CG में तेलंगाना के किसान : 12 एसी बसों में बैठकर सीएम हाउस पहुंचे तेलंगाना के किसान, कहा – गांधीजी के ग्राम स्वराज की कल्पना साकार

Update: 2023-06-15 16:24 GMT

रायपुर. छत्तीसगढ़ में खेती और किसानों के लिए राज्य सरकार की योजनाओं की चर्चा दूसरे राज्यों में भी है. इससे प्रभावित होकर गुरुवार को 12 एसी बसों में बैठकर तेलंगाना के किसान सीएम हाउस पहुंचे. सीएम भूपेश बघेल से मिलकर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की कल्पना को साकार कर दिया है. सीएम ने सभी का स्वागत किया. किसानों ने सीएम हाउस में लंच भी किया.

तेलंगाना के किसानों ने छत्तीसगढ़ के विकास मॉडल को सराहा. तेलंगाना के विभिन्न जिलों से आए 500 किसानों ने राजनांदगांव और दुर्ग जिले में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित की जा रही किसान हितैषी योजनाओं का अवलोकन करने के बाद सीएम बघेल से अपने अनुभव साझा किए. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए तेलंगाना से आए किसान प्रतिनिधियों ने पारंपरिक वस्त्र गोंगड़ी पहनाकर और बैलगाड़ी का मॉडल भेंट कर सीएम का स्वागत किया.

तेलंगाना के किसानों ने इसके पहले राजनांदगाव के डोंगरगांव ब्लॉक के अमलीडीह गौठान और दुर्ग जिले के पुलगांव गौठान का अवलोकन किया. किसानों, मजदूरों और गौपालकों से चर्चा कर योजनाओं की विस्तृत जानकारी ली. छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और नीतियों की तारीफ करते हुए तेलंगाना के किसान प्रतिनिधि शरद कुमार ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार आम जनता और किसानों के हित में महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित कर रही है. इनका लाभ भी लोगों को मिल रहा है. धान का बेहतर मूल्य, गोबर की खरीदी, जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलने से यहां के किसानों के चेहरे पर खुशी दिख रही है. भूपेश सरकार का यह किसान मॉडल पूरे देश में भी लागू किया जाना चाहिए.

किसान एम. शिवा वीर रेड्डी ने कहा आपकी सरकार प्रदेश के किसानों के लिए बढ़िया काम कर रही है. गोबर खरीदी योजना से पूरे देश में आपकी पहचान गोबर खरीदने वाले मुख्यमंत्री के रूप में बनी है. स्वामी ने कहा कि मैं स्वयं गोपालन करता हूं. यदि आप जैसी योजनाएं हमारे भी प्रदेश में भी संचालित होती तो मैं एक सौ नहीं हजार गाय पालता. स्वामी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गौठान, गोपालन तथा किसानों के हित में संचालित की जा रही योजनाओं का, मीडिया के जरिए पूरे देश में प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि अन्य प्रदेश के किसानों को भी इसकी जानकारी मिल सके.


एथेनाल की अनुमति मिलेगी तो किसानों को ज्यादा रेट

सीएम भूपेश बघेल ने किसानों को संबोधित करते हुए राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में केवल 12 लाख किसान प्राथमिक सहकारी सोसाइटी में धान बेचते थे. आज 23 लाख से अधिक किसान सोसाइटी में धान बेच रहे हैं और पैसा तत्काल उनके खातों में पहुंच रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से अब तक 26 लाख से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं.

सीएम ने कहा कि धान से एथेनॉल बनाने के लिए अनुमति देने के संबंध में राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. यदि अनुमति मिलती है तो प्रदेश के किसानों को धान का और भी ज्यादा मूल्य प्राप्त होगा. प्रदेश में आदिवासियों के लिए चल रही योजनाओं के प्रश्न पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासियों और वनवासियों के हितों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है. लघु वनोपजों के समर्थन मूल्य पर खरीदी, वनोत्पाद आधारित आजीविका गतिविधि तथा वन अधिकार पट्टा प्रदान कर सरकार आदिवासियों के जीवन में खुशहाली लाने का कार्य कर रही है.

इस अवसर पर खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक राजनांदगांव के अध्यक्ष नवाज खान, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के अध्यक्ष राजेंद्र साहू, तेलंगाना किसान प्रतिनिधिमंडल के नेता तेनमार मलन्ना सहित तेलंगाना से आए अनेक किसान मौजूद रहे.

इसे दौरे का असर चुनाव में भी

तेलंगाना के किसानों के दौरे का असर विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है. दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार के कामकाज को कांग्रेस पार्टी रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर रही है. सीएम भूपेश बघेल सभी चुनावों में कांग्रेस के स्टार प्रचारक हैं. हिमाचल प्रदेश के बाद कर्नाटक के चुनाव में भी छत्तीसगढ़ मॉडल की झलक थी. इससे सफलता भी मिली. छत्तीसगढ़ के साथ-साथ तेलंगाना में भी चुनाव होने हैं. ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार के काम का प्रचार अभी से पड़ोसी राज्य में होगा. तेलंगाना की सत्ताधारी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) के साथ छत्तीसगढ़ के एक दल के गठबंधन की चर्चा भी चल रही है. इस मामले में भी कांग्रेस ने अपनी चाल चल दी है.

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