Chhattisgarh Vidhan Sabha winter Session 2025: आज विधानसभा में उपमुख्यमंत्री साव, मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा,राजेश अग्रवाल देंगे सवालों के जवाब
Chhattisgarh Vidhan Sabha winter Session 2025:–आज विधानसभा में उपमुख्यमंत्री साव, मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा,राजेश अग्रवाल सवालों का जवाब देंगे। इसके अलावा दो ध्यानाकर्षण भी आयेंगे।
Chhattisgarh Vidhan Sabha Shitkalin Satra 2025: रायपुर। आज विधानसभा में उपमुख्यमंत्री अरुण साव, मंत्री दयालदास बघेल,मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल,मंत्री टंकराम वर्मा,मंत्री राजेश अग्रवाल अपने अपने भार साधक विभागों के सवालों के जवाब देंगे। मंत्रियों से शिक्षा,स्वास्थ्य,पर्यटन,सड़क, धान खरीदी,शासकीय भूमि आदि के मुद्दे में प्रश्न पूछे गए हैं।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव से मुख्यमंत्री/ प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना,जलजीवन मिशन के कार्य,सड़क,पुल,पुलिया,भवन निर्माण, दुकानों के आबंटन,स्मार्ट सिटी के कार्यों की जांच और कार्यवाही,अंतर्राष्ट्रीय टेनिस अकादमी की वित्तीय और भौतिक स्थिति,खेलो इंडिया के तहत भुनी आबंटन एवं निर्माण कार्य,अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही से संबंधित प्रश्न पूछे गए है।
मंत्री दयालदास बघेल से धान खरीदी, धान सुखत की मात्रा, एपीएल राशन कार्ड से बीपीएल राशन कार्ड में परिवर्तन, नवीन राशन कार्ड बनाना, धान खरीदी केंद्र की स्थापना, बारदान खरीदी और उसकी जांच पर प्रश्न पूछे गए है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से जिला चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में हुई भर्ती में अनियमिताओं की जांच, गैर मान्यता प्राप्त पैरामेडिकल कॉलेजों पर कार्यवाही, आयुष्मान योजना में गड़बड़ियों पर कार्यवाही,निजी अस्पतालों की मनमानी पर लगाम कसना,गुणवत्ताहीन दवाओं की शिकायत और उस पर लगाए गए प्रतिबंध,महतारी एक्सप्रेस का संचालन, डायल 108 का टेंडर,स्वास्थ्य विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मांगी गई है।
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से भूमि अधिग्रहण और मुआवजा, शासकीय भूमि की बिक्री, घास जमीन का नामांतरण और डायवर्सन, अटल यूनिवर्सिटी की भर्ती में धांधली,इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय का सेटअप,किसानों के फसल बीमा का गिरदावरी मुकाबला, तहसीलों का राजस्व सर्वेक्षण आदि के प्रश्न पूछे गए हैं।
मंत्री राजेश अग्रवाल से धार्मिक क्षेत्र में काम करने वाले लोक न्यासों से बिना अनुमति भूमि बिक्री,पर्यटन स्थलों और पर्यटन सुविधाओं के विकास पर प्रश्न पूछे गए हैं।