Bihar Election 2025: RJD ने जारी की 143 उम्मीदवारों की पहली सूची, 24 महिलाएं, 18 मुस्लिम उम्मीदवार, तेजस्वी राघोपुर से लड़ेंगे चुनाव, देखें पूरी लिस्ट
Bihar Election 2025: RJD ने बिहार चुनाव के लिए 143 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। 24 महिलाएं और 18 मुस्लिम उम्मीदवार शामिल। कांग्रेस से चार सीटों पर सीधी टक्कर, गठबंधन में खींचतान बढ़ी।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने सोमवार को सुबह 11 बजकर 9 मिनट पर अपने 143 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इस सूची में सामाजिक समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है। कुल 143 उम्मीदवारों में 24 महिलाएं और 18 मुस्लिम प्रत्याशी शामिल किए गए हैं। पार्टी ने पिछली बार की तुलना में इस बार कुछ सीटें कम रखी हैं, लेकिन जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की पूरी कोशिश की है।
बिहार विधानसभा चुनाव-2025 के लिए राष्ट्रीय जनता दल द्वारा चयनित प्रत्याशियों की सूची।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) October 20, 2025
सभी उम्मीदवारों को हार्दिक बधाई एवं विजय की अग्रिम शुभकामनाएं। #Bihar #RJD pic.twitter.com/QI7ckgoIQ6
गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे पर असहमति
RJD ने आधिकारिक तौर पर कांग्रेस के लिए 55 सीटें छोड़ी हैं, लेकिन कांग्रेस 65 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। अब तक कांग्रेस ने 60 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है और बाकी पांच सीटों पर घोषणा जल्द की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, RJD और कांग्रेस के बीच कुछ विधानसभा क्षेत्रों पर सहमति नहीं बन पाई है,जि सके कारण INDIA गठबंधन में 'दोस्ताना संघर्ष' की स्थिति बन गई है। गठबंधन में शामिल अन्य दलों, जैसे CPI और CPI(ML), ने भी कुछ सीटों पर आपत्ति जताई है।
चार सीटों पर RJD और कांग्रेस में सीधा टकराव
RJD ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के सामने उम्मीदवार नहीं उतारा, जिसे राजनीतिक हलकों में गठबंधन की मर्यादा बनाए रखने का संकेत माना जा रहा है। इसके बावजूद चार सीटों नरकटियागंज, लालगंज, वैशाली और कहलगांव पर दोनों दलों ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
इन सीटों पर अब सीधी टक्कर तय है।
कांग्रेस ने अपनी 61वीं सीट सुपौल से मिन्नत रहमानी को दी है। पहले इस सीट पर युवा नेता अनुपम को टिकट मिला था, लेकिन उनके पुराने सोशल मीडिया पोस्ट वायरल होने के बाद पार्टी ने उम्मीदवार बदल दिया।
RJD की पहली सूची में बड़े चेहरे और नए नाम साथ
तेजस्वी यादव राघोपुर से फिर चुनाव मैदान में हैं, जबकि वरिष्ठ नेता अब्दुस सुभान को बैसी से टिकट मिला है। महिला उम्मीदवारों में रेनू कुशवाहा (बिहारीगंज), माला पुष्पम (हसनपुर) और डॉ. करिश्मा राय (परसा) जैसे नाम शामिल हैं। दलित और पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व के लिए RJD ने 30 से ज्यादा सीटें आरक्षित श्रेणी से दी हैं। इस सूची में कई युवा नेताओं को भी मौका दिया गया है, जिन्हें पार्टी भविष्य के नेतृत्व के तौर पर तैयार कर रही है।
143 उम्मीदवारों की सूची में कौन कहां से मैदान में
विधानसभा क्षेत्र/प्रत्याशियों के नाम विधानसभा क्षेत्र/प्रत्याशियों के नाम
राघोपुर – तेजस्वी प्रसाद यादव
बिहारीगंज – रेनू कुशवाहा
बैसी – अब्दुस सुभान
बोचहा (SC) – अमर पासवान
वारसलीगंज – अनीता देवी महतो
तरैया – शैलेंद्र प्रताप सिंह
महिषी – गौतम कृष्णा बीडीओ
झाझा – जय प्रकाश यादव
अलीनगर – विनोद मिश्रा
अस्थावां – रवि रंजन कुमार
मटिहानी – बोगो सिंह
दरभंगा ग्रामीण – ललित यादव
कुरहनी – बाबू कुशवाहा
केवटी – डॉ. फराज फातमी
गैघाट – निरंजन राय
सिमरी बख्तियारपुर – यूसुफ सल्लाउद्दीन
हसनपुर – माला पुष्पम
मधेपुरा – प्रो. चंद्र शेखर
मधुबन – संध्या रानी कुशवाहा
इमामगंज (SC) – ऋतु प्रिया चौधरी
बाराचट्टी (SC) – तनुश्री मांझी
कांटी – इस्राइल मंसूरी
हथुआ – राजेश कुशवाहा
साहेबगंज – पृथि राय
सिंहेश्वर (SC) – चंद्रहास चौपाल
बैकुंठपुर – प्रेम शंकर यादव
बाराुली – दिलीप सिंह
हाजीपुर – देव कुमार चौरसिया
बहादुरपुर – भोला यादव
सिवान – अवध बिहारी चौधरी
बड़हिया – अरुण गुप्ता
मिनापुर – मुन्ना यादव
रघुनाथपुर – उसामा शाहाब
छपरा – शत्रुघ्न कुमार उर्फ़ खेसारी लाल
गरखा (SC) – सुरेंद्र राम
महाराजगंज – विशाल जायसवाल
एकमा – श्रीकांत यादव
बनियापुर – चांदनी देवी सिंह
अत्री – विजयन्ती देवी
रजौली (SC) – पिंकी चौधरी
पारू – शंकर यादव
मरहौरा – जितेंद्र राय
गोरियाकोठी – अनवरुल हक अंसारी
लालगंज – शिवानी शुक्ला
परसा – डॉ. करिश्मा राय
सोनपुर – डॉ. रामानुज प्रसाद
सरायरंजन – अरविंद सहनी
मोरवा – रणविजय साहू
चेरी–बरियारपुर – सुषील सिंह कुशवाहा
उजियारपुर – आलोक मेहता
महुआ – डॉ. मुकेश रौशन
अलौली (SC) – रामवृक्ष सदा
महनार – रविंदर सिंह
पतेपुर (SC) – प्रेमा चौधरी
समस्तीपुर – अख्तरुल इस्लाम शाहीन
तारापुर – अरुण शाह
अमनौर – सुनील राय
मोकामा – वीना देवी
मोहीउद्दीननगर – डॉ. ईजा यादव
वैशाली – अजय कुशवाहा
साहेबपुर कमाल – सतानंद संबुध
बाढ़ – कर्मवीर सिंह
मुंगेर – अभिनव विद्यर्थी
परबत्ता – डॉ. संजीव सिंह
सूर्यगढ़ा – प्रेम सागर चौधरी
मनेर – भाई वीरेंद्र
इस्लामपुर – राकेश रौशन
शेखपुरा – विजय सम्राट
मसौढ़ी (SC) – रेखा पासवान
नरकटिया – डॉ. शमीम अहमद
हिलसा – शक्ति सिंह
हरसिद्धि (SC) – राजेन्द्र राम
दानापुर – रीतलाल राय
बख्तियारपुर – अनिरुद्ध यादव
बैंकिपुर – रेखा गुप्ता गोविंदपुर – पुर्निमा देवी
फतुहा – डॉ. रमणंद यादव
रामनगर (SC) – सुभोध पासवान
कल्याणपुर – मनोज यादव
मोतिहारी – देवा गुप्ता
सैंडेश – दीपु राणावत
नरकटियागंज – दीपक यादव
बड़हरा – रामबाबू पासवान
जगदीशपुर – कुनाल किशोर
शाहपुर – राहुल तिवारी
ब्रह्मपुर – शंभु नाथ
चिरैया – लक्ष्मी नारायण प्रसाद
ढाका – फैसल रहमान
शेहोर – नवीन झा
परिहार – स्मिता पुर्वे गुप्ता
सुरसंड – सैयद अबू दुजाना
बाजपट्टी – मुकेश यादव
सीतामढ़ी – सुनील कुशवाहा
रुनीसैदपुर – चंदन कुमार
बेलसंड – संजय गुप्ता
खजौली – बृज किशोर यादव
बाबूबरही – अरुण कुशवाहा
बिस्फी – आसिफ अहमद
मधुबनी – समीयर महासेत
राजनगर (SC) – प्रो. विष्णु राम
लौकहा – भरत भूषण मंडल
त्रिवेणीगंज (SC) – संतोष सरदार
छातापुर – डॉ. विपिन कुमार नोनीया
निर्मली – बैजनाथ मेहता (पूर्व IRS)
नरपतगंज – मनीष यादव
रानीगंज (SC) – अभिनव मंगलम
जोकीहाट – शहनवाज आलम
ठाकुरगंज – सऊद आलम
कोचाधामन – मुजाहिद आलम
रुपौली – बीमा भारती
धमदाहा – संतोष कुशवाहा
परनपुर – ईशरत परवीन
पीरपैंती (SC) – राम विलास पासवान
कहलगांव – रजनीश भारती
सुल्तानगंज – चंदन सिन्हा
नाथनगर – शेख ज़ेयाउल हसन
ढोरैया (SC) – त्रिभुवन दास
कटोरिया (ST) – स्वीटी सीमा हेंब्रम
बेलहर – चनयक्य प्रकाश रंजन
रामगढ़ – अजीत सिंह
मोहनिया (SC) – श्वेता सुमन
भभुआ – बिरेन्द्र कुशवाहा
चैनपुर – बृज किशोर बिंद
सासाराम – सत्येन्द्र साह
दिनारा – राजेश यादव
नोखा – अनीता देवी नोनिया
चकाई – सवित्री देवी
डेहरी – गुड्डू चंद्रवंशी
कर्था – सुधाय यादव
जहानाबाद – राहुल शर्मा
मखदुमपुर (SC) – सुबेदार दास
गोह – अमरेंद्र कुशवाहा
ओबरा – ऋषि कुमार
नबीनगर – अमोद चंद्रवंशी
रफीगंज – डॉ. गुलाम शाहिद
गुरुा – विनय कुमार
शेरघाटी – प्रमोद वर्मा
बोधगया (SC) – कुमार सर्वजीत पासवान
टिकारी – अजय डांगी
बेलागंज – विष्णुनाथ कुमार सिंह
नवादा – कौशल यादव
जमुई – शमशाद आलम
गठबंधन में दरार या रणनीति?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि RJD और कांग्रेस के बीच सीटों पर यह खींचतान चुनाव से पहले दबाव की राजनीति का हिस्सा भी हो सकती है। कई जगहों पर दोनों दलों ने "फ्रेंडली फाइट" की रणनीति अपनाई है, ताकि विपक्षी NDA के वोट बैंक में सेंध लगाई जा सके।
हालांकि अंदरूनी असंतोष भी कम नहीं है। RJD के कुछ पुराने नेताओं को टिकट न मिलने पर नाराज़गी जताई गई है, वहीं कांग्रेस में भी टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष बढ़ रहा है।
INDIA गठबंधन के लिए चुनौती
INDIA गठबंधन के सामने अब दोहरी चुनौती है एक ओर BJP के नेतृत्व वाले NDA की आक्रामक रणनीति, दूसरी ओर सीटों के बंटवारे में तालमेल की कमी। RJD और कांग्रेस दोनों को अब यह दिखाना होगा कि दोस्ताना लड़ाई के बावजूद गठबंधन में एकता बनी हुई है।