GalaxEye का Mission Drishti बदलेगा धरती को देखने का नजरिया, अब बादलों में भी दिखेगी साफ तस्वीर!

GalaxEye Mission Drishti Earth Observation Satellite News: GalaxEye ने अपने नए सैटेलाइट Mission Drishti की घोषणा की है, जो 2026 में लॉन्च होगा। यह सैटेलाइट ऑप्टिकल और रडार सेंसर से हर मौसम में धरती की साफ तस्वीरें भेजेगा। इसका उपयोग खेती, आपदा प्रबंधन और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा।

Update: 2025-10-13 06:42 GMT

Representational Image

GalaxEye Mission Drishti Earth Observation Satellite News Hindi: भारत का स्पेस सेक्टर लगातार आगे बढ़ रहा है। बेंगलुरु की एक स्टार्टअप कंपनी GalaxEye अब कुछ ऐसा करने जा रही है, जो दुनिया में पहली बार होगा। कंपनी 2026 की पहली तिमाही में अपना नया सैटेलाइट ‘Mission Drishti’ लॉन्च करेगी, जो धरती की बेहद साफ तस्वीरें भेजेगा। खास बात यह है कि यह सैटेलाइट दिन हो या रात, बारिश हो या बादल – हर मौसम में तस्वीरें लेने में सक्षम होगा।

क्या है Mission Drishti?

Mission Drishti भारत का अब तक का सबसे बड़ा प्राइवेट सैटेलाइट होगा, जिसका वजन करीब 160 किलो है। यह धरती की तस्वीरें बेहद स्पष्ट रूप में भेजेगा ताकि प्राकृतिक आपदाओं, खेती और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में मदद मिल सके। इस मिशन का मकसद है – हर हाल में साफ और भरोसेमंद डेटा देना, ताकि समय रहते ज़रूरी फैसले लिए जा सकें।

कैसे काम करेगा यह नया सैटेलाइट?

GalaxEye का यह सैटेलाइट खास इसलिए है क्योंकि इसमें दो तरह के सेंसर लगाए गए हैं — एक ऑप्टिकल सेंसर जो सामान्य कैमरे की तरह काम करता है, और दूसरा रडार सेंसर, जो बादलों के पार भी तस्वीरें ले सकता है।

कंपनी की सिंकफ्यूजन टेक्नोलॉजी इन दोनों सेंसरों से मिलने वाले डेटा को मिलाकर एक साफ और पूरी जानकारी वाली इमेज तैयार करती है। इसका मतलब यह है कि चाहे मौसम खराब हो या रात का समय, Mission Drishti धरती की तस्वीरें हमेशा क्लियर भेज पाएगा।

कहां-कहां होगा इसका इस्तेमाल?

Mission Drishti से मिलने वाली जानकारी कई क्षेत्रों में काम आएगी। अगर किसी जगह बाढ़, भूकंप या तूफान जैसी आपदा आती है, तो यह सैटेलाइट तुरंत उस क्षेत्र की ताज़ा और साफ तस्वीरें भेजेगा। इससे राहत और बचाव कार्य जल्दी हो सकेंगे।

खेती के लिए भी यह सैटेलाइट काफी मददगार साबित होगा, क्योंकि इससे फसलों की स्थिति, मौसम के प्रभाव और मिट्टी की हालत जैसी जानकारी जल्दी मिल सकेगी। इसके अलावा, सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में भी यह सैटेलाइट अहम भूमिका निभा सकता है।

आगे की योजना क्या है?

GalaxEye सिर्फ एक सैटेलाइट पर नहीं रुकने वाली है। कंपनी अगले चार सालों में 8 से 10 ऐसे सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है, ताकि धरती की निगरानी और बेहतर तरीके से हो सके। आने वाले सालों में कंपनी और भी एडवांस सैटेलाइट बनाने की योजना में है, जो और ज्यादा स्पष्ट तस्वीरें भेजेंगे।

भारत के लिए बड़ी छलांग

Mission Drishti को भारत के निजी स्पेस सेक्टर के लिए बड़ी छलांग माना जा रहा है। अब तक ऐसी तकनीक सिर्फ सरकारी एजेंसियों तक सीमित थी, लेकिन अब भारतीय स्टार्टअप भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। GalaxEye का यह मिशन भारत की नई सोच और तकनीकी आत्मनिर्भरता की मिसाल बन सकता है।

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