Union Minister Ashwini Vaishnav: दो जिलों के कलेक्‍टर रहे ये पूर्व आईएएस मोदी कैबिनेट में बने मंत्री, दूसरी बार बनाए गए कैबिनेट मंत्री

Union Minister Ashwini Vaishnav: मोदी कैबिनेट 3.0 का आज शपथ ग्रहण हुआ। इसमें पहले मोदी कैबिनेट में मंत्री रहे नेताओं के साथ नवनिर्वाचित सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। इसमें एक पूर्व आईएएस अफसर भी शामिल हैं।

Update: 2024-06-09 14:56 GMT

Union Minister Ashwini Vaishnav: एनपीजी न्‍यूज

मोदी कैबिनेट 3.0 में मंत्री बनाए गए अश्‍व‍िनी वैष्‍णव पूर्व आईएएस हैं। ओडिशा कैडर के आईएएस वैष्‍णव मोदी कैबिनेट 2.0 में रेल मंत्री के रुप में काम कर चुके हैं। वैष्‍णव छत्‍तीसगढ़ के दो पड़ोसी जिलों बालासोर और कटक के कलेक्‍टर रह चुके हैं। 1999 के सुपर साइक्लोन के दौरान, उन्होंने वास्तविक समय और स्थान के डेटा को एकत्र करके लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार को आवश्यक जानकारी प्रदान की।

2003 में, उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यालय में उप सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सार्वजनिक-निजी भागीदारी ढांचे को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2004 में चुनाव हारने के बाद, वाजपेयी जी के निजी सचिव के रूप में भी उन्होंने कार्य किया।

जुलाई 2021 में, 22वें कैबिनेट पुनर्गठन के दौरान, अश्विनी वैष्णव को रेल मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और संचार मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री के रूप में उन्होंने मई 2023 में संचार साथी पोर्टल लॉन्च किया।

2019 में, अश्विनी वैष्णव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से राजनीतिक सफर की शुरुआत की। उन्होंने ओडिशा से राज्यसभा के सदस्य के रूप में निर्विरोध चुनाव जीता। उन्हें उप-विधि और याचिकाओं की समिति और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया।

2019 में, उन्होंने संसद में तर्क दिया कि भारत की आर्थिक मंदी चक्रीय प्रकृति की है और यह मार्च 2020 तक समाप्त हो जाएगी, जिसके बाद ठोस वृद्धि होगी। उन्होंने कराधान कानून (संशोधन) विधेयक, 2019 का समर्थन किया, जिसमें कर संरचना को कम करने और भारतीय उद्योग की प्रतिस्पर्धा बढ़ाने की बात कही।

मोदी कैबिनेट 3.0 में दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाए गए वैष्‍णव ने 2008 में एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्राइवेट सेक्‍टर में नौकरी से कैरियर की शुरुआत की। पहले वे जीई ट्रांसपोर्टेशन में प्रबंध निदेशक के रूप में काम किए इसके बाद फिर सीमेंस में उपाध्यक्ष और शहरी बुनियादी ढांचा रणनीति के प्रमुख के रूप में काम किया। 2012 में, उन्होंने गुजरात में तीन टी ऑटो लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड और वी जी ऑटो कंपोनेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नामक दो ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की स्थापना की।

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