CG Congress Politics: जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में काबिलियत किनारे! सृजन की बजाय कांग्रेस नेताओं की पसंद पर ठप्पा

CG Congress Politics: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने जिला अध्यक्षों की सूची जारी की है, उसमें सृजन के लिए तय फार्मूले की जगह प्रदेश के दिग्गज नेताओं की पसंद के नाम ज्यादा दिख रहे हैं। हर संभाग में जातिगत समीकरण को भी ध्यान में रखा गया है।

Update: 2025-11-29 06:44 GMT

CG Congress Politics:  रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जिला स्तर पर बड़ा उलटफेर हुआ है। संगठन सृजन के तहत जिलों में नए अध्यक्ष बनाए गए हैं, जिसके लिए सितंबर से मशक्कत चल रहा था। नए अध्यक्ष के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने बाकायदा पर्यवेक्षक भेजे थे, जिन्होंने दावेदारों से मुलाकात की और ग्राउंड स्तर पर उनके बारे में फीड बैक भी लिया था। पर्यवेक्षकों ने लगभग सभी जिलों के लिए छह- छह नामों का पैनल आलाकमान को सौंप दिया था। इसके बाद दो दौर में प्रदेश के दिग्गज नेताओं की राय सुनी गई। तब जाकर कांग्रेस के महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति का आदेश जारी किया।

सृजन कार्यक्रम में दावा किया गया था कि इस बार नए फार्मूले से नियुक्ति होगी, मगर सूची देख कर लग रहा है कि आलाकमान प्रदेश के दिग्गज नेताओं की पसंद को दरकिनार नहीं कर सका। कुछ जिलों में सालभर के अंदर ही नए जिला अध्यक्ष बनाए गए थे, उन्हें रिपीट कर दिया गया है। इनमें रायगढ़ के नगेंद्र नेगी, दुर्ग के राकेश ठाकुर, मुंगेली के घनश्याम वर्मा और कोरबा के मनोज चौहान शामिल हैं।

देवेंद्र की बिलासपुर में सेंध

भिलाई विधायक और बिलासपुर लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने बिलासपुर की राजनीति में सेंध लगा दी है। बिलासपुर शहर अध्यक्ष के लिए पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की ओर से पूर्व विधायक शैलेश पांडेय की दावेदारी मजबूत थी। यह माना जा रहा था कि बिलासपुर शहर अध्यक्ष का पद किसी ब्राह्मण को दिया जाएगा, शैलेश भी इस समीकरण में फिट बैठ रहे थे। इसके बाद भी शहर जिला अध्यक्ष के रूप में सिद्धांशु मिश्रा का नाम घोषित हो गया, सिद्धांशु को देवेंद्र यादव खेमे का माना जाता रहा है। बिलासपुर के स्थानीय कांग्रेस नेता भी इस बात को स्वीकार रहे हैं कि देवेंद्र यादव ने बिलासपुर में अपनी जमीन मजबूत की है। जबकि बिलासपुर ग्रामीण अध्यक्ष बने महेंद्र गंगोत्री को कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव का समर्थक माना जाता है, इस तरह वे अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खेमे के माने जाएंगे। जबकि नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके निर्वाचन क्षेत्र में अपने समर्थकों को जगह दिलाने में सफलता मिली है।

कवासी ने चौंकाया

आबकारी घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री कवासी लखमा के बेटे को जिला अध्यक्ष बना कर आलाकमान ने बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है। उनके बेटे हरीश लखमा को सुकमा जिला अध्यक्ष बना कर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि पार्टी अभी भी कवासी के साथ है। बस्तर संभाग की नियुक्तियों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के समर्थकों का भी ख्याल रखा गया है।

आंदोलनों से जुड़े रहे मेनन को मिला रायपुर शहर

रायपुर शहर जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व पार्षद श्रीकुमार मेनन को दी गई है। शहर कांग्रेस में काफी समय से सक्रिय श्रीकुमार जनता की समस्याओं को मजबूती से उठाते रहे हैं और संगठन से कार्यकर्ताओं को जोड़ने में भी उनकी भूमिका रही है। ऐसा ही निर्णय रायपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष पद के लिए लिया गया है और वहां हमेशा सक्रिय रहने वाले राजेंद्र पप्पू बंजारे पर भरोसा किया गया है।

दुर्ग में भी नए चेहरे

दुर्ग जिले में शहर और ग्रामीण कमेटी को नए चेहरों के हवाले किया गया है। पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल को शहर जिला अध्यक्ष का जिम्मा दिया गया है, जबकि ग्रामीण अध्यक्ष पद पर राकेश ठाकुर को मौका मिला है।

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