उदयपुर संयोग या प्रयोग: कांग्रेस की चुनौती- भाजपा में साहस है तो सीएम भूपेश बघेल के सवालों का जवाब दें...

Update: 2022-07-04 13:29 GMT

रायपुर। उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के मामले में सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा से जो सवाल पूछे थे, उस पर अब कांग्रेस ने भाजपा को जवाब देने की चुनौती दी है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि यदि भाजपा में साहस है तो उन्हें सीएम बघेल के सवालों का जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि उदयपुर में कन्हैया लाल के हत्यारों का भाजपा कार्यकर्ता होने के खुलासे के बाद भाजपा को इस मामले में देश की जवाब देना चाहिए। भाजपा नेत्री नुपुर शर्मा द्वारा धर्म विशेष पर की गई गलतबयानी और उसके बाद भाजपा के ही कार्यकर्ता रियाज अत्तारी द्वारा एक मासूम नागरिक की हत्या केवल संयोग नहीं हो सकता। भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि हत्यारों ने किसके निर्देश पर हत्या को अंजाम दिया? पूरे घटनाक्रम को देखने पर समझ आता है कि यह देश में अशांति फैला कर सांप्रदायिकता की राजनीति करने का षड्यंत्र पूर्ण प्रयास है।

शुक्ला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी पूरे घटनाक्रम के लिए भाजपा नेत्री नुपुर शर्मा को जिम्मेदार बताया है। सुप्रीम कोर्ट का साफ तौर पर कहना है कि भाजपा नेत्री नुपुर शर्मा ने सांप्रदायिकता फैलाई और देश को खतरे में डाला। न्यायालय ने भाजपा नेत्री के बयान को सत्ता का अहंकार बताते हुए पूरे देश से माफी मांगने की बात कही है। भाजपा की पहचान देश में शुरू से ही सांप्रदायिक और षड्यंत्रकारी पार्टी के रूप में रही है। भाजपा अपने निकम्मेपन को ढंकने के लिए अक्सर सांप्रदायिकता का सहारा लेती है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को अच्छी तरह पता है कि देश की जनता मोदी सरकार से बुरी तरह नाराज है। महंगाई के कारण आम जनता का जीवन नर्क बन चुका है। देश में थोक महंगाई दर बढ़कर 15.8 प्रतिशत के पार पहुंच गई है। दो करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार देने की बात कहने वाली सरकार में कई करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं। मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में पहली बार कोयले का संकट पैदा हुआ है। देश के उद्योग धंधों पर लगातार ताले लग रहे हैं। मोदी सरकार के चंद उद्योगपति मित्रों को छोड़कर देश में किसी भी वर्ग का व्यक्ति खुश नहीं है। ऐसी स्थिति में भाजपा के पास वही पुराना फूट डालो और शासन करो का पैंतरा बच जाता है।

शुक्ला ने कहा कि बहुत हद तक संभव है कि देश की नाराज जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस प्रकार का प्रायोजित घटनाक्रम रचा गया हो। यह पहली बार नहीं है कि इस प्रकार की सांप्रदायिक वारदात में भाजपा का कनेक्शन उजागर हुआ हो। इससे पहले भी अनगिनत बार भाजपा दंगे भड़का कर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास करती रही है। अक्सर चुनावों से पहले भाजपा भय और नफरत का माहौल बनाना शुरू कर देती है, जिसके कारण दंगे होते हैं। नुपुर शर्मा और हत्यारों का ही संबंध भाजपा से है, इसलिए भाजपा को पूरा घटनाक्रम देश के सामने स्पष्ट करना चाहिए।

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