मोहन यादव की जीवनी, कौन है MP के CM मोहन यादव? | Mohan Yadav (Madhya Pradesh CM) Biography Hindi

Mohan Yadav (Madhya Pradesh CM) Biography Hindi Age, Wiki, Wife, Family, Death, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: मोहन यादव को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया है।

Update: 2023-12-11 11:28 GMT

Mohan Yadav (Madhya Pradesh CM) Biography Hindi Age, Wiki, Wife, Family, Death, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: मोहन यादव को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया है। विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगाई गई है। मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते है।उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं। इस बार वे तीसरी बार विधायक बने हैं। शिवराज सरकार में मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री रहे।

मोहन यादव को संघ का करीबी बताया जाता है। कहा जा रहा है शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में किया गया। मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री रहे हैं। 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव चुने गए थे।

मोहन यादव की जीवनी, कौन हैMP के CM मोहन यादव? | Mohan Yadav (Madhya Pradesh CM) Biography Hindi

  • पूरा नाम डॉ. मोहन यादव
  • जन्म की तारीख 25 मार्च 1965
  • जन्म स्थान उज्जैन, मध्यप्रदेश
  • पिता का नाम पूनमचंद यादव
  • मां का नाम लीलाबाई यादव
  • जीवनसाथी का नाम सीमा यादव
  • शिक्षा एमबीए, पीएचडी

मोहन यादव की जीवनी, कौन हैMP के CM मोहन यादव? | Mohan Yadav (Madhya Pradesh CM) Biography Hindi

डॉ. मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई भी उज्जैन में ही हुई। यहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत भी की थी। छात्र जीवन में ही मोहन यादव ने राजनीति में कदम रखा और फिर आगे बढ़ते चले गए। महेंद्र यादव ने सीमा यादव से शादी की है। इनसे इनके तीन बच्चे हैं, जिसमें दो पुत्र और एक पुत्री शामिल है।

मोहन यादव का राजनीतिक जीवन, मोहन यादव कब विधायक बनें? Mohan Yadav Kab MLA Bane?  

मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे। 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से ही विधायक बने। इसके बाद 2 जुलाई 2020 को उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। तब मोहन यादव को शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री का पद मिला था। डॉ. मोहन यादव 2023 के विधान सभा चुनाव में उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए हैं।

मोहन यादव से जुड़े विवाद: Mohan Yadav Controversies

मोहन यादव को वर्ष 2020 में चुनाव आयोग ने असंयमित भाषा के लिए नोटिस दिया था। एक दिन के लिए चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके साथ ही वर्ष 2021 में मोहन यादव उस समय विवाद का हिस्सा बन गए, जब उच्च शिक्षा विभाग ने एक कानून जारी किया, जिसमें कहा गया कि यदि किसी छात्र के खिलाफ आपराधिक रेकॉर्ड है तो उसे कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कई और भी विवादित बयान दिए हैं। जिसकी वजह से पार्टी असहज हो गई थी।

मोहन यादव छात्र राजनीति से कब जुड़े: Mohan Yadav Chatr Rajniti Se Kab Jude?

उन्होंने वर्ष 1984 मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री और 1986 मे विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली। यही नहीं वर्ष 1988 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री और सन 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं।1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे हैं।

मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई। 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। इसके बाद उन्होंने संगठन में रहकर अलग-अलग पदों पर काम किया। 2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रहें। 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने।

मोहन यादव संघ से कब जुड़े?: Mohan Yadav RSS Se Kab Jude?  

1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे। संघ में सक्रियता के कारण मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई। 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। इसके बाद उन्होंने संगठन में रहकर अलग-अलग पदों पर काम किया। 2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रहें। 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने। पहली बार 2013 में वह विधायक बने। 2018 में भी पार्टी ने उनपर भरोसा किया और वह चुनाव जीतने में सफल रहे। 2020 में जब बीजेपी की सरकार बनी तो मोहन यादव शिवराज सरकार में मंत्री बने।

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