कोरोना पर देश के तीन बड़े डॉक्टरों की प्रेस कॉन्फ्रेंस, डॉ गुलेरिया बोले- रेमडेसिविर को ना समझें जादू की गोली…

Update: 2021-04-21 07:50 GMT

नईदिल्ली 21 अप्रैल 2021. देश में कोरोना वायरस महामारी विकराल रूप ले चुकी है. लाखों लोग रोजाना इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. इस बीच देश के तीन बड़े डॉक्टर्स कोरोना के मसले पर लोगों को जानकारी दी. डॉक्टर्स की टीम में डॉ रणदीप गुलेरिया (डायरेक्टर AIIMS दिल्ली), डॉ देवी शेट्टी (चेयरमैन, नारायण हेल्थ) और डॉ नरेश त्रेहन (चेयरमैन, मेदांता अस्पताल) शामिल रहे.

डॉक्टर देवी शेट्टी ने बताया कि अगर आपको कोरोना के सिम्प्टम्स नजर आ रहे हैं तो घबराएं नहीं. जितनी जल्दी हो सके कोरोना टेस्ट कराएं और आइसोलेट हो जाएं. उन्होने कहा कि अगर आप पॉजिटिव आते हैं तो तुरंत डॉ से सलाह लें. पैनिक न करें. उन्होंने कहा कि कोविड अब कॉमन हो चुका है. हमेशा मास्क पहनें और पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेबल चेक करते रहें. उन्होंने कहा कि ऑक्‍सीजन छह मिनट के अंतराल पर दो बार चेक करें. ऑक्सीजन लेवल 94 से कम होने पर डॉक्‍टर से बात करें, किसी भी हालात में घबराएं नहीं.

नरेश त्रेहान ने कहा कि आज हमारे पास पर्याप्त ऑक्सीजन है बस शर्त ये है कि इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए. मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर आपको ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है तो इसे सिर्फ सुरक्षा के लिहाज से न इस्तेमाल करें. बर्बादी की वजह से जरूरतमंद लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाएगी. डॉ नरेश त्रेहन ने कहा कि रेमेडिसविर ‘रामबाण’ नहीं है, यह केवल उन लोगों में वायरल लोड को कम करता है, जिन्हें इसकी आवश्यकता है. उन्होने कहा कि अगर ऑक्सी.

रेमडेसिविर को लेकर एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि केवल कुछ प्रतिशत लोगों को ही इसकी आवश्यकता है. कोरोना से संक्रमित करीब 85 फीसदी लोग बिना किसी विशेष इलाज के ठीक हो रहे हैं. ज्यादातर लोगों में सामान्य लक्षण ही आ रहे हैं. गुलेरिया ने आगे बताया- सबसे महत्वपूर्ण चीज ये है कि जो हमलोगों में से घर पर आइसोलेशन में हैं या फिर अस्पताल में हैं कि घबराहट में वास्तव में किसी उपचार की आवश्यकता नहीं है. केवल कुछ ही फीसदी लोगों को रेमडेसिविर की आवश्यकता होती है, उसे जादू की गोली ना समझें.

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