Jashpur Nagar News: चर्चा में जल संसाधन विभाग के ईई निलंबन: जानिये...रिटायरमेंट के कुछ समय पहले ही सरकार ने क्‍यों की इतनी कड़ी कार्रवाई

Jashpur Nagar News: राज्य शासन ने जशपुर जल संसाधन विभाग के ईई विजय जामनिक को सस्पेंड कर दिया है। उनका रिटायरमेंट भी नजदीक है। राज्य शासन के इस कड़े रवैये की चर्चा भी हो रही है। कौन सा कारण बना जिसके चलते रिटायरमेंट करीब होने के बाद भी राज्य शासन ने निलंबन आदेश थमा दिया है।

Update: 2024-08-31 09:03 GMT

Jashpur Nagar News: जशपुरनगर। जल संसाधन विभाग के ईई विजय जामनिक को राज्य शासन ने सस्पेंड कर दिया है। जल संसाधन विभाग द्वारा जारी किए गए निलंबन आदेश में ईई विजय जामनिक पर सक्षम अधिकारी की स्वीकृति के अवकाश अवधि का स्वयं का वेतन निकालने और विभागीय कार्यो में लापरवाही बरतने का आरोप है।

अपनी सैलेरी निकालने और केंद्र व राज्य शासन की योजनाओं में लापरवाही बरतने के आरोप में राज्य शासन ने जांच कमेटी बनाई थी। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में आरोपों की पुष्टि कर दी है। साथ ही कार्रवाई की अनुशंसा कमेटी ने शासन से की थी। कमेटी की रिपोर्ट और अनुशंसा के बाद राज्य शासन ने ईई को सस्पेंशन आर्डर थमा दिया है।

विजय जामनिक का विभागीय कामकाज के दौरान विवादों से नाता रहा है। कांग्रेस सरकार के दौरान कुनकुरी के तत्कालीन विधायक यूडी मिंज ने राज्य शासन को पत्र लिखकर ईई की जमकर शिकायत की थी। शिकायत में तत्कालीन विधायक ने आश्रम की ओर इशारा कर दिया था। इस बात को लेकर विवाद की स्थिति भी बनी थी। तब मिंज ने माफी भी मांगी थी। क्षमायाचना के बाद मामले का पटाक्षेप हो गया था।

इसलिए आए चर्चा में और मिली निलंबन की सजा

ईई जामनिक का तबादला राज्य शासन ने सरगुजा संभाग में कर दिया था। शासन के तबादला आदेश को चुनौती देते हुए उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में शासन के नियमों का हवाला देते हुए बताया था कि उनके रिटायरमेंट में अब कुछ ही महीने शेष है। शासन की नीति है कि रिटायरमेंट अवधि नजदीक होने पर तबादला नहीं किया जा सकता। अधिकारी व कर्मचारी चाहें तो अपने गृह जिले में भी सेवाएं दे सकते हैं। मामले की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने राज्य शासन के आदेश पर रोक लगा दी थी।

सोशल मीडिया में पत्र हुआ लिक

विभागीय दस्तावेजों में गड़बड़ी और पूरे मामले की जांच की मांग को लेकर ईई ने राज्य शासन को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने अपने रिटायरमेंट नजदीक होने का हवाला दिया था साथ ही यह भी कहा था कि शासकीय कामकाज के तीन महत्वपूर्ण दस्तावेज की मूल प्रति गायब कर दी गई है। कार्यालय में दस्तावेज नहीं है। उन्होंने इस बात की आशंका जताई थी कि उनके कार्यकाल के दौरान तीन अधिकारियों की पदस्थापना विभाग में हुई थी। पूरे मामले की जांच कराने और दस्तावेजों की पड़ताल की मांग की थी। ईई द्वारा लिखा गया पत्र सोशल मीडिया में बीते दिनों वायरल हो गया। सस्पेंड के लिए इसे भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है।

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