Gopalganj Chaiwala Fraud: गोपालगंज में करोड़पति चायवाला गिरफ्तार,1.05 करोड़ नकद, 85 ATM कार्ड, 75 पासबुक, लाखों के गहने बरामद, कहानी होश उडा देगी
Gopalganj Chaiwala Fraud: चुनाव से पहले बिहार के गोपालगंज में साइबर ठगी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, एक चायवाले के घर से 1.05 करोड़ रुपये कैश, 344 ग्राम सोना, 85 ATM कार्ड और 75 बैंक पासबुक बरामद, पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा, कई अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है..
Gopalganj Chaiwala Fraud: बिहार में चुनावी गहमागहमी के बीच गोपालगंज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने यहां एक चायवाले को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से 1.05 करोड़ रुपये नकद, लाखों के गहने, 85 ATM कार्ड और 75 पासबुक बरामद हुए हैं।
पकड़ा गया आरोपी खुद को मामूली चायवाला बताता था, लेकिन जांच में सामने आया कि वह और उसका साथी साइबर ठगी का बड़ा नेटवर्क चला रहे थे। इस खुलासे के बाद गोपालगंज का माहौल गरम है खासकर तब जब जिले में 6 नवंबर को विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होनी है।
जानिए पूरी कहानी
गोपालगंज पुलिस ने सोमवार देर रात शहर के एक घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई साइबर फ्रॉड की शिकायतों की जांच के दौरान की गई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी अभिषेक कुमार पहले चाय की दुकान चलाता था, वहीं उसका साथी आदित्य कुमार बैंक और ATM कार्ड प्रबंधन के काम में माहिर था। छापेमारी के दौरान जो बरामदगी हुई, उसने सभी के होश फाख्ता कर दिए हैं।
पुलिस की बरामद सूची:
₹1.05 करोड़ नकद
344 ग्राम सोना व लाखों की ज्वेलरी
85 ATM कार्ड
75 बैंक पासबुक
28 चेकबुक
2 लैपटॉप
कई आधार कार्ड और दस्तावेज़
साइबर फ्रॉड नेटवर्क का खुलासा
जांच में सामने आया कि यह गिरोह फिशिंग कॉल्स और डिजिटल ठगी के जरिए देशभर के लोगों से पैसे ऐंठता था। ये लोग अलग-अलग नामों से बैंक खाते खुलवाते थे, जिनमें फ्रॉड के पैसे जमा होते थे। फिर इन पैसों को नकद में निकालकर कमीशन के रूप में बांट दिया जाता था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह राजस्थान, झारखंड और उत्तर प्रदेश तक फैला हो सकता है। अभिषेक कुमार की दुकान इसी ठगी नेटवर्क का कवर पॉइंट थी जहां से वह संदिग्ध ट्रांजेक्शन संभालता था।
गोपालगंज में सियासी सरगर्मी
इस घटना ने चुनावी बिहार में राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है। गोपालगंज विधानसभा सीट वैसे भी हमेशा चर्चा में रहती है, और अब इस साइबर ठगी नेटवर्क के खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ा दी है। यह सीट पहले चरण की वोटिंग (6 नवंबर) में शामिल है, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। स्थानीय प्रशासन ने अब साइबर और वित्तीय अपराधों पर निगरानी बढ़ा दी है ताकि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की फर्जी ट्रांजेक्शन या फंड मूवमेंट पर लगाम लगाया जा सके।
पुलिस का बयान
गोपालगंज एसपी के अनुसार, यह मामला सिर्फ अवैध कमाई का नहीं बल्कि एक बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क से जुड़ा है। फिलहाल मुख्य आरोपी अभिषेक और आदित्य को रिमांड पर लिया गया है। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की फॉरेंसिक जांच से और कड़ियाँ खुलेंगी। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि इतनी बड़ी रकम का स्रोत क्या है और क्या यह धन चुनावी गतिविधियों से भी जुड़ा हो सकता है।