Parenting : क्या आप भी बोलते हैं बच्चों से ऐसी बातें...तो ठहर जाएं, पडता है गंभीर असर

बच्‍चों को बार बार डांटते या कमियां निकालते रहते हैं तो ऐसे बच्‍चों के मन पर इसका बुरा असर पड़ता है और उनके अंदर हीन भावना जन्‍म लेने लगती है.

Update: 2024-06-03 17:06 GMT

माता-पिता की बातें बच्‍चों के मन पर काफी असर डालती हैं. अगर पेरेंट्स उनके लिए अच्‍छे शब्‍द का प्रयोग करते हैं तो यह उनके मानसिक विकास में मदद करता है,.

जबकि अगर वे बच्‍चों को बार बार डांटते या कमियां निकालते रहते हैं तो ऐसे बच्‍चों के मन पर इसका बुरा असर पड़ता है और उनके अंदर हीन भावना जन्‍म लेने लगती है.

यहां बता रहे हैं कि माता-पिता को अपने बच्‍चे से किस तरह की बातें कभी नहीं बोलनी चाहिए.



 जल्‍दी करो वरना मार पड़ेगी

बताएं कि बड़ों की तुलना में बच्‍चों के काम करने की क्षमता कम होती है. वे किसी भी काम को उतना जल्‍दी नहीं कर पाते जितना बड़े कर सकते हैं. लेकिन कई माता पिता बच्‍चों को मारपीट कर या डरा धमकाकर जल्‍दी काम कराना चाहते हैं तो यह गलत तरीका है.

तुम्‍हारी उम्र में तो मैं तुमसे बेहतर था

तुलना करना हर तरह से बुरी बात है. हो सकता है कि आपका बच्‍चा कई चीजों में बहुत बेहतर नहीं कर पा रहा हो, ऐसे में उसे आपकी मदद चाहिए, ना कि उलाहना. अगर आप बात बात पर उसकी तुलना खुद या उसके दोस्‍तों, भाई बहनों से करते हैं तो ऐसा करना उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करता है.

कहां से पैदा हो गए

बच्‍चा हो या बड़ा, सेल्फ रिस्पेक्ट सभी के अंदर होता है. ऐसे में अगर आप अपना फ्रस्‍टेशन निकालने के लिए बच्‍चे के सामने इस तरह की बात करते हैं तो जान लें कि बच्‍चे आपकी इस बात से काफी आहत हो सकते हैं और डिप्रेशन में जा सकते हैं.

घर छोड़कर चले जाओ

यह वाक्‍य माता पिता के फेमस लाइनों में से एक माना जाता है, लेकिन आपको बता दें कि बच्‍चे के लिए यह सबसे कठोरतम वाक्‍यों में से एक है. जी हां, ऐसी बातें बच्‍चे के मन में घर कर जाती हैं और उसे जीवन भर एक खराब मेमोरी दे जाती हैं. यह बात उसे हमेशा याद दिलाता है कि वह घर वालों के लिए बोझ के अलावा कुछ नहीं है. 

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