ऑनलाइन बैटिंग एप पर पुलिस की बड़ी कार्यवाही, खातों में जमा 55 लाख रुपये से अधिक रकम होल्ड
बिलासपुर । ऑनलाइन बैटिंग एप पर न्यायधानी पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है। सट्टे के लिए इस्तेमाल होने वाले 270 बैंक एकाउंटस में रखे 55 लाख रुपये से भी अधिक रकम को चकरभाठा पुलिस ने होल्ड कर दिया है। महादेव व अन्ना रेड्डी ऑनलाइन बैटिंग एप में सट्टे की रकम मंगवाने के लिए इन खातों का इस्तेमाल होता था।
चकरभाठा पुलिस ने विगत 27 सितंबर को महादेव व रेड्डी अन्ना ऑनलाइन बेटिंग के माध्यम से सट्टा खिलवाने वाले एप्लिकेशन से 22 हजार सट्टा खेलने वालों की जानकारी निकाल ऑनलाइन सट्टा सिस्टम को संचालित करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। साथ ही पुलिस को 270 बैंक अकाउंट नंबर, 200 वीआईपी मोबाइल नंबर में व्हाट्सएप एक्टिव आईडी के साथ ही 10 से अधिक वेबसाइट की जानकारी भी जुटाई थी।
सटोरिया बन सट्टेबाजो तक पहुँची थी पुलिस:-
पुलिस टीम ने ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले प्लेटफॉर्म महादेव व रेड्डी अन्ना की इंटरनेट में ओपन सोर्स सर्विसेज व टेलीग्राम से जानकारी जुटाई। इसमें से सट्टा खिलाने वाले कई नंबरों की जानकारी मिली। जानकारी जुटा पुलिस टीम ने सटोरिया बन इन नंबरो में सट्टा खेलने के लिए बैटिंग करने हेतु फोन किया। पुलिस टीम निरंतर फोन पर सटोरियों से सट्टा में रकम लगाने के बहाने संपर्क करती रही। इस तरह से चकरभाठा थानेदार मनोज नायक व उनकी टीम ने 4 आरोपियों को चकरभाठा क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इसमें सबसे पहले पुलिस ने पेंड्रा निवासी शैलेश जायसवाल को उठाया। उससे पूछताछ में पता चला कि मामले में बाकी मोंगरा कोरबा निवासी विकास कर्ष भी शामिल हैं। जिसकी गिरफ्तारी हेतु सायबर के सब इंस्पेक्टर प्रसाद सिन्हा को भेजा गया और कोरबा से उसकी गिरफ्तारी हुई। एक आरोपी राहुल ढिरही की गिरफ्तारी अकलतरा से की गई। चौथे आरोपी सोनाकुमार मरावी को सिरगिट्टी से गिरफ्तार किया गया था।
विदेश से संचालन, देश मे कई जगह है ब्रांच ऑफिस,ट्रेनिंग के बाद होती हैं नियुक्ति:-
महादेव व अन्ना एप के संचालक विदेशों में बैठते हैं और देश मे ऑन सट्टा चलवाते है। देश मे एक से अधिक ब्रांच इसकी कोलकाता, दिल्ली, पंजाब, उतर प्रदेश, उड़ीसा,राजस्थान, हरियाणा महाराष्ट्र और गोवा में संचालित होने की पुलिस को जानकारी मिली। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे इन एप में बतौर कर्मचारी नौकरी करते हैं। उन्हें नौकरी शुरू करने से पहले बकायदा एक हफ्ते की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाती है। फिर नौकरी शुरू इनके द्वारा किया जाता है।
कम पढ़े लिखे लोगो का एकाउंट होता था इस्तेमाल, 22 हजार व्यक्तियों के द्वारा सट्टा खेलने के मिले सबूत:-,
पुलिस की जांच में पता चला कि कम पढ़े लिखे व्यक्तियों के व गरीब तबके के व्यक्तियों के खाता नंबर का जुगाड़ कर उनमें रकम मंगवाई जाती है। जिसकी जानकारी खाता धारकों को भी नही लगती और उन्हें कुछ रकम दे दिया जाता है। पुलिस को छतीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों के 270 अलग अलग बैंकों के एकाउंट, 200 से अधिक वीआईपी मोबाइल नंबर व दस से अधिक वेबसाइट मिली है। उपरोक्त बैटिंग साइट्स और मोबाइल नंबर को इंटरनेट व टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर के माध्यम से रिमूव ब्लॉक कराने का कार्य किया जा रहा है। एथिकल हैकिंग के माध्यम से उपरोक्त बैटिंग साइड में सट्टा खेलने वाले लगभग 22 हजार व्यक्तियों की जानकारी मिली। पुलिस को जांच में पता चला है कि भिलाई में इन एप के दो मास्टर माइंड रहते है। जो बीच बीच मे महानगर में जाकर ट्रेनिंग लेते रहते हैं। इनके द्वारा ही भिलाई के तकनीकी कॉलेज के छात्रों को इस काम मे आने का झांसा दिया जाता है।
ये हुई थी जब्ती, चार आरोपी हुए थे गिरफ्तार:-
पुलिस को 4 लाख नगद, 2 लैपटॉप, 16 मोबाइल फोन,9 एटीएम, 3 पैन कार्ड,6 आईकार्ड, 6 चेक बुक, 4 पास बुक, 2 बुक आहरण और जमा पर्ची आरोपियों से मिली है। पुलिस ने शैलेश जायसवाल (30), विकास कर्ष (29), राहुल ढिरही (22) सोनाकुमार मरावी (33) वर्ष शामिल हैं।
55 लाख 85 हजार की रकम करवाई गई होल्ड:-
पुलिस की जांच में पता लगा कि उपरोक्त बैटिंग साइट्स और मोबाइल नंबर को इंटरनेट व टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर के माध्यम से रिमूव, ब्लॉक कराने का कार्य किया गया है। साथ ही एथिकल हैकिंग के माध्यम से उपरोक्त बैटिंग साइट्स में सट्टा खेलने वाले 22 हजार व्यक्तियों की जानकारी भी मिली थी। दस से अधिक वेबसाइट्स व 200 से अधिक वीआईपी नंबर के अलावा पुलिस को जांच में देश भर के अलग अलग बैंक शाखाओं के ऐसे 270 से अधिक बैंक एकाउंट्स की जानकारी मिली जिसमे सट्टे की रकम का लेन देन होता था। पुलिस ने ऐसे बैंक खातों में रखी 55 लाख 85 हजार रुपये की रकम को होल्ड करवा दी है।