Ganga Jal Part-2: सीजी की राजनीति में गंगा जल की वापसी: इस बार सौगंध नहीं, जानिए... किस बात पर हिलोरे मार रहे सियासी बयान
Ganga Jal Part-2 चुनावी सीजन में छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिर एक बार पवित्र गंगा नदी की वापसी हुई है। गंगा नदी को लेकर मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ही दोनों प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी तेजा हो गई है।
Ganga Jal Part-2 रायपुर। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से राज्य में गंगा नदी के नाम पर लगातार राजनीतिक बयानबाजी होती रहती है। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले हाथ में गंगा जल लेकर शराबबंदी की सौगंध खाई थी। कांग्रेस इससे इन्कार करती है। कांग्रेस नेता कहते हैं कि गंगा जल की सौगंध शराबबंदी के लिए नहीं बल्कि किसानों की कर्ज माफी के लिए खाई थी जिसे सरकार ने पूरा कर दिया।
बहरहाल, शराबबंदी को लेकर गंगा जल की सौंगध पर अभी राजनीति होती रहेगी, इस बीच गंगा जल को लेकर एक नई राजनीति शुरू हो गई है। गंगा जल को लेकर ताजा बयानबाजी का दौर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक ट्वीट से शुरू हुआ है। सीएम के इस ट्वीट पर पहले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया। इसके बाद एक-एक कर कई भाजपा नेताओं ने इसको लेकर मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया है।
दरअसल, सीएम भूपेश ने गंगा जल पर जीएसटी लगाए जाने को लेकर एक ट्वीट किया। लिखा- अब गंगाजल पर भी GST!!!
क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है।
मोदी सरकार ने 4 दिन पहले गंगाजल पर 18 प्रतिशत जी. एस. टी लगाने का निर्णय किया है।
जिससे नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले तथा गौमाता की रक्षा के नाम पर आतंक फैलाने वालों का चेहरा बेनकाब हो गया है। मोदी जी जनभावनाओं का सम्मान करते हुए गंगाजल पर जी. एस. टी लगाने का निर्णय तत्काल वापस लें। इसी तरह का पोस्ट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने किया था।
इस पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने स्पष्ट किया है कि ‘गंगाजल’ को जीएसटी से छूट दी गई है, जिसके बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कांग्रेस को करार जवाब दिया है। डॉ. रमन ने लिखा- दाऊ भूपेश बघेल आपको और कांग्रेस को सनातन से इतनी नफ़रत क्यों है? पहले गंगाजल की झूठी कसम खाकर सरकार बनाई और अब गंगाजल पर जीएसटी का भ्रम फैलाकर झूठ की राजनीति कर रहे हैं। राजनीति तो अपनी जगह है पर इतना तो लिहाज़ करो कि अंतिम समय में सबको माँ गंगा की शरण में जाना है। माँ गंगा को अपमानित करना बंद करिए वरना आपके काले कारनामों के पाप गंगाजल से भी नही धुलेंगे।