावी नुकसान और सियासी मायने
एनडीए खेमे के लिए यह घटनाक्रम रणनीतिक झटका है। मढ़ौरा सीट छपरा जिले की एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट मानी जाती है, जहां एनडीए और महागठबंधन के बीच हमेशा कड़ा मुकाबला रहता है। अब जब लोजपा-आर की प्रत्याशी मैदान से बाहर हो गई हैं, तो विपक्ष के लिए इस सीट पर लड़ाई आसान हो गई है।
कौन हैं सीमा सिंह?
सीमा सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की लोकप्रिय डांसर और अभिनेत्री हैं। उन्हें डांसिंग क्वीन और भोजपुरी की सनी लियोनी के नाम से जाना जाता है। उनकी ग्लैमरस अदाएं और सिजलिंग डांस परफॉर्मेंस ने उन्हें भोजपुरी सिनेमा में अलग पहचान दी।
उन्होंने सुपरस्टार भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ कई फिल्मों में काम किया। फिल्म निरहुआ रिक्शेवाला के गाने मिसिर जी तू तो बाड़ बड़ा ठंडा से वे रातोंरात चर्चा में आई थीं। यह गाना उस दौर में भोजपुरी दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुआ था।
प्रयागराज उत्तर प्रदेश की रहने वाली सीमा सिंह की शादी बिहार के नवादा जिले के सौरव सिंह से हुई है। वे पिछले दो दशकों से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक्टिव हैं और अब तक 600 से ज्यादा फिल्मों में आइटम नंबर कर चुकी हैं।
फिल्मों से सियासत तक
सीमा सिंह ने भोजपुरी के साथ-साथ हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, बंगाली और राजस्थानी फिल्मों में भी काम किया है। उनका करियर भले ही ग्लैमर से भरा रहा हो, लेकिन राजनीति में उनकी एंट्री ने सबको चौंका दिया था। लोजपा-आर ने उन्हें मढ़ौरा से प्रत्याशी बनाकर एक नया राजनीतिक चेहरा पेश करने की कोशिश की थी। लेकिन नामांकन रद्द हो जाने से उनका यह राजनीतिक डेब्यू अधूरा रह गया है।