Patna opposition unity meeting: जानिए किस फार्मूले पर हो रही है बैठक, नीतीश के बुलावे पर कौन-कौन पहुंचा बिहार
Patna opposition unity meeting
पटना। केंद्र में सत्तारुढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध (एनडीए) के खिलाफ विपक्षी दलों की यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर एक महत्वपूर्ण (Patna opposition unity meeting) बैठक चल रही है। इस बैठक के लिए नीतीश कुमार देशभर की सभी प्रमुख पार्टियों के बड़े नेताओं को आमंत्रित किया था। नीतीश के बुलावे पर यहां आने वालों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ही कई क्षेत्रीय दल के नेता शामिल हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के खिलाफ गठबंधन बनाने की कोशिश के तहत हो रही (Patna opposition unity meeting) इस बैठक में कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पहुंचे हैं। दूसरी राष्ट्रीय पार्टी आप की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी पहुंच चुके हैं।
डीएमके के राष्ट्रीय अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, बांगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की प्रमुख ममता बनर्जी, जम्मू- कश्मीर की नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती भी बैठक में शामिल हैं।
एनसीसी के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, वामपंथी पार्टी माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी, दीपांकर भट्टाचार्य, डी राजा, झारखंड के मुख्यमंत्री और झामुमो नेता हेमंत सोरेन, शिव सेना के उद्ध्व ठाकरे, आदित्य ठाकरे, संजय राउत और टीआर बालू के साथ ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सहित कई अन्य पार्टियों के नेता शामिल हैं।
भारतीय दिलों का महागठबंधन
बैठक को लेकर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड की तरफ से एक पोस्टर जारी किया गया है। इसमें सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं की तस्वीर लगाई गई है। साथ ही एक स्लोगन लिखा है- दलों का नहीं, भारतीय दिलों का महागठबंधन।
जानिए किस फार्मूले पर हो रही है Patna opposition unity meeting
राजधानी पटना में चल रही इस बैठक में सभी दलों के नेता अपना-अपना एजेंडा लेकर आया है। बैठक से पहले नीतीश कुमार ने ‘एक के खिलाफ एक’ फार्मूला की बात कही है। इसके तहत एनडीए के एक प्रत्याशी के खिलाफ विपक्षी दलों की तरफ से भी एक ही प्रत्याशी खड़ा किया जाए, ताकि वोटों का बंटवारा न हो। बैठक के बाद सभी नेता संयुक्तरुप से प्रेसवार्ता करेंगे।