24 सालों बाद गैर गांधी खड़गे ने सोनिया राहुल व छतीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में सम्हाला अध्यक्ष पद
नई दिल्ली । 24 सालों बाद गांधी परिवार से बाहर आने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार सम्हाल लिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सम्हालने के समय सोनिया गांधी, राहुल गांधी,प्रियंका गांधी,मधुसूदन मिस्त्री,केसी वेणुगोपाल व छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी मौजूद रहे। ज्ञातव्य है कि शपथ ग्रहण के लिए मुख्यमंत्री भूपेश कल से ही दिल्ली पहुँच गए हैं। शपथ ग्रहण से पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजघाट जाकर कांग्रेस की महात्मा गांधी,जवाहरलाल नेहरू व राजीव गांधी,लाल बहादुर शास्त्री व दलित नेता बाबू जगजीवन राम की समाधी पर पुष्पांजलि अर्पित की।
अध्यक्ष बनने के बाद मल्लिकार्जुन ने कहा कि आज मजदूर का बेटा अध्यक्ष बना है, मेरे लिए यह भावुक क्षण है और मैं गौरवान्वित भी हु। इसके लिए कांग्रेस पार्टी का आभारी भी हूं। एक सामान्य कार्यकर्ता को अध्यक्ष बनाने के लिए सभी का धन्यवाद। अपने पहले भाषण में खड़गे ने कहा कि पार्टी में 50 प्रतिशत पद 50 साल से कम उम्र लोगो को दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उदयपुर अधिवेशन में इस पर अमल किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से देश मे नई ऊर्जा का संचार हुआ है। अध्यक्ष बनने के बाद खड़गे ने सोनिया गांधी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने काफी मेहनत से कांग्रेस को सम्हाला है।
वही सोनिया गांधी ने कहा कि खड़गे अपनी मेहनत व लगन से अध्यक्ष बने हैं। आज मैं काफी राहत महसूस कर रही हूं। खड़गे के अध्यक्ष बनने पर मैं काफी खुश हूं और आज मैं बड़ी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाऊंगी। सोनिया ने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व से कांग्रेस मजबूत होगा। उन्होंने खड़गे को बधाई देते हुए कहा कि मैं खड़गे जी को बधाई देती हूं। सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि जिन्हें अध्यक्ष चुना गया वे एक अनुभवी व धरती से जुड़े नेता हैं। एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अपनीं मेहनत व समर्पण से इस ऊंचाई पर पहुँचे है।
भारत जोड़ो यात्रा के तीन दिन के दीपावली अवकाश में राहुल गांधी भी 48 दिनों बाद दिल्ली पहुँचे है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने 17 अक्टूबर को हुए चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को 6825 वोट से हराया था। खड़गे को 7,897 वोट तो वही थरूर की 1072 वोट मिले थे। कांग्रेस को 24 सालों बाद गैर कांग्रेसी अध्यक्ष मिला है। वे शपथ ग्रहण करने कांग्रेस मुख्यालय गांधी परिवार के पूर्व अध्यक्ष, सोनिया गांधी,सांसद राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के साथ पहुँचे थे। यहां उन्हें केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण म प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने निर्वाचन प्रमाण पत्र सौंपा। इस दौरान कभी अध्यक्ष पद की दौड़ में रहे अशोक गहलोत भी मौजूद रहें।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री खड़गे
जी के पदभार ग्रहण समारोह में शामिल होकर माननीय अध्यक्ष जी के नेतृत्व में "आइडिया ऑफ इंडिया" के संकल्प को मजबूत करने का प्रण लिया। हमारी निवर्तमान अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी का नेतृत्व हमारे लिए "पाठ्यक्रम है।