Amit Shah 7 को CG में: मोदी लहर में हारी कोरबा सीट पर शाह लेंगे सभा, कोर ग्रुप की बैठक भी; जानें क्या है प्लान

देशभर की 144 हारी हुई सीटों पर भाजपा का खास फोकस। हर बड़े नेता के पास दो सीटों की जिम्मेदारी।

Update: 2023-01-04 14:53 GMT

रायपुर। देशभर में मोदी लहर के बावजूद भाजपा की जिन सीटों पर हार हुई, उसमें से एक कोरबा सीट पर आमसभा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 7 जनवरी को कोरबा आ रहे हैं। वे रायपुर एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर से कोरबा जाएंगे। कोरबा में कोर ग्रुप की बैठक भी संभावित है। इसमें शामिल होने के लिए राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, छत्तीसगढ़ प्रभारी ओमप्रकाश माथुर और सह प्रभारी नितिन नबीन भी आ रहे हैं। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल पहले से ही छत्तीसगढ़ प्रवास पर हैं। अमित शाह के दौरे पर इसलिए भी सियासी पंडितों की नजर है, क्योंकि इस बैठक के जरिए वे छत्तीसगढ़ में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की थाह लेंगे। ऐसी चर्चा है कि छत्तीसगढ़ में सत्ता में वापसी के लिए भाजपा और आरएसएस केंद्रीय स्तर पर कार्ययोजना बना रही है। इसके कार्यान्वयन को लेकर कोर ग्रुप में चर्चा हो सकती है।

जानें 2024 के लिए क्या है भाजपा का प्लान

2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त मोदी लहर के बावजूद भाजपा 144 सीटों पर हार गई थी। भाजपा ने 10 राज्यों की सभी सीटें जीती थीं, जबकि केरल, तमिलनाडु जैसे 11 राज्यों में खाता भी नहीं खोल पाई। वहीं, बिहार और महाराष्ट्र में सहयोगी दलों के साथ जीत हासिल की थी। भाजपा के रणनीतिकारों का अनुमान है कि 2024 में कुछ सीटें घटेंगी। ऐसी स्थिति में उन सीटों पर जीत के लिए प्लेटफॉर्म बनाने की कोशिश की जा रही है, जहां 2019 में हार हुई थी। छत्तीसगढ़ की ऐसी दो सीटें हैं। इनमें कोरबा की जिम्मेदारी अमित शाह को मिली है, जबकि बस्तर सीट की जिम्मेदारी गिरिराज सिंह और बिश्वेश्वर टुडु को मिली है। आने वाले समय में गिरिराज सिंह और टुडु का दौरा भी प्रस्तावित है।

कोरबा और बस्तर में नोटा से बड़ा नुकसान

छत्तीसगढ़ में भाजपा 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर सिमट गई थी, लेकिन 6 महीने बाद लोकसभा चुनाव में 9 सीटें जीती थी। जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की हार हुई थी, उन्हीं में से 60 से ज्यादा में भाजपा को लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से ज्यादा वोट मिले थे। कोरबा और बस्तर में भाजपा को नोटा से काफी नुकसान हुआ था। कोरबा में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत और भाजपा प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे के बीच हार-जीत का अंतर 26249 वोटों का था। इसी तरह बस्तर सीट पर कांग्रेस के दीपक बैज और भाजपा के बैदूराम कश्यप के बीच हार जीत का अंतर 38982 वोटों का था। कोरबा में जहां नोटा पर 19305 वोट पड़े थे, वहीं बस्तर में 41667 वोट पड़े थे।

कोरबा लोकसभा

ज्योत्सना महंत – 523310

ज्योतिनंद दुबे – 497061

अंतर – 26249

नोटा – 19305

बस्तर लोकसभा

दीपक बैज – 402527

बैदूराम कश्यप – 363545

अंतर – 38982

नोटा – 41667

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