Chhattisgarh Assembly Election 2023 जशपुर विधानसभा: यहां उरांव वोटर ही निर्णायक, भाजपा ने लगातार 7 बार जीत दर्ज की, विनय ने रोका विजय रथ
Chhattisgarh Assembly Election 2023
रायपुर. जशपुर विधानसभा को भाजपा का सबसे मजबूत सीट माना जाता है. आंकड़ों पर नजर डालें तो ऐसा रहा भी है. यही कारण है कि इस सीट से भाजपा ने एक या दो बार नहीं, बल्कि 1985 से लगातार सात बार जीत दर्ज की थी. 1985 के चुनाव में भाजपा से गणेशराम भगत ने पहला चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. इसके बाद 2013 तक हुए हर विधानसभा चुनाव में भाजपा का विजय रथ रूका नहीं. इन चुनावों में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की, लेकिन 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विनय कुमार भगत पहली बार भाजपा के इस अजेय रथ को रोकने में कामयाब हुए. इस चुनाव में उन्होंने 8026 वोट से भाजपा के गोविंद राम भगत को हराया और विधानसभा पहुंचे.
RRP से शकुंतला देवी ने जीता था पहला चुनाव
जशपुर विधानसभा सीट में 1962 में पहला चुनाव हुआ। इस चुनाव में राम राज्य परिषद से शकुंतला देवी चुनाव मैदान में थी, जबकि मिंज जूलियस को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में शकुंतला देवी ने 2575 वोट से जीत दर्ज कर पहला चुनाव जीता और जशपुर की पहली विधायक बनीं।
कांग्रेस इस सीट से चार बार जीती
जशपुर सीट से कांग्रेस ने 4 बार जीत दर्ज की है। 1967 में पहली बार कांग्रेस के जोहन ने बीजेएस के सुखराम को हराकर चुनाव जीता था। इसके बाद 1972 में कांग्रेस के लुईस ने बीजेएस के सुखराम को हराया। 1980 के चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर से लुईस को चुनाव मैदान में उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की। 1985 के चुनाव में कांग्रेस को भाजपा से हार का सामना करना पड़ा और इसके बाद होने वाले चुनावों में भी कांग्रेस को हार मिली। चौथी बार कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की।
सबसे बड़ी और छोटी जीत भाजपा की
जशपुर विधानसभा सीट से सबसे ज्यादा वोट के अंतर से जीत और सबके कम वोट के अंतर से जीत का रिकॉर्ड भाजपा के ही नाम पर है। साल 2013 के चुनाव में भाजपा के राजशरण भगत ने कांग्रेस के सरहुल राम को 34349 वोट के अंतर से हराया था। यह इस विधानसभा में अब तक सर्वाधिक मार्जिन से जीत का रिकॉर्ड है। इसी तरह साल 1993 के चुनाव में भाजपा के गणेश राम भगत ने केवल 240 वोट के अंतर से चुनाव जीता था।
जानिए, जशपुर विधानसभा से कब-कौन रहा विधायक
वर्ष विधायक पार्टी
1962 शकुंतला देवी आरआरपी
1967 जोहन कांग्रेस
1972 लुईस कांग्रेस
1977 सुख राम जेएनपी
1980 लुईस कांग्रेस
1985 गणेश राम भगत बीजेपी
1990 गणेश राम भगत बीजेपी
1993 गणेश राम भगत बीजेपी
1998 विक्रम भगत बीजेपी
2003 राज शरण भगत बीजेपी
2008 जागेश्वर राम भगत बीजेपी
2013 राज शरण भगत बीजेपी
2018 विनय कुमार भगत कांग्रेस