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Anxiety Ke Lakshan: क्या हैं एंग्जायटी बीमारी! जो होती है 9 तरह की, क्या भी है इसका शिकार, तो इसके लक्षण और...

Anxiety Ke Lakshan: एंग्जायटी एक ऐसी समस्या है जिससे पीड़ित लोग अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं। चिड़चिड़ापन, घबराहट, बेचैनी, फोकस की कमी, टेंशन रहने लगी है।

Anxiety Ke Lakshan: क्या हैं एंग्जायटी बीमारी! जो होती है 9 तरह की, क्या भी है इसका शिकार, तो इसके लक्षण और...
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By Yogeshwari verma

Anxiety Ke Lakshan: एंग्जायटी एक ऐसी समस्या है जिससे पीड़ित लोग अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं। चिड़चिड़ापन, घबराहट, बेचैनी, फोकस की कमी, टेंशन रहने लगी है।एंग्जायटी से पीड़ित शख्स को थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, अनिद्रा की शिकायत, पेट दर्द, दिल की धड़कन बढ़ना, सांस में तकलीफ जैसी परेशानियां होने लगती हैं। इसका प्रभाव फिजिकल हेल्थ के साथ ही मेंटल हेल्थ और सोशल बिहेवियर पर भी पड़ता है।

1. गट एंग्जायटी:- गट एंग्जायटी में पेट में मरोड़ उठने लगते हैं। कई बार पेट में तितलियों के जैसी हलचल महसूस होती है। भूख का बैलेंस भी बिगड़ जाता है। भूख लगने लग जाती है या फिर उनकी भूख एकदम खत्म हो जाती है।कई बार इससे कब्ज की समस्या भी हो जाती है। जिससे गैस, बॉटलिंग, डायरिया आदि की समस्याएं होने लगती हैं।

2. थॉट एंग्जायटी:-कई बार आप किसी बात को इतना सोचते लगते हैं कि रातभर उसी के ख्याल आपको आते रहते हैं। आपके दिमाग में अजीब अजीब से विचार आने लगते हैं।और आप ठीक से सो नहीं पाते। यही है थॉट एंग्जायटी। थॉट एंग्जायटी सीधे तौर पर आपके विचारों को प्रभावित करती है। कई बार यह आपके फोकस में बाधा बन जाते हैं।

3. डिप्रेसिव एंग्जायटी:- इससे पीड़ित लोग किसी से भी बात करने से कतरने लगते हैं। डिप्रेशन या अवसाद एक मनोदशा संबंधी विकार है, जो व्यक्ति में लगातार उदासी और अरुचि की भावना का कारण बनता है।दिनभर गुमसुम रहते है सेल्फ कॉन्फिडेंस बहुत लो हो जाता है।

4. चेस्ट एंग्जायटी:- इससे हार्ट रेट बढ़ सकता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को सीने में दर्द की शिकायत हो सकती है।कई बार हमें कुछ सोचकर इतनी घबराहट होती है कि हमारा दिल मुंह को आ जाता है। इस एंग्जायटी से पीड़ित लोग ठीक से सांस भी नहीं ले पाते हैं।

5. एंडोक्राइन एंग्जायटी:- चिंता या एंग्ज़ायटी होने पर शरीर के अंतःस्रावी तंत्र पर असर पड़ता है चिंता के कारण हृदय गति तेज़ हो जाती है और त्वचा में रक्त वाहिकाएं सख्त हो जाती हैं. वे अनिद्रा के भी शिकार रहते हैं,उनकी एनर्जी लो रहती है। कई बार यह एंग्जायटी इतनी गंभीर हो जाती है कि उनका वजन कम होने लगता है, बाल झड़ने लगते हैं।

6. ट्रॉमा एंग्जायटी:-ट्रॉमा और तनाव संबंधी विकार किसी अभिघाती घटना के परिणामस्वरूप विकसित होते हैं।इमोशनल एब्यूज, फिजिकल एब्यूज और कई बार दूसरों के द्वारा नजरअंदाज करने के कारण यह एंग्जायटी होने लगती है।वे हमेशा कुछ गलत होने की आशंका से पीड़ित रहते हैं।

7. एंगर एंग्जायटी:- चिंताग्रस्त व्यक्ति ज़्यादा चिड़चिड़ा हो सकता है और जल्दी गुस्सा कर सकता है. इस एंजायटी से पीड़ित लोग अपने गुस्से को कंट्रोल नहीं कर सकते है उनका गुस्सा उनके चेहरे पर साफ नजर आता है। दांत पीसना, हर बात पर गुस्सा हो जाना, बहस करना आदि इसके लक्षण हैं।

8. नर्वस सिस्टम एंग्जायटी:- नर्वस सिस्टम की अत्यधिक उत्तेजना से चिंता और एंग्ज़ायटी हो सकती है. चिंता और एंग्ज़ायटी के कई शारीरिक और मानसिक लक्षण हो सकते हैं. हमारे हाथ पैर ठंडे पड़ जाते हैं। इसमें हमारे नर्वस सिस्टम के बैलेंस गड़बड़ा जाते हैं नर्वस पेन, सिरदर्द, माइग्रेन आदि होता हैं।

9. इम्यून सिस्टम एंग्जायटी:-चिंता और तनाव, इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं.बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं।एलर्जी के शिकार हो जाते हैं। इन्फेक्शन, सूजन और बॉडी पेन होने लगता है इम्यून सिस्टम दूर हो जाता हैं।

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