Parenting Tips : पेरेंट्स हर ज़िम्मेदारी स्कूल पर न डालें...कुछ खुद भी करें और सिखाएं

पेरेंट्स को चाहिए की वो बच्चों को समझे समझाए और अच्छी बातें सिखाये. कुछ पेरेंट्स स्कूल पर ही सारा बोझ डाल देते हैं और हर बात की शिकायत स्कूल से ही करते हैं की स्कूल में ये नहीं सिखाया क्या... वो नहीं सिखाया क्या.

Update: 2024-06-07 06:51 GMT

हर मां-पिता यही चाहते हैं कि उनका बच्चा एक बेहतर इंसान बने और हमेशा दूसरों की रिस्पेक्ट करे. सभी लोगों को यही उम्मीद होती है कि उनका बच्चा जहां जाए वहां उसकी प्रशंसा हो और बच्चे कभी किसी गलत रास्ते पर ना जाएं. लेकिन इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है बचपन में ही उन्हें अच्छे विचार देना और उन्हें शिष्टाचार वाली आदतें सिखाना. 

ये चीजे बच्चों में खुद से नहीं आती है. इसके पीछे पेरेंट्स को चाहिए की वो बच्चों को समझे-समझाए और अच्छी बातें सिखाये. कुछ पेरेंट्स स्कूल पर ही सारा बोझ डाल देते हैं और हर बात की शिकायत स्कूल से ही करते हैं की स्कूल में ये नहीं सिखाया क्या... वो नहीं सिखाया क्या. कुल मिलकर सारी गलतियाँ का ठीकरा स्कूलों पर फोड़ देते हैं. 

स्कूल में मुख्य रूप से किताबी शिक्षा पर जोर दिया है. उन सबके बादनैतिक शिक्षा दी जाती है. इसलिए पेरेंट्स को चाहिए की वे बच्चों की परवरिश पर खुद ध्यान दें और उन्हें मौलिक कर्तव्यों और शिष्टाचार वाली आदतों से रूबरू कराये. तो आइये जानें ऐसे ही कुछ बातें जो बच्चों को सिखाई जाये. 




1. बड़ों के बीच में ना बोलें

बच्चों को ये बात सिखाना बहुत जरूरी है कि आप कभी भी दो लोगों के बीच में ना बोलें, उन्हें बताएं बातों के बीच डिस्टर्ब करना गलत बात होती है. लेकिन फिर भी अगर आपको कुछ बताना है तो इसके लिए आप थोड़ा इंतजार करें. अगर आप बच्चे को ये सिखाते हैं तो इससे उनकी सोच बढ़ेगी और सुनने की क्षमता में भी फर्क पड़ेगा.

2. बिना इजाजत किसी भी चीज को न छुएं

बच्चों को ये शिक्षा देना बहुत जरूरी है कि कभी भी किसी चीज को बिना परमिशन के नहीं छूना चाहिए या इस्तेमाल में नहीं लेना चाहिए. क्योंकि अगर उन्हें बचपन में ही ये आदतें सिखा दी जाएंगी तो आगे चलकर वे दूसरों की पर्सनल बातों और लाइफ में इंटरफेयर नहीं करेंगे और इससे वे बॉन्ड्रीज की रिस्पेक्ट करना सीख जाएंगे और म्यूच्यूअल रिस्पेक्ट की वैल्यू करना भी सीख जाएंगे.

3. इस्तेमाल की हुई चीजों को उसकी जगह पर रखना

बच्चों को ये बात जरूर सिखाएं कि अगर आपने किसी भी चीज का इस्तेमाल किया है तो उसे यूज करने के बाद वापस उसी जगह पर रखें जहां पर उसकी सही जगह है या फिर जहां से उसे उठाया गया है. हर चीज इस्‍तेमाल के बाद सही जगह पर रखना उन्‍हें बचपन से ही सिखाने की आदत डालें.

4. शेयर करना सिखाएं

बच्चों को शेयर करना जरूर सिखाना चाहिए. क्योंकि उन्हें अगर आप शेयर करना सिखाएंगे तो उन्हें आगे चलकर सेंस ऑफ केयर और शेयर की भावना आएगी. इसके लिए उन्‍हें अपने दोस्‍तों, भाई बहनों के साथ खाने की चीजें, खिलौने आदि शेयर करने की आदत डालें, क्योंकि जब तक वे शेयरिंग केयरिंग नहीं सिखेंगे तो उन्हें जीवन में बहुत दिक्कतें आती रहेंगी. 

5. अपने टर्न का इंतजार करना

अगर आप अपने बच्चे में पेशेंस डेवलप करना सिखाना चाहते हैं तो उन्हें अपनी बारी यानी टर्न का इंतजार करवाना सिखाएं. चाहे वो खाने का इंतजार करना हो या फिर खेलते समय अपने चांस के लिए इंतजार करना हो.

6. रिस्पेक्ट करना सिखाएं

अपने बच्चों को हमेशा रिस्पेक्ट से बात करना सिखाएं और उन्हें बचपन से ही बड़ों से या दोस्तों से इज्जत से बात करना सिखाएं. क्योंकि वे जब बड़े होंगे तो लोगों के साथ पोलाइट वे में बात करेंगे.

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