Lokasabha Chunav 2024: CG: 3 चरणों में चुनावः छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2 चरणों में तो लोकसभा चुनाव 3 चरणों में क्यों? जानिये इसकी वजह

Lokasabha Chunav 2024: छत्तीसगढ़ नक्सल दृष्टि से काफी संवेदनशील राज्य है। देश में सर्वाधिक नक्सली घटनाएं बस्तर में हुई हैं। यही वजह है कि बस्तर में अलग से चुनाव होता है। राज्य के बाकी हिस्सों में फिर बाद में वोटिंग होती है।

Update: 2024-02-08 14:44 GMT

Lokasabha Chunav 2024: रायपुर। नक्सल दृष्टि से देश का सबसे संवेदनशील राज्य छत्तीसगढ़ में चुनाव कराना निर्वाचन आयोग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होती। खासकर बस्तर में, इसके लिए पैरा मिलिट्री फोर्सेज के साथ ही देश के अन्य राज्यों से भी सुरक्षा बल मुहैया कराया जाता है। बस्तर में पहले से 50 हजार से अधिक जवान तैनात हैं। इनमें छत्तीसगढ़ सशस्त्र बलों की करीब 30 बटालियन तो है ही सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईबीटी की बटालियन भी शामिल हैं।

नक्सली हिंसा की वजह से छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव दो चरणों में संपन्न होता है। पहले चरण में बस्तर समेत राजनांदगांव और कवर्धा की 20 सीटों पर। राजनांदगांव और कवर्धा भी नक्सली गतिविधियों से पहले प्रभावित रहा है। राजनांदगांव में तो छिट-पुट घटनाएं अभी भी होती रहती हैं।

लोकसभा चुनाव तीन चरणों में

छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होते हैं। 2019 का लोकसभा चुनाव भी इसी तरह हुआ था। पहले चरण में सिर्फ बस्तर में। इसके बाद दूसरे चरण में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद तथा तीसरे चरण में बाकी सात सीटों पर। विधानसभा चुनाव के उलट तीन चरणों में लोकसभा चुनाव कराने की वजह सुरक्षा बलों की कमी होती है। विधानसभा चुनाव चूकि पांच राज्यों में होते हैं, इसलिए उस समय सुरक्षा बलों की दिक्कत नहीं होती। लोकसभा चुनाव पूरे देश में होते हैं, इसलिए सभी जगहों पर सुरक्षा बलों को भेजना कठिन होता है। बता दें, विधानसभा चुनाव में सिर्फ बस्तर में चुनाव आयोग 800 कंपनियां भेजता है। मगर लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ 600 कंपनी। फोर्सेज की कमी की वजह से लोकसभा चुनाव तीन चरणों में कराना पड़ता है।

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