हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब उड़ान के दौरान मिलेगी WiFi सेवा, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी

Update: 2020-03-02 07:46 GMT

नईदिल्ली 2 मार्च 2020। घरेलू विमानों में उड़ान के दौरान यात्री अब इंटरनेट की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। सरकार ने विमान में उड़ान के दौरान वाई-फाई के माध्यम से इंटरनेट सेवाओं के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है।

उड़ानों के दौरान अगर आपका लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच, ई-रीडर या कोई अन्य उपकरण फ्लाइट मोड या एयरप्लेन मोड पर होगा, तो पायलट विमान में सवार यात्रियों को वाई-फाई के जरिए इंटरनेट इस्तेमाल करने की अनुमति दे सकता है।

वहीं पिछले माह टाटा समूह की कंपनी नेल्को और पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन ने भारतीय विमानन क्षेत्र में उड़ान के दौरान ब्रॉडबैंड सेवाएं मुहैया कराने के लिए साझेदारी की घोषणा की थी। तब बताया गया था कि विस्तारा एयरलाइंस के साथ इस सेवा की शुरुआत की जाएगी। बता दें कि विस्तारा टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त कंपनी है।
इस संदर्भ में नेल्को के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ( सीईओ ) पीजे नाथ ने कहा है कि, ‘हम यह बताकर उत्साहित हैं कि नेल्को देश में लंबे समय से प्रतीक्षित उड़ान ब्रॉडबैंड
सेवाओं की शुरुआत कर रही है। विस्तारा इस सेवा से जुड़ने वाली पहली विमानन कंपनी है।’

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नेल्को ने इस बाबत पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन की एक अनुषंगी के साथ साझेदारी की है। इससे पहले दिसंबर में खबर आई थी कि विस्तारा में जनवरी से यात्रियों को इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी मिलने लगेगी। नेल्को एक वीसैट सेवा प्रदाता कंपनी है, जिसको सरकार से वीसैट लिंक मिल गया है। केंद्र सरकार ने विस्तारा को स्पेक्ट्रम भी दे दिया है। डाटा मिलने से भी यात्री व्हाट्सएप जैसे एप का इस्तेमाल फोन कॉल करने के लिए कर सकते हैं।

 

हालांकि एयरक्राफ्ट कानून 1937 के रूल 29बी के तहत यह नियम बनाया गया है कि कोई भी यात्री या पायलट फ्लाइट में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करेगा। अब मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के तहत सब रूल 1 के आधार पर पायलट इन कमांड इस सेवा को उपलब्ध करा सकता है। सिर्फ विमानों के लैंड करने या रन वे में जब तक हो तब तक इसकी सेवा नहीं देने की बात नोटिफिकेशन में कही गयी है।

मई 2018 से पहले भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ने वाले प्रत्येक विमान को डाटा या फोन सेवा चलाने की मंजूरी नहीं थी। यात्रा के वक्त यात्रियों को अपना मोबाइल फोन बंद करके या फिर फ्लाइट मोड पर रखना होता था। यह नियम विदेश से आने वाली उड़ानों पर भी लागू था। हालांकि अब दूरसंचार विभाग ने पहले लगाई रोक को हटा लिया है।
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