Chhattisgarh News: ‘सरिता बाई’ का राशन बना सियासी मुद्दा: पूर्व सीएम के आरोपों का सरकार ने किया खंडन, अब दोनों पार्टी आमने-सामने
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में सरिता बाई की राशन को लेकर सियासत हो रही है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल की तरफ से आरोप लगाए गए। अब कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं।
Chhattisgarh News: रायपुर। छत्तीसगढ़ की सरिता बाई को राशन नहीं मिल रहा है। यह बड़ा सियासी मुद्दा बन गया है। वजह यह है कि सरिता बाई मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के विधानसभा क्षेत्र कुनकुरी की रहने वाली है। चूंकि यह मुद्दा पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने उठाया है इस वजह से इस पर सियसी रंग चढ़ता जा रहा है। पूर्व सीएम के आरोपों पर सरकार की तरफ से स्पष्टीकरण जारी किया गया। अब इसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सोशल मीडिया में जंग तेज हो गई है।
मुख्यमंत्री @vishnudsai जी सुनिए आपके कुनकुरी के ग़रीब परिवार के लोगों का दर्द।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 31, 2024
फ़रवरी से इस परिवार को राशन का चावल भी नहीं मिल रहा है।
वे बता रहे हैं कि नया राशन कार्ड बना नहीं रहे हैं और पुराने राशन कार्ड से चावल नहीं दे रहे हैं।
सोसायटी और अधिकारियों के पास गये तो बता रहे… pic.twitter.com/qI2nSDj1vK
दरअसल, एक दिन पहले पूर्व सीएम भूपेश ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव को टैग करते हुए सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया। इसमें सरिता देवी के राशनकार्ड और फोटो के साथ परिवार के एक सदस्य का वीडियो भी पोस्ट किया है। इस पोस्ट में पूर्व सीएम ने लिखा कि मुख्यमंत्री जी सुनिए आपके कुनकुरी के ग़रीब परिवार के लोगों का दर्द। फ़रवरी से इस परिवार को राशन का चावल भी नहीं मिल रहा है। वे बता रहे हैं कि नया राशन कार्ड बना नहीं रहे हैं और पुराने राशन कार्ड से चावल नहीं दे रहे हैं।सोसायटी और अधिकारियों के पास गये तो बता रहे हैं कि ऊपर से चावल नहीं आ रहा है।
ठगेश जी, झूठ बोलने की कांग्रेसी यूनिवर्सिटी के आप टॉपर छात्र हैं।
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) July 31, 2024
जिस विषय पर आपने जो रायता फैलाया है, उसकी सच्चाई जान लीजिए। महिला का राशनकार्ड झारखंड में बना था, जिसके कारण उनका कार्ड छत्तीसगढ़ में निरस्त किया गया। अब महिला ने झारखंड से अपना राशन कार्ड निरस्त करवा लिया है,… https://t.co/R09pK8vMZZ pic.twitter.com/SzliP2vYvi
इसके जवाब में सरकार की तरफ से कुनकुरी के खाद्य निरीक्षक का एक लेटर जारी किया गया।यह लेटर कुनकुरी के खाद्य निरीक्षक ने जिला कलेक्टर को लिखा है। इस लेटर पर कोई तारीख अंकित नहीं है। इसमें खाद्य निरीक्षक ने लिखा है कि सरिता बाई पति दीपक राम निवासी ग्राम पंचायत रायकेरा, विकासखंड कुनकुरी, जिला जशपुर का राशन कार्ड क्रमांक 223802444832 को झारखंड राज्य के जिला सिमडेगा के राशन कार्ड क्रमांक 202004215854 में नाम होने के कारण निरस्त किया गया था। सरिता बाई के द्वारा लिखित में आवेदन दिया गया है कि उन्होंने झारखंड स्थित उक्त राशन कार्ड क्रमांक से अपना नाम कटवा लिया गया है तथा इस संबंध में उनके द्वारा शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया है। अतः सरिता बाई पति दीपक राम के राशन कार्ड क्रमांक 223802444832 को रिस्टोर करने हेतु प्रतिवेदन सादर प्रस्तुत हैं।
बीजेपी ने इस लेटर को वायरल करते हुए लिखा कि ठगेश जी, झूठ बोलने की कांग्रेसी यूनिवर्सिटी के आप टॉपर छात्र हैं।जिस विषय पर आपने जो रायता फैलाया है, उसकी सच्चाई जान लीजिए। महिला का राशनकार्ड झारखंड में बना था, जिसके कारण उनका कार्ड छत्तीसगढ़ में निरस्त किया गया। अब महिला ने झारखंड से अपना राशन कार्ड निरस्त करवा लिया है, जशपुर जिला प्रशासन को नए कार्ड के लिए आवेदन भी दे दिया है। विष्णु सरकार सुचारू रूप से कार्य कर रही है। आपकी सरकार में बैठे लोगों ने इतनी खोजबीन तब की होती तो आपके 9 मंत्री अपना चुनाव न हारते।
लीपापोती से कुछ नहीं होगा @BJP4CGState जो पद्मव्यूह जनता के लिए रच रहे हो ना उसे जनता समझ रही है।
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) August 1, 2024
राशन कार्डधारी सरिता बाई कह रही हैं कि उनका नाम झारखंड से 2021 में कट गया था। 2022 में उनके नाम से छत्तीसगढ़ में कार्ड बन गया था। डेढ़ साल राशन भी मिला और जनवरी से बंद हुआ।
अब अपनी… https://t.co/eq4aks3o8G pic.twitter.com/SWCrUzisjQ
अब आज कांग्रेस की तरफ से सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया गया। इसमें कांग्रेस की तरफ से बीजेपी को टैक करते हुए कहा गया है कि लीपापोती से कुछ नहीं होगा। जो पद्मव्यूह जनता के लिए रच रहे हो ना उसे जनता समझ रही है। राशन कार्डधारी सरिता बाई कह रही हैं कि उनका नाम झारखंड से 2021 में कट गया था। 2022 में उनके नाम से छत्तीसगढ़ में कार्ड बन गया था। डेढ़ साल राशन भी मिला और जनवरी से बंद हुआ। अब अपनी नाकामी छिपाने के लिए अधिकारी से चिट्ठी लिखवा रहे हो। तारीख़ तो डाल देते!!!! हड़बड़ी में वो भी भूल गए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का क्षेत्र है, कम से कम मुख्यमंत्री की बेइज़्ज़ती तो न करवाओ।