Bihar Elections 2025: मध्य प्रदेश कैडर के अधिकारियों की बिहार में बड़ी तैनाती! 25 IAS, 3 IPS भेजे गए; भाजपा नेताओं की टीम भी मैदान में
Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव 2025 में एमपी का बड़ा योगदान। चुनाव आयोग ने 25 IAS, 3 IPS अधिकारियों को भेजा, भाजपा ने 50 से अधिक नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा।
Bihar Elections 2025: भोपाल। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मध्य प्रदेश का योगदान इस बार प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर अहम नजर आ रहा है। चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव में निगरानी और सुरक्षा प्रबंधन के लिए मध्य प्रदेश कैडर के 25 IAS और 3 IPS अधिकारियों को तैनात किया है।
वहीं, भाजपा ने भी बिहार की चुनावी रणनीति को धार देने के लिए 50 से अधिक नेताओं, मंत्रियों और सांसदों की स्पेशल टीम मैदान में उतार दिया है। बिहार में तीन चरणों में 6, 11 और 14 नवंबर को मतदान होना है।
बिहार में भेजे गए मध्य प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी
चुनाव आयोग द्वारा 15 अक्टूबर को जारी सूची के अनुसार, मध्य प्रदेश से जिन 25 IAS अधिकारियों को बिहार के विभिन्न जिलों में सामान्य पर्यवेक्षक (General Observer) के रूप में भेजा गया है, उनमें प्रमुख नाम शामिल हैं
दिलीप कप्से (बेगूसराय)
सरिता बाला ओम प्रजापति (भोजपुर)
शोभित जैन, अमित तोमर (गोपालगंज)
रघुराज एम.आर. (मधेपुरा)
कर्मवीर शर्मा (मुंगेर)
अमनबीर सिंह बैंस, तरुण राठी (मुजफ्फरपुर)
अनुराग चौधरी (नालंदा)
विवेक कुमार पोर्वाल (पटना)
अभिषेक सिंह (समस्तीपुर)
सोनाली पोंक्षे वयांगंकर (सिवान)
अजय गुप्ता (वैशाली)
नेहा मर्व्या सिंह (अररिया)
जीवी रश्मि (औरंगाबाद)
फाटिंग राहुल हरिदास, गिरीश शर्मा, गौतम सिंह (कटिहार)
कैलाश वांकड़े (पश्चिम चंपारण)
हरजिंदर सिंह (पूर्णिया)
मयंक अग्रवाल, मोहित बुंदास (पूर्वी चंपारण)
यह संख्या बिहार के कुल 243 सामान्य पर्यवेक्षकों का करीब 10% है यानी, बिहार चुनाव में एमपी कैडर की मौजूदगी केंद्रीय प्रशासनिक सहयोग की अहम भूमिका निभा रही है।
कानून व्यवस्था की निगरानी में एमपी के तीन IPS अधिकारी
चुनाव आयोग ने कानून व्यवस्था और सुरक्षा इन्तिज़ामों के लिए मध्य प्रदेश कैडर के तीन वरिष्ठ IPS अधिकारियों को भी Election Security Observer नियुक्त किया है। इन अधिकारियों को सीमावर्ती और संवेदनशील जिलों में तैनाती दी गई है, जहां चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति और सुरक्षा तंत्र की निगरानी की जाएगी।
राजनीतिक मोर्चे पर भाजपा ने झोंकी ताकत
प्रशासनिक स्तर के साथ-साथ राजनीतिक रणनीति में भी एमपी का असर साफ झलक रहा है। भाजपा ने अपनी चुनावी मशीनरी को धार देने के लिए मध्य प्रदेश के कई शीर्ष नेताओं को बिहार भेजा है। इनमें शामिल हैं
वी.डी. शर्मा (सांसद, खजुराहो)
गजेंद्र पटेल (सांसद, खरगोन)
अनिल फिरोजिया (सांसद, उज्जैन)
विश्वास सारंग (मंत्री, एमपी सरकार)
नरोत्तम मिश्रा (पूर्व गृह मंत्री, मध्य प्रदेश)
इन नेताओं को बिहार के अलग-अलग जोन और विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है। कई नेता पिछले एक सप्ताह से बिहार में जमीनी स्तर पर बूथ प्रबंधन और प्रचार अभियान में जुटे हुए हैं।
जोन-वार चुनाव रणनीति: एमपी नेताओं को सौंपी गई निगरानी
भाजपा ने इस बार बिहार को अलग-अलग जोन में बांटकर अपनी रणनीति को सटीक बनाया है। हर जोन में मध्य प्रदेश के नेताओं को बूथ, प्रचार और जनसंपर्क की निगरानी का जिम्मा दिया गया है।
16 अक्टूबर को भाजपा ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी, जिसमें मध्य प्रदेश से दो बड़े नाम शामिल हैं केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान तथा वर्तमान सीएम मोहन यादव। मोहन यादव ने बिहार में चुनावी सभाओं को शुरू कर दीया है, जहां वे एनडीए के उम्मीदवारों के समर्थन में जमीनी जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।