Congress MLA Bholaram Sahu Biography in Hindi: कांग्रेस विधायक भोलाराम साहू का जीवन परिचय...

MLA Bholaram Sahu Biography in Hindi: भोलाराम साहू कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ कर खुज्जी विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए है। उन्होंने भाजपा की प्रत्याशी गीता घासी साहू को 25944 मतों के अंतर से चुनाव हराया है। वे कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़कर दो बार पूर्व में भी विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। वहीं उन्हें विधानसभा चुनाव में दो बार हार का भी सामना करना पड़ा था। सरपंच के पद से अपने राजनीति की शुरुआत करने वाले भोलाराम साहू का टिकट 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने काट दिया था। उसके बदले उन्हें 2019 का लोकसभा चुनाव राजनांदगांव से लड़वाया था पर उन्हें भाजपा के संतोष पांडेय से चुनाव हारना पड़ा था। अब जाकर उन्होंने 2023 में जीत दर्ज की और तीसरी बार विधायक बने।

Update: 2023-11-03 07:54 GMT

Congress MLA Bholaram Sahu Biography in Hindi: कांग्रेस की टिकट पर राजनांदगांव जिले की खुज्जी विधानसभा से भोलाराम साहू विधायक निर्वाचित हुए है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गीता घासी साहू को 25944 मतों के अंतर से चुनाव हराया है। भोलाराम साहू दो बार पूर्व में भी यहां से विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। वह कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा का भी चुनाव लड़ चुके हैं।

भोलाराम साहू का जन्म 1 मार्च 1959 को खुज्जी में ही हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय बरतिया राम साहू है। उन्होंने सूर्य के शासकीय स्कूल से 1975 में आठवीं कक्षा पास की है। वे पेशे से कृषक है। वे ग्राम व पोस्ट खुज्जी तहसील डोंगरगांव जिला राजनांदगांव के निवासी हैं। उनका मोबाइल नंबर 94063 25436 हैं। भोलाराम साहू का विवाह 20 जून 1978 को रुक्मणी साहू के साथ हुआ था। उनके पुत्र व दो पुत्रियां हैं l

भोलाराम साहू सन 1994 में अपने ग्राम पंचायत खुज्जी के सरपंच रह चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे स्वर्गीय इंदरचंद जैन के संपर्क में आकर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली थी। भोलाराम साहू ने सन 1993 में पहली बार खुज्जी विधानसभा से ही विधायक का चुनाव लड़ा था पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 1998 में दोबारा चुनाव लड़ने पर भी वे हारे थे। 2008 में पहली बार वे चुनाव जीते और विधायक निर्वाचित हुए।

वे 2009 में सदस्य अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति तथा पिछले वर्ग के कल्याण संबंधी समिति, प्रत्यायुक्त समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहें। 2010 में सदस्य अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति तथा पिछले वर्ग के कल्याण संबंधी समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2011 में सदस्य पुस्तकालय समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2013 के चुनाव में फिर से कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़कर वह दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए।

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनकी टिकट काट दी। उसके बावजूद कांग्रेस पार्टी के प्रति निष्ठावान रहने के चलते 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा। पर उन्हें भाजपा के संतोष पांडे से चुनाव हारना पड़ा था। एक बार फिर कांग्रेस ने उन्हें 2023 के विधानसभा चुनाव में खुज्जी से अपना प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की।

कांग्रेस के भोलाराम साहू ने 80465 (50.64%) वोट हासिल किए। जबकि भाजपा की प्रत्याशी गीता घासी साहू ने 54521 (34.31%) मत दिए। अन्य प्रत्याशियों ने मिलाकर 23901 (15.05%) वोट काटे। हमर राज पार्टी से चुनाव लड़ रहीं भाजपा की बागी प्रत्याशी ललिता कंवर ने 15029 वोट पाए। नोटा को 1591 वोट मिले।

भोलाराम साहू पहले भी क्षेत्र के विधायक रह चुके हैं। भोलाराम की पहचान सादगी भरे जीवन के लिए होती है। भोला राम साहू हर समय जनता के बीच रहते हैं। विधायक रहते हुए भी कभी भी वीआईपी जैसा रूआब नही दिखाया। भोलाराम साहू की सादगी उनकी जीत का कारण बनी। इसके अलावा भाजपा की जिला पंचायत सदस्य ललिता कंवर ने टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से बागी होकर हमर राज पार्टी से चुनाव लड़ा और 15 हजार से अधिक वोट काट दिए। जिनमें भाजपा को जाने वाले आदिवासी वोट भी थे। यह भाजपा की हार की महत्वपूर्ण वजह बनी।

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