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Bilaspur High Court: सड़कों की हालत पर हाईकोर्ट ने अफसरों की लगा दी क्‍लास: पूछा- ये कैसी इंजीनियरिंग है, मांगा व्‍यक्तिगत हलफनामा

Bilaspur High Court: पीआईएल की सुनवाई के दौरान नाराज सीजे ने सिक्रेटरी से कहा- थोड़ी सी बारिश में जब न्यायधानी का ये हाल है तो प्रदेश के शहरों की क्या स्थिति होती होगी। लोग कैसे सफर करते होंगे। पूरी कार्ययोजना की जानकारी सचिव नगरीय प्रशासन व निगम कमिश्नर को शपथ पत्र पेश कर जवाब देने का निर्देश दिया है चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने दिया है

Bilaspur High Court: सड़कों की हालत पर हाईकोर्ट ने अफसरों की लगा दी क्‍लास: पूछा- ये कैसी इंजीनियरिंग है, मांगा व्‍यक्तिगत हलफनामा
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By Radhakishan Sharma

Bilaspur High Court बिलासपुर। बिलासपुर शहर में ड्रेनेज सिस्टम को लेकर हाई कोर्ट ने निगम के अफसरों, उनकी इंजीनियरिंग पर बड़ा सवाल उठाया है। निगम कमिश्नर व नगरीय प्रशासन विभाग के सिक्रेटरी से पूछा है कि ये कैसी इंजीनियरिंग है कि हल्की सी बारिश होते ही सड़कों पर पानी भर जाता है, नालियां व नाले जाम हो जा रही है। लोगों की परेशानी से आप लोगों को लेनादेना है या नहीं। बारिश के दिनों में इस तरह की स्थिति से निपटने के लिया कोई कार्ययोजना है भी या नहीं। कोर्ट ने कहा कि अभी तो पूरी बरसात है। लोगों को दिक्कत ना हो इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग और बिलासपुर नगर निगम क्या कर रहा है। शपथ पत्र के साथ जवाब पेश करने का निर्देश डिवीजन बेंच ने दिया है।

जनहित याचिका की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस सचिन सिंह राजपूत की डिवीजन बेंच में हुई। याचिका की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने शासन व निगम कीओर से पैरवी करने के लिए उपस्थित ला अफसरों से पूछा कि बुधवार को हल्की वर्षा के कारण पुराने बस स्टैंड की सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। नाली का पानी सड़क पर आ जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे पहले ही लोगों को जलजमाव की समस्या से जूझना पड़ रहा है।

अखबार में प्रकाशित खबर को स्वत: संज्ञान में लेते हुए छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने जनहित याचिका में सोमवार से सुनवाई प्रारंभ की है। याचिका की सुनवाई के बाद कोर्ट ने सचिव, शहरी प्रशासन एवं विकास, और आयुक्त, नगर निगम, बिलासपुर को निर्देश दिया है कि वे खराब जल निकासी व्यवस्था के कारण जल जमाव के लिए उठाए गए कदमों के संबंध में अपना व्यक्तिगत हलफनामा दायर कर जवाब पेश करने का निर्देश दिया है।

इन अफसरों को बनाया पक्षकार

मुख्य सचिव छग शासन, सचिव नगरीय प्रशासन , चेयरमैन सीएसपीड़ीसीएल ,एमड़ी डिस्ट्रीब्युशन , कलेक्टर बिलासपुर , कमिश्नर नगर निगम बिलासपुर और ईई सीएसपीड़ीसीएल।

कोर्ट ने यह भी कहा

हल्की वर्षा के दौरान. कश्यप कालोनी में अधूरे नाली निर्माण के कारण पुराना बस स्टैंड क्षेत्र में सड़क पर जलभराव की स्थिति हो गई। पानी खाली होने में एक घंटे से अधिक का समय लग गया। कश्यप कालोनी में नाली निर्माण का कार्य पिछले दो माह से चल रहा है और बारिश से पहले काम पूरा नहीं होने से समस्या आ रही है। बुधवार को हुई हल्की वर्षा से पुराने बस स्टैंड और राजीव प्लाजा की नालियां भी लबालब हो गईं। साथ ही होर्डिंग तेज अंधड़ में नीचे जाकर बिजली लाइन में फंस गया, जिससे और 33 केवी लाइन में फाल्ट हो गया.। इसे सुधारने में काफी समय लगा। इस अवधि के दौरान, पुराने आरटीओ, व्यापार विहार और पीजीबीटी सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति घंटों बाधित रही। ये सब व्यवस्था कब तक दुरुस्त होगी। व्यवस्था सुधारने के लिए विभाग के अफसर क्या कर रहे हैं और क्या कार्ययोजना है।

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