Chhattisgarh News: दिल्ली से पहुंची सुप्रिया ने सरकार को घेरा, बीजेपी ने सुनाई राधिका की कहानी, कहा- जिस कुर्सी पर बैठीं हैं..
Chhattisgarh News: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। दोनों पार्टियां एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रही हैं।
Chhattisgarh News: रायपुर। दिल्ली से पहुंची कांग्रेस सोशल मीडिया चेयरमैन सुप्रिया श्रीनेत ने महिला सुरक्षा को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। राजीव भवन में प्रेसवार्ता लेकर श्रीनेत ने आरोप लगाया कि प्रदेश में 9 महीने में 600 रेप की घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। इस पर बीजेपी की तरफ से पलटवार किया गया। बीजेपी प्रवक्ताओं ने राजीव भवन में राधिका खेड़ा के साथ हुई घटना को लेकर कांग्रेस और श्रीनेत को घरा। कहा कि श्रीनेत आजिजस कुर्सी पर बैठी हैं कभी उसकी कुर्सी पर राधिका खेड़ा थीं, उनके साथ क्या हुआ था, यह सभी जानते हैं। ..
छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में महिलाये असुरक्षित - सुप्रिया श्रीनेत
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं एआईसीसी की सोशल मीडिया चेयरमैन सुप्रिया श्रीनेत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की उपस्थिति में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश की आधी आबादी का क्या हाल है आज? देश में स्कूल की नाबालिक बच्ची, दफ्तर में काम करने वाली महिला, बस में चलने वाली गृहणी क्या सुरक्षित है? ऐसा प्रतीत होता है कि आधी आबादी के लिए, महिलाओं के लिए इस देश में कोई जगह सुरक्षित नहीं बची है। पूरा देश आक्रोशित है आज पूरा देश आंदोलित है। जिस तरह की घटना बंगाल में हुई। कितनी निर्भया चाहिए इस देश को और कितनी निर्भया की कुर्बानी होगी तब ये देश जागेगा और सत्ता का संरक्षण खत्म होगा?
उन्होंने छत्तीसगढ़ के महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधो पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की बात हो चाहे वो रायपुर के बस स्टैण्ड के सामने बलात्कार का मामला हो, भिलाई के एक डीपीएस स्कूल में चार साल के बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न का मामला हो, जहां पुलिस ने बिना एफआईआर, बिना जांच के घटना को नकार दिया। रायगढ़ के पुसोर में एक आदिवासी महिला का 14 लोगों के द्वारा किया गया दुष्कर्म का मामला हो, जशपुर में एक बच्ची के साथ सामूहिक दूराचार का मामला हो, कोण्डागांव में एक महिला के साथ दुष्कर्म का मामला हो, छत्तीसगढ़ भी लगातार बढ़ते दुष्कर्म और यौन शोषण के मामलो में अछूता नहीं है।
किसी भी महिला के खिलाफ उत्पीड़न, शोषण का मामला पूरी आधी आबादी के खिलाफ का मामला है। यह सभ्य समाज और पुरूषो पर धब्बा है। दुर्घटना होती है तो सरकार क्या करती है? सरकार दुराचारी को बचाने में जुट जाती है, सरकार लीपा पोती में जुट जाती है, सरकार ने रायपुर के सामूहिक बलत्कार को एक व्यक्ति के द्वारा किया गया दुष्कर्म बताया, गैंग रेप नहीं है। 20-20 दिन तक कोण्डागांव में एफआईआर नहीं लिखी जाती है। लोग आंदोलित होते है सड़को पर आते है, तब जाकर एफआईआर होता है।
बदलापुर में 500 लोगो को रेल पटरी में जाम करना पड़ा तो पांच दिन बाद आरोपी को पकड़ा गया और 24 घंटे बाद एफआईआर लिखी गयी। सरकार क्या करती है और सरकार किसके साथ खड़ी रहती है। क्या सरकार और जो लोग सत्ता में बैठे है वे इस देश के बेटियो के साथ खड़े है? क्या महिलाओं के साथ खड़े है? चाहे दिल्ली हो, चाहे उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ हो सत्ता का संरक्षण हमेशा आरोपियो को मिलता है।
पुलिस और प्रशासन आरोपी को बचाने में संलिप्त पाये जाते है और पीड़ित महिला को दरदर भटकना पड़ता है, आंदोलन करना पड़ेगा तो एफआईआर लांच होगी। इतना हौसला आता कहां से है क्योकि इनको पुलिस, प्रशासन का डर नही है, और उनको संरक्षण मिलता है। देश का एक सांसद देश की बेटी का यौन शोषण करता है, उस सांसद को संरक्षण मिला और उल्टा देश की बेटी को न्याय नही मिला। सरकार में बैठे लोगो ने पीड़ितो के आवाज को दबाने का काम किया। उन्नाव में बलात्कार घटना हुयी और तब तक कार्यवाही नही हुयी जब कोर्ट ने इंटरफेयर किया तब आरोपी गिरफ्तार हुआ।
छत्तीसगढ़ में पिछले 8 महीने में लगभग 600 बलात्कार के मामले सामने आये है। बदलापुर में दो चार साल के बच्चियो का यौन शोषण होता है। महिलाओं के खिलाफ 3 हजार से ज्यादा अपराधिक गतिविधिया हुयी है। सत्ता में बैठे लोग इन लोगों को संरक्षण देते है। यह हौसला इस देश के प्रधानमंत्री देते है जो सब कुछ जानते हुये भी कर्नाटक जाकर प्रज्वल रेवन्ना के लिये वोट मांगते है, सारा देश आक्रोशित एवं आंदोलित है।
प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में आईआईटी के भाजपा आईटी सेल के तीन कार्यकर्ता गैंग रेप के आरोपी है, 2 को बेल मिल जाती है और जब घर आते है तो ऐसा स्वागत होता है मानो देश की आजादी की लड़ाई लड़कर आये हो। इसलिये हौंसला आता है कि 2023 और 2024 के दौरान महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों के बीस से पच्चीस मामले ऐसे है, जिसमें बीजेपी के नेता, कार्यकर्ता और सांसद शामिल है। चाहे वह उत्तराखंड हो, उत्तरप्रदेश हो या मध्यप्रदेश हो तमाम ऐसे वाकया है। सत्ता का नशा ऐसा ही देश की बर्बादी में लग गया है। यह छत्तीसगढ़ में भी हो रहा है छत्तीसगढ़ की पहचान माई से है उस छत्तीसगढ़ की महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे है।
सुप्रिया को कांग्रेस शासनकाल की करतूतों को खंगाल लेना था : भाजपा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही ओछी राजनीति पर तीखा हमला बोला है। गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता व मीडिया चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत को छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर पत्रकार वार्ता लेकर घड़ियाली आंसू बहाने से पहले छत्तीसगढ़ के कांग्रेस शासनकाल की करतूतों को खंगाल लेना था। भूपेश सरकार के कार्यकाल में महिलाओं पर हुए अत्याचार-आनाचार की करतूतों को जानने के बाद श्रीनेत इस तरह का मिथ्या प्रलाप नहीं करतीं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने सोमवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफ के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस का समूचा राजनीतिक चरित्र शुरू से महिला विरोधी रहा है। नैना साहनी, जेसिका लाल की हत्या के मामलों की याद दिलाते हुए गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता श्रीनेत आज जिस कुर्सी पर बैठी हैं, कभी उस कुर्सी पर बैठने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा के साथ इसी छत्तीसगढ़ में क्या कुछ नहीं घटा? उन्हें कमरे में बंद करके उनसे दुर्व्यवहार किया गया और कांग्रेस के प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक आँसू बहातीं राधिका खेड़ा ने गुहार लगाई, लेकिन जब उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो विवश होकर कांग्रेस से उनको इस्तीफा देना पड़ा। गुप्ता ने श्रीनेत से सवाल किया कि वह बताएँ कि प्रियंका चतुर्वेदी और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कांग्रेस क्यों छोड़ी? गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस में महिलाओं का न कोई सम्मान है, और न ही महिलाओं का आत्म-सम्मान सुरक्षित है। कांग्रेस की भूपेश सरकार के एक मंत्री ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों को छोटी और साधारण घटना और तत्कालीन महिला आयोग की अध्यक्ष ने दुष्कर्म की घटनाओं को आपसी सहमति से बना संबंध बताकर महिलाओं के आत्म-सम्मान को रौंदने का काम तक किया था।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोण्डागाँव के मामले में सुप्रिया श्रीनेत ने सपेद झूठ बोलकर तथ्यहीन बात कही है। इसी कोण्डागाँव में कांग्रेस की भूपेश सरकार के समय दुष्कर्म पीड़िता एक महिला की एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई थी। जब पीड़ित महिला और उसके व्यथित पिता ने फाँसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया तब कहीं जाकर उस मामले में एफआईआर हुई थी। इतना ही नहीं, रतनपुर में एक बेटी के साथ बलात्कार हुआ, और जब उसकी विधवा माँ एफआईआर कराने पहुँची तो बजाय बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज करने के पुलिस ने उसकी माँ को ही अनाचार कराने के मामले में जेल में डाल दिया था। कांग्रेस के राज की उन एफआईआर पर आज भाजपा सरकार के राज में कार्रवाई हो रही है। श्रीनेत बताएँ, यह कैसा राज चला रही थी कांग्रेस की भूपेश सरकार? गुप्ता ने कहा कि महिलाओं के साथ ऐसे-ऐसे जघन्य अपराध करने वाली कांग्रेस देश को किस दिशा में ले जाना चाहती है? महिलाओं को लेकर आज रूदन करने और आधी आबादी की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार कांग्रेस नहीं रखती।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार ने न केवल महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने का काम किया है, बल्कि दीगर अपराधों पर भी अंकुश कायम किया है। भूपेश बघेल जी के कार्यकाल में सूखे नशे एवं अवैध शराब का कारोबार गली मोहल्ले तक पहुंच गया था , जो अपराध की मूल जड़ बना इस अवैध कारोबार को मुख्यमंत्री विष्णु देव जी की भाजपा सरकार इसे समूल नष्ट करने पर संकल्पित है।भाजपा शासनकाल में बलात्कार के 600 मामले का आरोप लगाया है कि 1 जनवरी से लेकर 30 जून 2024 तक दर्ज हुए हैं,उन्हें मालूम होना चाहिए कांग्रेस के शासनकाल में यह आँकड़ा 1 जनवरी से 30 जून 2023 तक 1294 था। बलात्कार के मामलों में भाजपा शासनकाल में 50 फीसदी की कमी आई है। इसी प्रकार सारे अपराधों की जड़ सूखे नशे के अवैध कारोबार पर भी प्रदेश की भाजपा सरकार लगातार चोट कर रही है। स्वपाक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम-1985 के तहत भाजपा सरकार ने 30 जून 2024 तक 809 मामले दर्ज कर कार्रवाई की है। इसी प्रकार आबकारी अधिनियम-1915 के तहत भाजपा की प्रदेश सरकार ने 1 जनवरी से 30 जून 2024 तक 18,874 मामलों पर कार्रवाई की है।