2 बार सांसद, दो बार केंद्रीय मंत्री….जितिन प्रसाद के परिवार का UP में रहा है बड़ा सियासी रूतबा….पिता भी थे कांग्रेसी दिग्गज….राजीव गांधी व नरसिम्हा राव के थे बेहद चहेते … जानिये उनके बारे में

Update: 2021-06-09 02:04 GMT

नयी दिल्ली 29 जून 2021। यूपी चुनाव के ठीक पहले बीजेपी ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गये हैं। यूपी में कांग्रेस का बड़ा चेहरा कहे जाने वाले और राहुल गांधी के करीबी रहे जितिन प्रसाद ने आज बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी की सदस्यता हासिल की। यूपी में ब्राह्मण चेहरा रहे जितिन प्रसाद दो बार के सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे है।

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युवा नेता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले जितिन प्रसाद का पूरा परिवार कांग्रेस समर्पित रहा है। जितिन प्रसाद के पिता जितेन्द्र प्रसाद (बाबा साहिब) भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी (1991) , पी.वी.नरसिम्हा राव (1994) के राजनीतिक सलाहकार रहे थे। जितिन प्रसाद के पिता 1995 में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष( तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। जितिन प्रसाद ने अपनी

MBA किया है जितिन प्रसाद ने

प्रारम्भिक शिक्षा दून पब्लिक स्कूल (देहरादून, उत्तराखंड) तथा स्नातक में दिल्ली विश्विवद्यालय से बी.कॉम तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान (दिल्ली) से MBA किया है।

जितिन प्रसाद का राजनीतिक करियर

जितिन प्रसाद ने सन् 2001 में भारतीय युवा कांग्रेस में सचिव बने। 2004 में लोकसभा सीट, शाहजहाँपुर से 14वीं लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमायी और जीत भी दर्ज की। पहली बार जितिन प्रसाद सन् 2008 में केन्द्रीय राज्य इस्पात मंत्री नियुक्त किया गया। उसके बाद सन् 2009 में जितिन प्रसाद 15वीं लोकसभा चुनाव लोकसभा धौरहरा से लड़े और बड़े अंतर से जीत दर्ज की। जितिन प्रसाद 2009 से 18 जनवरी 2011 तक सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, उसके बाद 19 जनवरी 2011- 28 अक्टूबर 2012 तक पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा 28 अक्टूबर 2012 – मई 2014 तक मानव संशाधन एवं विकास मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। जितिन प्रसाद 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव हारे हैं। हार के बावजूद जितिन प्रसाद शाहजहाँपुर ,लखीमपुर तथा सीतापुर इलाके में काफी लोकप्रिय कहे जाते हैं। जितिन प्रसाद को उत्तर प्रदेश में शांतिप्रिय व विकासवादी राजनीति के लिए जाना जाता है।

 

 

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